Vishnu Gopal Welfare Institute conducted Tulsi Vivah
जयपुर। हीरापुरा में स्थित पुराने ग्राम में विष्णु गोपाल वेलफेयर संस्थान द्वारा तुलसी विवाह संपन्न् हुआ। जिसमें सैकड़ो की संख्या में भक्तगण शामिल हुए। संस्थान के अध्यक्ष हरीश यादव व संरक्षक एवं समाज सेविका संध्या देवी तुलसी विवाह में शामिल हुई। हरीश यादव ने बताया कि हीरापुरा में ग्राम ठाकुर जी के मदिर में पंड़ित राम किशोर शास्त्री के सानिध्य में हीरापुरा के आसपास के स्थानीय निवासी ठाकुर जी की बारात में शामिल होकर श्री कृष्ण बाग मैरिज गार्डन पहुंचे । जिसमें बड़ी संख्या में भक्तगण नाचते -गाते हुए विवाह स्थल में दाखिल हुए।
जहां विष्णु गोपाल वेलफेयर संस्थान की संरक्षक संध्या देवी ने तुलसी विवाह संपन्न् कराया। इस मौके कांग्रेस नेता अभिषेक चौधरी,हरीश यादव,आईएएस ओपी यादव ,युवा यादव समाज के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र यादव ,आरएएस लालचंद ,आरपीएस श्रीराम बडसरा,आरएएस पीएल चौधरी ,डॉ विजय यादव ,डॉ रामगोपाल ,समाजसेवी नांचराम यादव सहित बड़ी संख्या में समाज के गणमान्य लोग मौजूद रहे।
इस तुलसी विवाह को पंड़ित रामकिशोर शास्त्री ने संपन्न् कराया। जिसमें करीब 5 हजार भक्तगणों ने भोजन प्रसादी प्राप्त की । शास्त्री ने बताया कि ऐसे धार्मिक आयोजनों से समाज में धर्म का प्रचार प्रचार होता है तथा समाजों में आपसी सामंजस्य बना रहता है।
जयपुर। थ्री एम डॉट बैंड थिएटर फैमिली सोसाइटी की ओर से कला एवं संस्कृति विभाग, राजस्थान और जवाहर कला केन्द्र, जयपुर के सहयोग से आयोजित जयपुर रंग महोत्सव (जयरंगम-2023) की रविवार को शुरुआत हुई। पहले दिन युवाओं की रचनात्मकता के रंगों से जयरंगम रंगा दिखाई दिया। पहले दिन तीन नाटकों का मंचन किया गया, दर्शकों की इन्हें खूब सराहना मिली।
‘हिअरिंग फिंगर्स’ में जहां मनन कथूरिया ने अपने जीवन की घटना को नाट्य रूपांतरित कर प्रयोगात्मक रूप से मंचित किया वहीं ‘संक्रमण’ में अरु व्यास के निर्देशन में पिता और पुत्र के बीच रिश्तों को दर्शाया गया। ‘मैं जो करती वो क्यों करती’ एक म्यूजिकल थिएटर परफॅर्मेंस रही जिसमें महिला लोक कलाकारों की कहानी को मनोरंजक तरीके से दर्शाया गया। 12वां जयरंगम प्रसिद्ध रंगकर्मी हबीब तनवीर को समर्पित है। सुकृति दीर्घा में चेल्सी पाठक के क्यूरेशन में हबीब तनवीर पर आधारित प्रदर्शनी लगायी गयी है, इसमें तस्वीरों और प्रोप्स के जरिए उनके सफर को दर्शाया गया है।
कभी सुनी है फिंगर्स की आवाज
युवा रंगकर्मियों को पहचान देने के लिए जयरंगम की ओर से स्पॉटलाइट को आकार दिया गया है। इसी के अंतर्गत कृष्णायन में मनन कथूरिया के प्रयोगात्मक नाटक ‘हिअरिंग द फिंगर्स’ के साथ जयरंगम की शुरुआत हुई। आधुनिक दौर में जहां लोग अपने मन की बात नहीं सुनते वहीं मनन ने एक मूक-बधिर कलाकार जो अंगुलियों के इशारों से बात करता है उसे समझने के बाद और नाटक के जरिए सभी को सुनाने का प्रयास किया। कृष्णायन में छाए अंधेरे के बीच धीमे-धीमे संगीत की मिठास कानों में घुलती है। लाइट पड़ती है एक चित्रकार पर जो अपने विचारों को कागज़ पर उकेरने में व्यस्त है। इसी बीच दर्शकों के बीच से मनन उठते है और दर्शकों से संवाद करते हुए अपनी फिल्म की कहानी ढूंढने की जद्दोजहद में मशगूल हो जाते है। पेंटिंग्स को देख मनन चित्रकार से बात करने लगता है।
