जयपुर। महर्षि अरविंद विश्वविद्यालय के विधि संकाय एवं सीडीटीआई (सेंट्रल डिटेक्टिव ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट) के संयुक्त तत्वावधान में “नई दंड संहिताओं पर जागरूकता” विषय पर रील मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य भारत में लागू होने वाली नई आपराधिक कानून संहिताओं जैसे भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस), और भारतीय साक्ष्य अधिनियम (बीएसए) के प्रति छात्रों एवं आम जन में जागरूकता फैलाना था।
प्रतिभागियों ने विविध रचनात्मक और शिक्षाप्रद रीलों के माध्यम से इन नए विधिक प्रावधानों की व्याख्या करते हुए जनता को उनके अधिकारों और दायित्वों के प्रति जागरूक किया। इस अवसर पर एक्सपर्ट के तौर पर अरुण माच्या ने कहा कि “कानून की जानकारी सिर्फ विधिवेत्ताओं तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि यह आम नागरिक तक पहुंचनी चाहिए।
इस प्रतियोगिता का उद्घाटन चेयरमैन डॉ. भारत पराशर ने दीप प्रज्वलन कर किया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताएं छात्रों में रचनात्मकता के साथ सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना भी जागृत करती हैं। इस रील मेकिंग प्रतियोगिता में बीबीए, एलएलबी (पांच वर्षीय एकीकृत पाठ्यक्रम) के छात्र भरत सर्राफ ने प्रथम पुरस्कार, सोहानी साह ने द्वितीय पुरस्कार और विजय रैबारी ने तृतीय पुरस्कार जीता।