जयपुर। एमआई रोड स्थित श्री अमरापुरा दरबार में श्री प्रेम प्रकाश मंडल के संस्थापक आचार्य सद्गुरु स्वामी टेऊंराम महाराज का 83वॉ पंच दिवसीय पुण्य तिथि उत्सव का समापन रविवार को ग्रंथ गीता पाठों के भोग परायण के साथ हुआ।
प्रातः काल की ब्रह्म वेला में चौथ पर्व पर 5.30 बजे मंगल दर्शन के साथ भक्तों द्वारा एक पुष्प गुरु चरणों में अर्पित कर मनोकामना मांगी गई। 5.50 से 6.30 तक 40 मिनट हवन यज्ञ अनुष्ठान तत्पश्चात नित्य नियम प्रार्थना, संत महात्माओं के सानिध्य में आचार्य सद्गुरु स्वामी टेऊराम महाराज की महिमा का गुणगान,ग्रंथ गीता के पाठों के भोग परायण, सामूहिक चालीसा का पाठ, सतनाम साखी महामंत्र का जाप,महाप्रसादी के भोग के साथ विशाल आम भंडारे का आयोजन हुआ।
आपने सत्संग प्रवचन में संत मोनू राम महाराज ने बताया कि आचार्य सद्गुरु स्वामी टेऊराम महाराज को बाल्यकाल से ही सुंदर संस्कार मिले हुए थे,जब भी गुरुदेव बच्चों के साथ सिंधु नदी के तट पर खेलने जाते तो वहां भी सभी के साथ बैठ भगवान के नाम का सुमिरन करते । आज के युग के माता पिता को बच्चों को संस्कारवान बनाने के लिए उनका नाम भगवान के नाम पर रखना चाहिए जैसे राम,श्याम,माधव,गोविंद आदि। इससे जितने बार हम आपने बच्चे को पुकारेगी उतनी बार प्रभु के नाम का सुमिरन होगा ।

संतो ने आगे बताया कि आध्यात्मिक ज्ञान का अनमोल खजाना है, प्रेम प्रकाश ग्रंथ साहिब। श्री प्रेम प्रकाश ग्रंथ की अध्यात्म वाणी में भजन, दोहे,पद,छंद, श्लोक आदि का समावेश है। जिसका नित्य प्रतिदिन अध्ययन करने से शांति का अनुभव होता है।
पंच दिवसीय महानिर्वाण उत्सव में 425 निर्धन परिवार को राशन कीट का किया गया वितरण
पंच दिवसीय महानिर्वाण उत्सव के समापन पर सेवा कार्य के तहत 425 निर्धन परिवार को दैनिक उपयोग की सामग्री आटा ,चीनी, चावल, मसाले, फल आदि उपयोगी सामग्री का वितरण किया गया।
श्री अमरापुर स्थान जयपुर के बाहर निरंतर चल रहे अन्न क्षेत्र में राहगीरों को पुलाव के साथ साथ शर्बत और ठंडी छाछ वितरित की गई । जयपुर सहित टोंक, चाकसू, अलवर ,अजमेर, किशनगढ़, सीकर, अहमदाबाद, कोटा आदि से भक्तों का सुबह से ही दर्शन दीदार के लिए आवागम लगा रहा । हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रशादी ग्रहण की ।