जयपुर। शहर के सभी मंदिरों में नौ दिन श्रद्धालु मां भगवती और प्रभु श्रीराम की साधना में लीन रहेंगे। छोटीकाशी में मां दुर्गा के मंदिरों में शारदीय नवरात्र की विशेष तैयारियां की गई है। मंदिरों को बांदरवाल और रंग बिरंगी लाइटों से भव्य रूप से सजाया गया है। आमेर के शिला माता, मनसा माता, दुर्गापुरा के दुर्गा माता, पुरानी बस्ती के रूद्र घंटेश्वरी, घाटगेट श्मशान स्थित काली माता मंदिर, झालाना पहाड़ी स्थित कालक्या मंदिर, ब्रह्मपुरी स्थित काली माता मंदिर,आमागढ़ स्थित अंबा माता, दिल्ली रोड स्थित राजराजेश्वरी मंदिर में भी घट स्थापना के बाद नौ दिन विशेष आराधना होगी।
ठिकाना मंदिर गोविंद देवजी के अधीनस्थ कनक घाटी स्थित मनसा माता मंदिर में घट स्थापना सुबह 9: 15 से 11:15 बजे हुई। घट स्थापना के बाद कल्पारंभ विहत पूजा, व्रत आंरभ, चंडी पाठ,श्रृंगार, भोग, आरती और पुष्पाजंलि के कार्यक्रम हुए । गोविंद देवजी मंदिर के प्रबंधक मानस गोस्वामी ने बताया कि दर्शन समय सुबह साढ़े पांच से साढ़े छह, साढ़े आठ से पौने बारह बजे तक तथा शाम को साढ़े पांच से रात्रि साढ़े आठ बजे तक होंगे। पंचवटी सर्किल राजापार्क स्थित वैष्णो देवी मंदिर में सुबह छह बजे घट स्थापना के बाद से ही भक्तों ने दर्शन किए। मातारानी का लाल रंग की चूनरी धारण कराई गई। पूरे मंदिर परिसर को सजाया गया है।
नौ दिन शुभ योग: ज्योतिषाचार्य डॉ. महेन्द्र मिश्रा ने बताया कि इस बार नवरात्र के सभी नौ अत्यंत शुभ योग रहेंगे। ऐसे में इस बार नवरात्रि का हर दिन शुभ रहेगा। हर दिन हर मुहूर्त रहेगा। नवरात्रि में एक भी तिथि कम नहीं है। पूरे नौ दिनों का शक्ति पर्व होना शुभ संयोग है। रविवार को हर्ष, शंख, भद्र, पर्वत, शुभकर्तरी, उभयचरी, सुमुख, गजकेसरी और पद्म नाम का विशेष योग बना। नवरात्र के नौ दिनों में तीन सर्वार्थसिद्धि, तीन रवियोग और एक त्रिपुष्कर योग बने है। वहीं अन्य दिनों में पद्म योग, बुधादित्य योग, प्रीति योग और आयुष्मान योग रहेंगे। ग्रह-नक्षत्रों की ऐसी स्थिति पिछले चार सौ सालों में नहीं बनी। हर दिन शुभ कार्य के लिए विशेष है।