चित्रकार उसे इशारों से अपनी बात समझाने लगता है। चित्रकार मनन को अभिनय करने के अपने सपने के बारे में बताता है और कुछ अभिनेताओं की एक्टिंग भी करके दिखाता है। चित्रकार की रचनात्मकता और व्यक्तित्व से प्रभावित होकर मनन उस पर फिल्म बनाने की बात कहता है। इसके बाद मंच पर एक प्रोजेक्टर लगता है जो दिखाता है चित्रकार अमित वर्धन पर फिल्माई एक लघु फिल्म जिसमें उनके संघर्ष को दिखाया गया। यह नाटक कोरोना काल के बाद मनन और अमित वर्धन की मुलाकात का जीवंत नाट्य रूपांतरण है।
अपनी वार्ता के दौरान अमित वर्धन ने मनन के सामने अभिनय की बात कही थी जिस पर पहले मनन ने लघु फिल्म बनायी और इस फिल्म को नाटक का हिस्सा बनाकर प्रयोगात्मक तरीके से मंचित किया। नाटक में समीर ने स्टेज डिजाइन और कुणाल ने प्रकाश संयोजन संभाला। निर्देशक मनन ने और चार साल की उम्र से पेंटिंग्स कर रहे अमित वर्धन ने अपना किरदार खुद निभाया।
ना हो जाए रिश्तों में संक्रमण
रंगायन में निर्देशक अरु व्यास के निर्देशन में खेला गया नाटक ‘संक्रमण’ दर्शकों के दिलों को छू गया। यह सिर्फ पटकथा पर मंचित नाटक नहीं है, दो पीढ़ीयों के बीच मौजूद उम्र के अंतराल का सशक्त चित्रण रहा जिसके प्रभाव से अमूमन हर मध्यमवर्गीय परिवार में पिता और पुत्र के बीच बात बनती दिखाई नहीं देती है। नाटक का सेट घर के हॉल में ले जाता है। पारिवारिक जिम्मेदारियों में घिरा रिटायर्ड पिता जो मेहनत से बनाए घर की हर चीज को संजोता रहता है। वह अपने बेटे की नजरअंदाजगी से उक्ता गया है। वृद्ध पिता अपने जीवन संघर्ष और बीती यादों को पत्नी सरला से साझा करता है। दोनों के बीच संवाद दर्शकों को खूब गुदगुदाते हैं। जब बिट्टू मंच पर आता है तो अपने नज़रिये को ठीक ठहराते हुए दलीले देता है कि किस तरह पिता आज के दौर के हिसाब से नहीं जीते है।
बिट्टू की बातें भी दर्शकों को हंसाती है। यकायक रंगायन में सन्नाटा छा जाता है जब बाथरूम में टंकी ठीक करते समय गिरने वाले मुखिया की ऑपरेशन के दौरान मृत्यु हो जाती है। ‘डॉक्टर ने कहा उनका दिल कमजोर शायद था, शायद उन्हें महंगाई मार गयी, रिटायरमेंट के बाद जिन्होंने आरामदायक जिंदगी जीने की सोची थी वह अपने खानपान तक में कटौती करने लगे थे।’ सरला के यह संवाद पिता के हर चीज संभालने की उस आदत के पीछे की वजह बताती है। अंत में बिट्टू भी घर की हर चीज को संभालता दिखाई देता है। पिता की हर बात का उसे मतलब समझ आने लग जाता है। मध्य तक जो नाटक दर्शकों को हंसा रहा होता है अंत में कोई भी शख्स ऐसा ना रहा जिसकी आंखें नम ना हो। नाटक संदेश देता है कि जीवन चक्र में हर संतान को कांटों भरे जिम्मेदारियों के उस तख्त पर बैठना होता है जिस पर बैठा पिता बड़ा सहज सा दिखाई देता है, अच्छा है कि पिता की मौजूदगी में ही यह समझ लिया जाए। वरिष्ठ रंगकर्मी भवानी सिंह चौहान ने पिता, सरला के रूप में स्वाती व्यास और बिट्टू बनकर राजेश बिशनोई ने नाटक में जान डाली। जयंत कच्छवाहा ने प्रकाश व प्रफुल बोराणा ने संगीत संयोजन संभाला। लोक सांस्कृतिक प्रस्तुति के साथ साझा की कहानियां
