जयपुर। उत्तर भारत की प्रमुख श्री वैष्णव पीठ उत्तर तोदाद्रि श्री गलता जी में गलतापीठाधीश्वर स्वामी अवधेशाचार्य महाराज के पावन सान्निध्य में ऋषि पंचमी पर्व मनाया गया। श्री गलता पीठ के युवराज स्वामी राघवेन्द्र ने बताया कि ऋषि पंचमी पर्व का बहुत बड़ा धार्मिक महत्व है एवं श्री गलता जी गालव ऋषि की तपोभूमि है, इस कारण से इस स्थान का सप्तऋषि पूजन तर्पण आदि की दृष्टि से अति विशेष महत्व है। प्रातः से ही श्रद्धालुओं का श्री गलता जी में आगमन शुरू हो गया था।
जहां एक तरफ पुरुषों ने श्री गलता पीठ स्थित यज्ञवेदी कुण्ड पर ऋषियों का तर्पण किया वहीं दूसरी तरफ महिलाओं ने सर्व प्रथम दातुन किया, इसके पश्चात श्री गलता जी स्थित पवित्र कुण्ड में स्नान किया। इसके पश्चात भगवान के दर्शन कर हवन किया एवं ऋषिपंचमी व्रत कथा का श्रवण कर सप्तऋषि पूजन किया। इसके पश्चात परम्परा का निर्वहन करते हुए गलतापीठाधीश्वर स्वामी जी महाराज को ऋषि रूप में मानते हुए उनका आशीर्वाद लिए एवं जपने वाली माला, गोमुखी, छड़ी, छाता,आसन, पादुका, कुशा, वस्त्र, सागार, व्रत कथा पुस्तक, दही, दूध से निर्मित मिष्ठान, बरतन, फल, द्रव्य दक्षिणा आदि भेंट की।