जयपुर। जयपुर पुलिस के हेड कांस्टेबल शहजाद अली ने रविवार को बड़ी दिलेरी का परिचय देते हुए विद्याधर नगर में किसी वांछित आरोपी को पकड़ने गए थे। उन्होंने वांछित आरोपी गौरव राय को हिरासत में ले लिया। वे उसे लेकर रवाना हुए, लेकिन पीछे से बाइक पर सवार होकर आए दो युवकों ने गाड़ी रुकवा कर पुलिस पर हमला करते हुए हिरासत में लिए गए आरोपी को छुड़ाने का प्रयास किया। मौके पर लोगों की भीड़ जुट गई। लेकिन हेड कांस्टेबल शहजाद अली ने बहादुरी का परिचय देते हुए भीड़ से अकेला भिड़ गया और काफी देर तक हमलावरों से भिड़ते रहे। फिर विद्याधर नगर की पुलिस टीम मौके पर पहुंची और हमलावरों को पकड़ लिया।
इसके चलते सोमवार को पुलिस टीम ने हमले के आरोपियों को घटनास्थल तस्दीक सहित पैदल ही सड़क पर ले गए। इस दौरान लोगों ने पुलिस की पुलिस प्रशासन जिंदाबाद के नारे लगाए तो वही आरोपितों ने हाथ जोडते हुए अपनी गलती स्वीकार करते हुए भविष्य में ऐसा नहीं करने की माफी मांगी।
गौरतलब है कि यह घटना रविवार दोपहर साढ़े तीन बजे की है। विद्याधर नगर के किशनबाग से श्याम नगर पुलिस ने आरोपी गौरव राय को हिरासत में लिया था। पुलिस के निजी वाहन में कांस्टेबल कानाराम और ड्राइवर सत्येंद्र चौधरी भी मौजूद थे। विद्याधर नगर बस स्टैंड नंबर 15 के पास स्थित मीनार मस्जिद के पास आरोपी गौरव के सहयोगी विजय राय और राहुल राय ने अपनी मोटर साइकिल पुलिस वाहन के आगे लगा दी। इसके बाद दोनों ने पुलिस से उलझते हुए आरोपी गौरव राय को छुड़ाने का प्रयास किया। कांस्टेबल कानाराम, ड्राइवर सत्येंद्र चौधरी आरोपी गौरव को लेकर कार में बैठे रहे और हेड कांस्टेबल शहजाद अली अकेले विजय राय और राहुल राय से भिड़ गए।
हिरासत में लिए गए आरोपी गौरव राय को छुड़ाने के लिए आए विजय कुमार राय और राहुल राय ने पुलिस टीम पर हमला किया। हेड कांस्टेबल शहजाद अली के साथ धक्का मुक्की करते हुए वर्दी फाड़ दी। हैलमेट और हाथों से वार करके शीशे फोड़ दिए। करीब 20 मिनट तक विजय राय और राहुल राय उत्पात मचाते रहे और इसके बाद विद्याधर नगर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस पर हमला करने वाले और उत्पात मचाने वाले दोनों युवकों को पकड़ा।