हवा में घुली ठंड के साथ मध्यवर्ती में सुरुचि शर्मा के निर्देशन में नाटक ‘मैं जो करती वो क्यों करती’ का मंचन हुआ। इस प्रयोगात्मक नाटक में मध्यवर्ती का बखूबी मंच की तरह प्रयोग किया गया। सजावट से रोशन मध्यवर्ती रंगा नजर आया लोक संस्कृति के रंग में। कालबेलिया, भेपा-भोपी समेत राजस्थान की सात लोक विधाओं से आने वाली महिला कलाकार इस नाटक की पात्र रहीं। कार्यशाला के बाद संजोए अनुभवों के बाद यह प्रस्तुति आकार ले पाई है। यह सभी अपनी-अपनी कहानियां साझा करती है साथ ही दिखाती है लोक कलाओं के वैभव को जाहिर करने वाली प्रस्तुतियां।
इस प्रस्तुति में दर्शक कभी झूमते तो कभी गंभीरता से इन महिलाओं की कहानियों को सुनते नज़र आए। कला, संस्कृति, पर्यटन व पुरातत्व विभाग की प्रमुख शासन सचिव और महानिदेशक जवाहर कला केन्द्र श्रीमती गायत्री राठौड़, जवाहर कला केन्द्र की अति. महानिदेशक सुश्री प्रियंका जोधावत और राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर निदेशक श्री निहाल चंद गोयल समेत अन्य प्रशासनिक अधिकारी व कला प्रेमी मौजूद रहे।
जयपुर। खेजडे़ वाले बाबा ,बुड़थल रोड, गोनेर जयपुर में 11 दिसंबर को रामदरबार ,राधाकृष्ण जी ,मीन अवतार ,दुर्गा माता व चौथ माता प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा कि जाएगी। प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में कलश यात्रा का आयोजन किया जाएगा। जिसमें एक ही परिधान में सैकड़ो की संख्या में महिलाएं शामिल होगी। ये कलश यात्रा दांतली गांव में स्थित ठाकुरजी मंदिर से खेजडे़ वाले बाबा के मंदिर में प्रात 9 बजे प्रस्थान करेंगी। मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा 15 दिसंबर शुक्रवार को प्रात 11 बजे की जाएगी। जिसके बाद दोपहर तीन से रात्रि 8 बजे तक पूर्ण आहुति एवं भोजन प्रसादी कार्यक्रम संपन्न होगा।
जयपुर। टोंक रोड ,बीलवा मानपुर नांगल्या स्थित श्रीराधा सरल बिहारी मंदिर में श्रीमद भागवत कथा ज्ञानयज्ञ का भव्य आयोजन किया गया। जिसमें शुभारम्भ के दौरान 108 महिलाओं कलश यात्रा में शामिल हुई। कलश यात्रा के दौरान आसपास का क्षेत्र भक्ति और आस्था के रंग में डूब गया।
कार्यक्रम आयोजन सरला गुप्ता व रजनीश गुप्ता ने बताया कि महोत्सव का शुभारंभ शनिवार को भव्य लवाजमे के साथ किया गया। जिसमें 108 महिलाएं कलश यात्रा में शामिल हुई। इस कलश यात्रा में 108 महिलाएं एक ही परिधान में सिर पर कलश लेकर चल रही थी।
इस दौरान शोभायात्रा में श्रद्धालु भजनों की मधुर स्वर लहरियों पर नाचते गाते हुए चल रहे थे। जिन-जिन मार्गों से यह कलश यात्रा गुजरी,वे सभी मार्ग भक्ति और आस्था के रंग में सराबोर नजर आए। यह कलश यात्रा विभिन्न मार्गों से होती हुई कथा स्थल मानपुर नांगल्या स्थित श्रीराधासरल बिहारी मंदिर पहुंची,जहां पर भागवत कथा का शुभारंभ करते हुए आचार्य गोस्वामी मृदुल कृष्ण महाराज ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा का प्रत्येक प्रसंग हमें मानवता की शिक्षा प्रदान करता है। हमारा जीवन किस मार्ग से चले कि उसे लक्ष्य की प्रप्ति हो।
