जयपुर। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) की टीम ने एसआई भर्ती-2021 पेपर लीक मामले में रविवार को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नविता खोखर के पति तुलसाराम को भी गिरफ्तार कर लिया है। वहीं शनिवार को गिरफ्तार तीनों महिला ट्रेनी एसआई को रविवार को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने तीनों को सात दिन की रिमांड पर पुलिस को सौंप दिया है। जांच में सामने आया कि तीनों एसआई पहले भी एग्जाम में नकल कर चुकी हैं।
एसओजी एडीजी वीके सिंह ने बताया कि जोधपुर और जयपुर आरपीए से गिरफ्तार ट्रेनी एसआई मनीषा सिहाग निवासी गंगाशहर (बीकानेर) ,अंकिता गोदारा निवासी नोखा (बीकानेर) और प्लाटून कमांडर प्रभा विश्नोई निवासी लोहावट (जोधपुर) को रविवार को कोर्ट में पेश किया गया। तीनों को 7 दिन के रिमांड पर भेजा हैं।
तीनों से एंटी चीटिंग सेल की टीम अलग-अलग पूछताछ कर रही है। एसओजी के पास इनपुट है कि इन तीनों महिला एसआई ने इससे पहले भी कई परीक्षाओं में नकल की। इन लोगों ने परीक्षा पास करने के बाद गिरोह के साथ संपर्क में थे।
तुलसाराम बीकानेर में चाणक्य कोचिंग सेंटर चलाता था। जो चूरू जिले के रामपुर देवानी का रहने वाला है। वर्ष 1991 में पुलिस में भर्ती हुआ था। 1994 में हवाला के एक मामले में जब्त राशि अपने पास रखने के आरोप में बर्खास्त कर दिया गया। उसके बाद 2007 में उसने आरएएस का एग्जाम दिया। जिसमें 19वीं पोजीशन आई। वर्ष 2014 में वह अपने एक रिश्तेदार की जगह एसआई की परीक्षा देते हुए पकड़ा गया था। रीट एग्जाम में नकल करने के लिए ब्लूटूथ लगी चप्पल बनाने के मामले में गिरफ्तार हुआ था। इसके बाद जमानत मिल गई थी।
एसआई पेपर लीक का मामला सामने आने के बाद से फरार था
एसआई पेपर लीक 2021 तुलसाराम पेपर लीक मामला उजागर होने के बाद से फरार था। उसे बीकानेर, जोधपुर और एसओजी की टीमें कई समय से सर्च कर रही थी। एसओजी ने पेपर लीक मामले की जांच में पहले ही तुलसाराम का नाम जोड़ लिया था। कोर्ट में पेश की गई चार्जशीट में तुलसाराम के खिलाफ जांच पेंडिंग रखी गई थी। क्योंकि वह पकड़ में नहीं आ रहा था।
आरोपी तुलसाराम पेपर लीक, डमी कैंडिडेट बैठाने समेत कई गैर कानूनी काम किया करता था। तुलसाराम पेपर की व्यवस्था करने वाले पोरव कालेर का चाचा है। पोरव पहले से एसओजी की गिरफ्त में है। पेपर लीक मामले में एसओजी ने स्कूल के संचालक दिनेश सिंह चौहान, पेपर सॉल्व करने वाले नरेश दान चारण और प्रवीण कुमार, पेपर की व्यवस्था पोरव कालेर को भी गिरफ्तार किया है।
प्रवीण कुमार अब तक कर चुका 10 कॉम्पिटिशन परीक्षा पास
वहीं पेपर सॉल्व करने वाला प्रवीण कुमार भी एसओजी की गिरफ्त में है। प्रवीण ने एसओजी की पूछताछ में बताया कि वह अब तक 12 से अधिक परीक्षा दे चुका जिस में वह पास हुआ। लेकिन वह नौकरी नहीं करता। जॉब छोड़ देता है। आरोपी पहले केवल जगदीश बिश्नोई गैंग के लिए पेपर सॉल्व करने काम किया करता था। एसआई भर्ती परीक्षा 2021 में प्रवीण ने पेपर दूसरी गैंग के गुर्गों को 10 लाख रुपए में बेच दिया। जगदीश और प्रवीण के बीच इस बात को लेकर विवाद भी हुआ था।
आरोपी प्रवीण ने बताया कि उसने जगदीश से 14-15 सितम्बर को पेपर सॉल्व करने के लिए लिया। उसे दूसरी गैंग को भेज दिया था। पढ़ाई में तेज रहा प्रवीण इस समय गैंग के लिए पेपर सॉल्वर का काम करता है। प्रवीण ने पहली बार वर्ष 2012 में बैंक पीओ की परीक्षा पास की थी। वर्ष 2013 में रोडवेज निरीक्षक,2014 में एफसीआई में असिस्टेंट की परीक्षा पास की,2017 तक एसएससी की सीजीएल परीक्षा पास की। परीक्षा पास होने के बाद वह दस्तावेजों की जांच कराने के लिए कभी गया ही नहीं। 2017 से सीएजी कार्यालय में ऑडिटर पद पर जॉइन किया लेकिन यहां भी मन नहीं लगा तो 2023 में त्यागपत्र दे दिया।