जयपुर। प्रेम, सौंदर्य, कला और धन का प्रतीक शुक्र ग्रह 26 जून को सूर्य के प्रभावशाली कृतिका नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। यह गोचर कुछ राशियों के लिए अनुकूल साबित होगा, वहीं कुछ को इससे चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। इन जातकों को संबंधों में तनाव, आर्थिक अस्थिरता या निर्णयों में भ्रम जैसी स्थितियों का अनुभव हो सकता है। ज्योतिषाचार्य पं. पुरुषोत्तम गौड़ ने बताया कि शुक्र ग्रह को वैदिक ज्योतिष में प्रेम, सौंदर्य, कला और धन का प्रतीक माना जाता है। जब भी शुक्र अपनी राशि या नक्षत्र बदलते हैं, तो इसका प्रभाव सभी राशियों के जीवन में किसी न किसी रूप में जरूर पड़ता है। ये परिवर्तन खासकर प्रेम संबंधों, आर्थिक स्थिति और रचनात्मक क्षमताओं को प्रभावित करते हैं।
ये राशियां बरते विशेष सावधानी:
कन्या राशि:
इस नक्षत्र परिवर्तन के साथ कन्या राशि वालों को सामाजिक और व्यक्तिगत जीवन में संयम और सतर्कता बरतनी चाहिए। खासकर आपकी किसी बात या व्यवहार को लेकर समाज में गलतफहमियाँ पैदा हो सकती हैं, जिससे मान-सम्मान को ठेस पहुँच सकती है। वाद-विवाद या टकराव की स्थिति से जितना संभव हो, बचना ही बेहतर रहेगा।
सेहत के लिहाज से पेट से जुड़ी समस्याएं जैसे गैस, अपच या जलन परेशान कर सकती हैं। इसके अलावा, अचानक होने वाले खर्च भी तनाव बढ़ा सकते हैं। ऐसे में सही बजट और सोच-समझकर खर्च करना बेहद जरूरी होगा। इस समय नकारात्मक संगति या गलत विचारों वाले लोगों से दूरी बनाकर रखना आपके लिए हितकारी रहेगा। रिश्तों में मिठास बनाए रखने के लिए अपने जीवनसाथी या लव पार्टनर को कोई छोटा-सा उपहार देना संबंधों को मजबूती देगा।
तुला राशि:
तुला राशि के स्वामी स्वयं शुक्र हैं, इसलिए इन जातकों पर इस गोचर का असर थोड़ा अधिक महसूस हो सकता है। इस समय शुक्र का कृतिका नक्षत्र में प्रवेश आपके लिए एक तरह की परीक्षा लेकर आ सकता है। कार्यस्थल या शिक्षा क्षेत्र में सफल होने के लिए आपको नियमित मेहनत और अनुशासन की राह पर चलना होगा। प्रेम और वैवाहिक जीवन में बहुत बड़े उतार-चढ़ाव तो नहीं होंगे, लेकिन पार्टनर के साथ जुड़ी आर्थिक जिम्मेदारियां बढ़ सकती हैं।
आपको उनकी जरूरतें पूरी करने में धन खर्च करना पड़ सकता है। यदि आप किसी साझेदारी वाले बिजनेस में हैं तो किसी छोटी चूक से भी बड़ा नुकसान हो सकता है, इसलिए हर निर्णय को सोच-समझकर लें। मानसिक शांति और वित्तीय स्थिरता के लिए कनकधारा स्तोत्र का नियमित पाठ करना लाभकारी रहेगा।
वृश्चिक राशि:
वृश्चिक राशि के लिए यह गोचर निर्णय लेने की दृष्टि से थोड़ी जटिलता ला सकता है। आप अपने भविष्य से जुड़े किसी अहम फैसले को लेकर भ्रम की स्थिति में आ सकते हैं। ऐसे में बड़ों या अनुभवी लोगों की सलाह को नजरअंदाज न करें। इसके अलावा शत्रु पक्ष से सावधानी रखना जरूरी है। वे आपकी गलती का लाभ उठाने की कोशिश कर सकते हैं। कार्यक्षेत्र में चल रही जिम्मेदारियों कोअधूरा छोडऩा नुकसानदायक हो सकता है, इसलिए हर काम को समय पर पूरा करें। इस समय फिजूलखर्ची से बचना बेहद जरूरी है क्योंकि आपका संचित धन जल्दी खर्च हो सकता है, जिससे भविष्य में आर्थिक संकट आ सकता है।
कुंभ राशि:
कुंभ राशि के जातक स्वभाव से रचनात्मक और कल्पनाशील होते हैं, लेकिन शुक्र का यह गोचर उनकी रचनात्मकता और आत्मविश्वास दोनों को प्रभावित कर सकता है। समाज में आपकी कही बातों को लोग गलत तरह से समझ सकते हैं, जिससे आपकी छवि पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। इसलिए बोलने से पहले सोचें और जितना संभव हो, इस समय ज्यादा सुनना बेहतर रहेगा। आर्थिक स्थिति थोड़ी कमजोर रह सकती है और कुछ लोगों को उधारी या कर्ज की परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। यदि आप किसी क्रिएटिव क्षेत्र से जुड़े हैं तो नई शुरुआत फिलहाल टालना ही समझदारी होगी। इस समय शिवजी की आराधना करना मानसिक संतुलन और स्थिरता लाने में सहायक सिद्ध होगा।