आगे बताते हुए आचार्य जी ने कहा कि श्री मद भागवत कथा मानव को मानवता ही नहीं बल्कि मानवता के साथ – साथ वैष्णवता और भगवत्ता की शिक्षा देकर इनका पात्र भी बनाती है जीव को। महापुराण का प्रारम्भ करते हुए उन्होंने बताया कि माहात्य के प्रारम्भ में ही श्री सूत महाराज ने श्री शुकदेव जी की वन्दना करते हुए लिखा है कि श्री शुकदेव जी ने जन्म लेते ही घर से वन की राह पकड़ ली और वन में जाकर भगवान की आराधना में लीन हो गए, ऐसी आराधना भगवान की किया की भागवत और भगवान दोनों प्राप्त हो गए।
उन्होंने आगे कहा कि कथा क्रम में 88 हजार शौनकादि ऋषियों ने सूत जी से यही प्रार्थना किया कि आप हमें ऐसी कथा सुनाओं कि मानव के हृदय के अन्धकार को दूर करने में वह करोड़ों सूर्य के समान हो तो सूत जी ने कहा कि इतनों करोड़ों सूर्य के प्रकाश की आवश्यकता क्यों,शौनकादि ऋषियों ने कहा कि हे सूत जी महाराज मानव के हृदय में इतना अन्धकार है कि दुनिया में कहीं भी नहीं है। इस अन्धकार को दूर करने के लिये प्रकाश की आवश्यकता है कि जिसका तेज करोड़ों सूर्य के समान हो, तो सूत जी ने कहा कि हे शौनकादि ऋषि आपका प्रश्न संसार के कल्याण के लिये है । ऋषियों आपको ऐसी कथा सुनाऊंगा जिससे कि संसार से निवृत्ति और परमात्मा में प्रवृत्ति होगी, और परमात्मा में प्रवृत्ति ही मानव जीवन का लक्ष्य है ।
कल होगे ये कार्यक्रम
आयोजक सरला गुप्ता व रजनीश गुप्ता ने बताया कि महोत्सव के तहत आगे श्रीशुकदेव चरित्र,तुलसी स्तुति,भीष्म स्तुति व परीक्षित चरित्र व 11को श्रीवराह अवतार,श्रीकपिलोख्यान,श्रीशिवपार्वती चरित्र और ऋषभदेव अवतार की कथा सुनाएंगे। उन्होंने बताया कि ज्ञानयज्ञ के तहत 12 दिसम्बर को श्रीप्रहलाद चरित्र,समुद्र मंथन लीला,श्रीराम जन्मोत्सव के बाद भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि महोत्सव के तहत 13को श्रीकृष्ण बाल लीला,माखनचोरी लीला व गोवर्धन लीला व 15 को श्रीमहारास लीला,गोपी गीत व द्वारिका लीला की कथा सुनाएंगे। उन्होंने महोत्सव के अंतिम दिन 15 को श्रीनवयोगेश्वर संवाद, द्वादश स्कंध के बाद कथा की पूर्णाहुति होगी। 15 दिसम्बर तक कथा रोजाना दोपहर 2बजे से साम 6बजे तक होगी।
जयपुर। घर-घर योग हर व्यक्ति निरोग के मुहिम के तहत गलतापीठ में गलतापीठाधीश्वर स्वामी सम्पतकुमार ,अवधेशाचार्य महाराज के सानिध्य एंव री गलता पीठ के युवराज स्वामी राघवेंद्र के मार्ग दर्शन में आयोजित आनंदम शिविर में प्रसिद्ध योग गुरू योगाचार्य ढ़ाकाराम ने सैकड़ो भक्तों एवं योग प्रेमियों को योभाभ्यास ,प्राणायाम एवं ध्यान के साथ मुस्कुराते हुए जीवन जीने की कला के सूत्र दिए।
योग शिविर का शुभारम्भ शंखनाद ,स्वस्तिवाचन एवं अग्निहोत्र के साथ किया गया। गलता पीठ के रामानुज वेदांत गुरूकुल में अध्ययनरत विद्यार्थियों द्वारा सामूहिक रूप से उच्च स्वरों में स्वस्तिवाचन किया गया। राजस्थान योग परिषद द्वारा शंखनाद एवं अग्निहोत्र का कार्य संपन्न किया गया।
