जयपुर। छोटीकाशी के सभी प्रमुख देवालयों से अब व्यसन मुक्ति का संदेश भी दिया जाएगा। मंदिर के महंत-पुजारी भक्तों को सभी तरह के नशों से बचने की प्रेरणा देंगे। इस आशय का निर्णय रविवार को विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के उपलक्ष्य में रविवार को गोविंद देवजी मंदिर में महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य और स्वामी अवधेशाचार्य महाराज की अध्यक्षता में हुए व्यसन मुक्त जयपुर संकल्प समारोह में लिया गया। मंदिर श्री गोविंद देवजी प्रबंधन के मार्गदर्शन में अखिल विश्व गायत्री परिवार, जयपुर की अगुवाई में हुए आयोजन में नशा मुक्ति के क्षेत्र में कार्य कर रही संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने सामूहिक रूप से नशा मुक्त जयपुर अभियान चलाने का निर्णय लिया।
हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने कार्यक्रम में शिरकत की। इस मौके पर गायत्री परिवार के कार्यकर्ताओं ने दर्शनार्थियों के समक्ष झोली फैलाकर तम्बाकू उत्पादों का दान करने की याचना की। लोगों से बीड़ी, सिगरेट, गुटखा सहित अन्य नशीले उत्पाद की भीख मांगी तो कई लोगों ने गुटखा और पान मसाला झोली में डाले। तम्बाकू का सेवन छोडऩे वालों और नशा मुक्ति के क्षेत्र में कार्य कर रहे विशिष्टजनों का सम्मान किया गया। पंच कुंडीय व्यसन मुक्ति महायज्ञ और व्यसन मुक्त जयपुर संकल्प समारोह के मुख्य अतिथि सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा थे। उन्होंने कहा कि जल्द ही प्रदेश नशा मुक्त होगा। सरकार ने इस दिशा में कार्य शुरू कर दिया है।
शीघ्र ही इसके परिणाम मिलेंगे। गायत्री परिवार राजस्थान जोन के प्रभारी ओमप्रकाश अग्रवाल ने अतिथियों का स्वागत किया। मुख्य वक्ता इंडियन अस्थमा केयर सोसायटी के सचिव धर्मवीर कटेवा ने कहा कि गुलाबी नगरी को गुटखा और पान खाकर लोग गंदा करने से बाज आएं। सनातन बोर्ड संघर्ष समिति के संयोजक राहुल द्विवेदी और सर्वेश्वर शर्मा, समाजसेवी और रति फाउंडेशन से रीना भार्गव, राजस्थान प्रदेश नशाबंदी समिति के कर्मवीर कटेवा,इंडियन अस्थमा केयर सोसायटी के सचिव धर्मवीर कटेवामानव सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष कौशल सत्यार्थी, राजस्थान समग्र सेवा संघ के ताराचंद थाकन, समाजसेवी रीना भार्गव को नशा मुक्ति आंदोलन पुरोधा सम्मान से सम्मानित किया गया।
प्रारम्भ में ठाकुर श्री राधा गोविंद देवजी, वेदमाता गायत्री और गुरु सत्ता के पूजन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया। गायत्री शक्तिपीठ ब्रह्मपुरी के व्यवस्थापक सोहन लाल शर्मा, सह व्यवस्थापक मणिशंकर पाटीदार के निर्देशन में आचार्य पीठ से दिनेश आचार्य और गायत्री कचोलिया ने व्ययन मुक्ति प्रज्ञागीतों के साथ पंच कुंडीय व्यसन मुक्ति महायज्ञ करवाया। पूर्णाहुति में सभी को नशा कर रहे लोगों का नशा छुड़ाने का संकल्प करवाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए स्वामी अवधेशाचार्य महाराज ने उपस्थित सभी लोगों को हाथ आगे कर कभी भी नशा नहीं करने और 10 लोगों का नशा छुड़ाने की शपथ दिलाई।
उन्होंने कहा कि नशा छुड़वाने के लिए सभी मंदिर प्रबंधन को आगे आना चाहिए। इस मौके पर गायत्री चेतना केन्द्र मुरलीपुरा की ओर से गोविंद देवजी मंदिर परिसर में नशा मुक्ति प्रदर्शनी भी लगाई गई। सभी तरह के नशों से निजात दिलाने के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों और काउंसलर ने सेवाएं दी। जरुरतमंदों को निशुल्क दवाएं दीं गई। संतों महंतों की अगुवाई में निकाली गई व्यसन मुक्ति रैली के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
संतों-महंतों का मिला सान्निध्य
गोविंद देवजी मंदिर में महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य में आयोजित कार्यक्रम में स्वामी अवधेशाचार्य महाराज, स्वामी राघवेन्द्र, श्री सरस निकुंज के प्रवीण बड़े भैया, मनु महाराज, पं. राजकुमार चतुर्वेदी, महंत संजय गोस्वामी सहित विभिन्न मंदिरों के संत-महंत उपस्थित थे।
तम्बाकू उत्पादों पर लगे अधिकतम टैक्स
कार्यक्रम के दौरान संत-महंत और नशा मुक्ति के क्षेत्र में कार्य कर संगठनों के प्रतिनिधि मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के नाम सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा को आठ सूत्री ज्ञापन भी सौंपा। इसमें राजस्थान में पूर्ण शराबबंदी लागू करने, पूर्ण शराबबंदी लागू होने तक प्रदेश में शराब खरीदने और पीने की आयु 18 से 25 वर्ष करने, सभी बार रेस्टोरेंट संचालक उम्र के प्रावधान को प्रमुखता से दर्शाने,प्रदेश में रात्रि 8 बजे बाद भी शराब की दुकानों शराब मिलने पर स्थानीय थानाअधिकारी की जिम्मेदारी तय करने, शराब की दुकान के बाहर साइन बोर्ड निर्धारित आकार के ही लगाए जाने की पालना कड़ाई से लागू करवाने, खाद्य सुरक्षा योजना के अंतर्गत लाभ उठाने वाले परिवारों पर शराब का सेवन नहीं करने की शर्त जोडऩे, राजस्थान प्रदेश में तम्बाकू उत्पादों पर अधिकतम टैक्स लगाने, तम्बाकू उत्पादों की बिक्री बिना लाइसेंस प्रतिबंधित करने की मांग की गई।