Sukhdev Gogamedi murder case: जयपुर पुलिस ने सुखदेव गोगामेड़ी हत्याकांड के वेपन नेटवर्क का भंडाफोड़ करते हुए गोगामेडी हत्या से पूर्व एक सप्ताह तक शूटर नितिन फौजी को अपने घर में रखने वाली एक महिला वेपन पेडलर पूजा सैनी उर्फ पूजा बत्रा को गिरफ्तार किया गया है।वहीं उसका पति महेंद्र कुमार फरार हो गया। जिसकी तलाश की जा रही है।
जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया कि सुखदेव गोगामेड़ी हत्याकांड के वेपन नेटवर्क का भंडाफोड़ करते हुए वेपन पेडलर पूजा सैनी उर्फ पूजा बत्रा को प्रताप नगर थाना इलाके से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस की प्रारम्भिक जांच में सामने आया है कि गिरफ्तार आरोपित पूजा सैनी ने गोगामेडी हत्या से पूर्व एक सप्ताह तक शूटर नितिन फौजी को अपने घर में रखा था। जो प्रताप नगर के जगतपुरा स्थित इनकम टैक्स कॉलोनी में किराए के एक फ्लैट में रहती थी।
इस पुलिस कार्रवाई के दौरान आरोपित महिला का पति महेन्द्र कुमार उर्फ समीर फरार हो गया। जिसकी तलाश की जा रही है। फरार महेन्द्र कुमार कोटा का हिस्ट्रीशीटर है जिसके खिलाफ हत्या का प्रयास, मारपीट,हथियार तस्करी इत्यादि दो दर्जन से अधिक आपराधिक मामले दर्ज है। पुलिस को घटना के दो दिन यह इनपुट मिला था कि आरोपित नितिन फौजी वारदात से पूर्व प्रताप नगर में कहीं ठहरा था। इसके बाद पुलिस टीम ने 24 से 25 घंटे लगातार पैदल चलकर डोर टू डोर सर्वे करने के बाद कामयाबी मिली।
गिरफ्तार आरोपी महिला पूजा सैनी से पूछताछ में सामने आया कि रोनी राजपूत ने हिसार से किराए की टैक्सी से नितिन फौजी 28 नवम्बर को जयपुर प्रताप नगर फलेट में भेजा। जहां महेन्द्र उर्फ समीर अपने मोबाइल से रोहित गोदारा और विरेन्द्र चारण की नितिन से बात करवाया था। वारदात वाले दिन महेन्द्र कुमार ने आधा दर्जन से अधिक पिस्टल और भारी मात्रा में कारतूस दिलवाए। जहां आरोपित नितिन ने दो पिस्टल और दो मैग्जीन रखी और साथ ही एक अतिरिक्त मैग्जीन और पिस्टल दूसरे शूटर के लिए रख ली।
साथ ही महेन्द्र कुमार ने 50-50 हजार रुपये की दो नोटों की गड्डी नितिन फौजी को दी। इसके बाद वारदात वाले दिन महेन्द्र कुमार अपनी गाड़ी में बैठा कर अजमेर रोड पहुंचा,जहां रोहित राठौड को लिया और पिस्टल और रुपये की गड्डी दी। इसके बाद महेन्द्र उन्हे वहां छोड कर चला गया। महेन्द्र कुमार के घर की तलाशी लेने पर पुलिस को कई वाहनों की आरसी,पैन कार्ड,आधार कार्ड सहित हथियार तस्करी के लॉरेन्स बिश्नोई गैंग के नेटवर्क संचालित करने सुराग मिले है। लॉरेंस गैंग की ओर से जयपुर में घटित की गई कई गंभीर वारदातों या घटित होने से पहले रोकी गई वारदातों में हथियार सप्लाई महेन्द्र कुमार और उसकी पत्नी की ओर से किए गए है।
दोनों एक साथ जाकर हथियार सप्लाई करते है जिससे किसी को शक न हो। इसके अलावा राजू ठेहट हत्याकांड में यह बात सामने आई है कि जयपुर में एक एके 47 किसी को दी गई थी। इस संभावना से इनकार किया नहीं जा सकता है यह वहीं एके 47 है। फरार महेन्द्र कुमार उर्फ समीर ने रोहित राठौड़ को मोटर साईकिल खरीदने के लिए 20 हजार रुपयें दिये गये थे। उक्त रुपयें देकर डाउनपेमेन्ट से रोहित राठौड़ ने मानसरोवर स्थित एसपी मोटर्स से एक मोटरसाईकिल टीवीएस स्पोर्ट्स स्वयं के नाम से 29 नवम्बर को खरीदी थी।
रोहित राठौड़ ने घटना वाले दिन सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के मकान के साईड में गली में इस मोटरसाईकिल को खड़ा किया तथा दो हैलमेट लगाये तथा चाबी अपने पास रख ली। इस मोटर साईकिल से दोनों शूटर्स को फरार होना था। घटना के बाद जैसे ही दोनों शूटर्स इस मोटर साईकिल वाले स्थान पर पहुँँचे तो मोटर साईकिल वहां पर नहीं मिली। इस कारण स्कूटी छीन कर भागना पड़ा। जहाँ मोटर साईकिल खड़ी की गई थी। उसके सामने निर्माण कार्य चल रहा था। मोटर साईकिल के पास किसी के नहीं आने पर मजदूरों ने उसे दूसरी साईड में खड़ा कर दिया। इस कारण शूटर्स इस मोटरसाईकिल को नही देख पाये व उसका उपयोग नही कर सके। इस मोटर साईकिल को पुलिस द्वारा जब्त कर लिया गया है।