अवधेचार्य महाराज ने बताया कि स्वस्थ्य शरीर से ही सभी धर्मो का पालन हो सकता है अत जो बीमार है उसके लिए योग आवश्यक है और जो बीमार ना हो उसके लिए भी योग अत्यावश्यक है।
शिविर के मुख्य समन्वय एवं आनंदम प्रकल्प के राष्ट्रीय प्रभारी योगी मनीष भाई विजयवर्गीय ने कहा की योगपीस संस्थान एवं अंजू देवी मेमोरियल ट्रस्ट के सहयोग से आयोजित शिविर एक निश्चित कार्य योजना के साथ मंदिर प्रबधंन समितियों ,विकास समितियों एवं सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से जयपुर के विभिन्न् मंदिरों ,स्कूलो,सार्वजनिक पार्को एवं सामुदायिक केंद्रो में आयोजि किए जाएगे। जिसका मुख्या उद्देश्य हर घर योग ,हर व्यक्ति निरोग रहे ।
योग शिविर के लिए निशुल्क रजिस्ट्रेशन
गलता पीठ में प्रत्येक रविवार को होने जा रहे योग शिविर में भाग लेने के लिए निशुल्क रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है । लेकिन योग शिविर में भाग लेने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य है। जिसके लिए हेल्प लाइन नम्बर जारी किए गए है।
गणमान्य लोगों ने किया योगाचार्य का सम्मान
शिविर में योग की सेवा में सहयोग के लिए गौ भक्त जन सेवक रवि नैय्यर, राजस्थान स्वास्थ्य योग परिषद के मुख्य प्रशिक्षक आनंद कृष्ण कोठारी, समाज सेवी राकेश गर्ग, योगाचार्य विशाल, योग विभूति पूर्वी विजयवर्गीय को अवधेशाचार्य महाराज एवं योगाचार्य ढाकाराम ने सम्मानित किया।
जयपुर। जयपुर पुलिस कमिश्नर ने रविवार देर रात को एक आदेश जारी करते हुए जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के अन्तर्गत आने वाले छह थानाधिकारियों को इधर-उधर किया गया है। जिसमें एक थानाधिकारी को रिजर्व पुलिस लाइन भेजा गया है। जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ के जारी आदेश के अनुसार अजय सिंह मीणा को थानाधिकारी बिंदायक जयपुर (पश्चिम),महेश कुमार को अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर (द्वितिय) कार्यालय स्टॉफ ऑफिसर, अनिल कुमार मूंड थानाधिकारी महेश नगर जयपुर (दक्षिण),इन्दु शर्मा थानाधिकारी सेज जयपुर (पश्चिम) ,अंजू कुमारी थानाधिाकारी महिला थाना जयपुर (उत्तर) और संजय पूनिया को रिजर्व पुलिस लाईन भेजा गया है।
जयपुर। जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट जयपुर के राष्ट्रीय अंतर-कॉलेज युवा उत्सव अभ्युदय द यूथ राइजेज के दूसरे दिन का मुख्य आकर्षण फैशन शो और डीजे नाइट थे। प्रतिभागियों और दर्शकों को उत्साहित करने के लिए बैटल ऑफ बैंड्स, ग्रुप डांस, अंताक्षरी, फेस पेंटिंग, बार्टर इट अप और अन्य कुछ मनोरंजक कार्यक्रम आयोजित किए गए।
कार्यक्रम की शुरुआत अंताक्षरी सरगम से हुई। जिसे जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट जयपुर ने जीता। फेस पेंटिंग प्रतियोगिता मेटामोर्फोसिस हेलोवीन थीम पर थी इसमें कनोरिया पीजी महिला महाविद्यालय ने पहला स्थान हासिल किया। नवीकरणीय ऊर्जा विषय पर बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट क्रिप्टोग्राफी का पुरस्कार मेजबान जयपुरिया, जयपुर ने जीता। इसके बाद विभिन्न संस्थानों के छात्रों ने बिजनेस प्लान प्रतियोगिता मास्टर प्लान में भाग लिया।
जिसमें उन्होंने अपने बिजनेस आइडिया पेश किए। जिसे टीम एमिटी यूनिवर्सिटी, जयपुर ने जीता। एक कमोडिटी एक्सचेंज प्रतियोगिता बार्टर इट अप आयोजित की गई। जिसमें पहला स्थान जयपुरिया जयपुर की साक्षी मालपानी और बिशाल भार्गव ने हासिल किया। बिजनेस ट्रेंड के बारे में छात्रों के ज्ञान का परीक्षण करने के लिए बिजनेस क्विज बज़ ऑफ बिज़ आयोजित हुई। जिसमें जयपुरिया जयपुर जीता।
इसके अलावा नृत्य स्टेप अप का विजेता जेईसीआरसी फाउंडेशन था। बैंड उत्सव रिफ़-रफ़ में एस.एस. जैन सुबोध पीजी. कॉलेज की टीम विजेता रही। फैशन शो पनाचे में पहला स्थान जयपुरिया जयपुर को मिला। दिन के कार्यक्रमों का समापन डीजे नाइट ट्रैपर एक्स के साथ हुआ। जो रॉकिंग और मस्ती से भरपूर थी।
Tibetan culture dance organized in Tibetan market Jaipur
जयपुर। तिब्बती लोगों के धार्मिक और राजनीतिक नेता 14वें दलाई लामा तेनज़िन ग्यात्सो को 10 दिसम्बर 1989 का नोबेल विश्व शांति पुरस्कार दिया गया था। इस विश्व शांति पुरस्कार दिन को पूरे देश में तिब्बती लोग इसे समारोह के रूप मनाते आ रहे है। इस कडी में जयपुर के उमराव विहार गोकुलपुरा स्थित तिब्बती मार्केट में रविवार को एक समारोह आयोजित किया गया। इस समारोह में तिब्बती लोगों ने एक रंगारंग कार्यक्रम किया। जिसमें काफी संख्या में तिब्बती महिला- पुरूषों सहित अन्य लोग उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम के चलते रविवार दोपहर दो बजे से तिब्बती मार्केट में खरीददारी बंद रही।
तिब्बती मार्केट के प्रधान थुन्डूब ने बताया कि दलाई लामा तेनज़िन ग्यात्सो को नोबेल विश्व शांति पुरस्कार 10 दिसम्बर 1989 दिया गया था। उसी दिन से हर साल इसी तारीख को तिब्बती लोग एक समारोह के रूप में मनाते आ रहे है। रविवार को उमराव विहार गोकुलपुरा स्थित तिब्बती मार्केट में समारोह आयोजित किया गया। इस समारोह में मुख्य द्वीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इसके बाद प्रार्थना सभा आयोजित की गई।
थुन्डूब ने बताया कि तिब्बती महिलाओं ने तिब्बती रिति रिवाज वेशभूषा पहन तिब्बती कल्चर डांस भी किया। साथ ही डांस प्रतियोगिता का आयोजन किया। इस प्रतियोगिता में जीतने वाले ग्रुप को पुरस्कार भी दिया गया। गौरतलब है कि दलाई लामा ने तिब्बत की मुक्ति के लिए अपने संघर्ष में लगातार हिंसा के इस्तेमाल का विरोध किया है।
इसके बजाय उन्होंने अपने लोगों की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने के लिए सहिष्णुता और आपसी सम्मान पर आधारित शांतिपूर्ण समाधान की वकालत की है। दलाई लामा ने शांति के अपने दर्शन को सभी जीवित चीजों के प्रति महान श्रद्धा और सभी मानव जाति के साथ-साथ प्रकृति को गले लगाने वाली सार्वभौमिक जिम्मेदारी की अवधारणा से विकसित किया है।
Young man commits suicide by hanging himself in hotel
जयपुर। शिवदासपुरा थाना इलाके में फांसी का फंदा लगाकर एक 9वीं क्लास के एक छात्र ने आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि मृतक ने मरने से पहले सुसाइड नोट लिखकर अपनी जेब में रखा लिया। इसमें लिखा कि स्कूल की दो महिला अध्यापिका की इच्छा पूरी हो जाएगी। जो टीसी काटने की धमकी देती थी। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया। मृतक के पिता ने सुसाइड नोट के आधार पर स्कूल की दो महिला अध्यापिका के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज करवाया है।
जांच अधिकारी एसआई घनश्याम ने बताया कि सीतापुरा शिवदासपुरा के रहने वाले छोटू कुमार (15) ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या की है। जो राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल विधानी में 9वीं क्लास में पढ़ता था। उसने 9 सितंबर की शाम कमरे में साड़ी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर लिया। छोटू कुमार की मां उसे बुलाने गई तो कमरा अंदर से बंद था। काफी आवाज लगाने पर भी जवाब नहीं मिला। इसके बाद शोर मचाकर पड़ोसियों को बुलाया। गेट तोड़कर अंदर जाने पर वह फंदे से लटका मिला। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को उतारकर महात्मा गांधी अस्पताल के मुर्दाघर में भिजवा दिया गया।
अस्पताल के मुर्दाघर में पोस्टमॉर्टम से पहले डॉक्टरों ने छोटू कुमार के कपड़ों की तलाशी में उसकी पेंट की जेब में एक पेज का सुसाइड नोट मिला। सुसाइड नोट में लिखा था कि अध्यापिका रजनी कक्कड़ और हनसना की इच्छा पूरी हो जाएगा। दोनों ही अध्यापिका टीसी काटने की धमकी दे रही थी। जब 8वीं क्लास में अध्यापिका रजनी कक्कड़ से झगड़ा हुआ था।
टीसी काटने की धमकी दे रही थीं। डॉक्टरों ने छोटू कुमार के पास से मिले सुसाइड नोट को पिता रविन्द्र शाह को सौंप दिया। स्कूल से टीसी काटने की धमकी चलते छोटू मानसिक अवसाद में था। सुसाइड नोट के आधार पर कोर्ट के आदेश करवाकर थाने में दोनों आरोपित अध्यापिकाओं खिलाफ मामला दर्ज कर किया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच पड़ताल में जुटी है।
Married woman kidnapped and raped for three months
जयपुर। सांगानेर सदर थाना इलाके में ब्लैकमेल कर एक युवती से दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। पीडिता का आरोप है कि दोस्ती कर उसकी बातों की मोबाइल पर रिकॉर्डिंग कर ली। रिकॉर्डिंग वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल कर दो साल तक देहशोषण किया। पीड़िता ने आरोपी के खिलाफ थाने में मामला दर्ज करवाया है।
थानाधिकारी सांगानेर सदर चन्द्रभान सिंह ने बताया कि मुहाना निवासी बीस वर्षीय एक युवती ने मामला दर्ज करवाया है कि दो साल पहले मोबाइल कॉल पर आरोपी विनोद मीणा से हुई थी। ब्लैकमेल करने के लिए आरोपी ने मोबाइल पर की बातों की रिकॉर्डिंग कर ली। मिलने आने पर मोबाइल रिकॉर्डिंग को वायरल करने की धमकी देकर दुष्कर्म किया। ब्लैकमेल कर दो साल तक देहशोषण करता रहा। शादी होने के बाद भी ब्लैकमेल कर देहशोषण से परेशान होकर पीड़िता ने परिजनों को आपबीती सुनाई। पीड़िता ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच में जुटी है।