पंचकूला। विशाल चहल और नरेंदर कंडोला के तूफानी प्रदर्शन की बदौलत तमिल थलाइवाज ने प्रो कबड्डी लीग (पीकेएल) के इतिहास में सबसे बड़ी जीत दर्ज कर ली है। विशाल के 19 और नरेंदर के 17 प्वॉइंट के दम पर थलाइवाज की टीम ने रविवार को यहां ताऊ देवीलाल इंडोर स्टेडियम में खेले गए 10वें सीजन के 126वें मैच में बंगाल वॉरियर्स को 74-37 से रौंद दिया।
इस मुकाबले में तमिल थलाइवाज ने प्रो कबड्डी लीग के एक मैच में सबसे अधिक अंक लेने का रिकॉर्ड बनाया। इसके अलावा मैच में कुल 111 अंक लिए गए, जोकि पीकेएल के किसी एक मैच में सबसे अधिक प्वॉइंट है। थलाइवाज ने इस मैच में रिकॉर्ड सबसे ज्यादा सात बार विपक्षी टीम को ऑल आउट भी किया।
इसके साथ ही थलाइवाज ने एक यादगार जीत के साथ 10वें सीजन का समापन किया। तमिल थलाइवाज ने 22 मैचों में नौवीं जीत के साथ इस सीजन का समापन किया। बंगाल वॉरियर्स को ने 22 मैचों में 10 हार, नौ जीत और दो टाई के बाद 55 अंक लेकर इस सीजन को अलविदा कहा।
इस सीजन में अपना आखिरी मैच खेलने उतरी तमिल थलाइवाज और बंगाल वॉरियर्स की टीम जीत के साथ सीजन का समापन करने के लिए उतरी। एक समय 4-4 की बराबरी करने के बाद थलाइवाज ने नरेंदर कंडोला के सुपर रेड के सहारे दो प्वॉइंट की लीड बना ली। तमिल ने इसके बाद लगातार प्वॉइंट लेते हुए बंगाल को ऑल आउट की ओर धकेल दिया। सातवें मिनट में बंगाल को सुपर टैकल करके खुद को ऑल आउट होने से बचा लिया। लेकिन अगले ही मिनट में थलाइवाज ने बंगाल को ऑल आउट कर दिया और स्कोर को 17-12 का कर दिया।
इसके बाद नरेंदर ने 15वें मिनट में एक और सुपर लगाकर थलाइवाज की बढ़त को पांच प्वॉइंट का कर दिया और अपना सुपर-10 भी पूरा कर लिया। नरेंदर के अलावा विशाल ने भी पीकेएल में अपना पहला सुपर-10 लगा दिया। 21-15 के स्कोर के बाद थलाइवाज ने आगे भी अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखा। तमिल थलाइवाज ने नरेंदर के दम पर 20वें मिनट में भी बंगाल को ऑल आउट करके स्कोर को 27-18 तक पहुंचा दिया। थलाइवाज के लिए नरेंदर और विशाल ने पहले हाफ में ही अपना सुपर-10 पूरा कर लिया। इसके साथ ही तमिल थलाइवाज ने पहले हाफ की समाप्ति तक 31-18 का स्कोर कर लिया।
दूसरे हाफ में भी थलाइवाज का धमाकेदार प्रदर्शन जारी रहा। बंगाल की टीम दूसरे हाफ के शुरू होते ही फिर से ऑल आउट हो गई और थलाइवाज का स्कोर 36-19 का हो गया। 25वें मिनट में विशाल चहल के एक और सुपर रेड के दम पर थलाइवाज ने मैच में 42-20 विशाल बढ़त बना ली। तमिल थलाइवाज ने फिर अगले ही मिनट में बंगाल को एक बार फिर से ऑल आउट करके स्कोर को 45-21 तक पहुंचा दिया।
नरेंदर और विशाल की जुगलबंदी की बदौलत थलाइवाज आज तूफानी प्रदर्शन कर रही थी और दोनों प्वॉइंट्स की झड़ी लगा रहे थे। 30वें मिनट तक थलाइवाज की टीम के पास 29 प्वॉइंट ही लीड हो चुकी थी और उसका स्कोर 51-22 का हो चुका था। थलाइवाज की टीम रेडिंग के साथ-साथ डिफेंस में भी लगातार प्वॉइंट ले रही थी और इसी वजह से बंगाल की टीम एक बार फिर से ऑल आउट की कगार पर पहुंच चुकी थी। 36वें मिनट में थलाइवाज ने छठी बार बंगाल को ऑल आउट कर दिया और स्कोर को 64-26 तक पहुंचा दिया।
पीकेएल के इतिहास में पहली बार किसी टीम ने किसी टीम को छठी बार ऑल आउट किया है। मुकाबले में लगातार असहाय नजर आ रही बंगाल के लिए कुछ भी सही नहीं हो रहा था और टीम लगातार निराशाजनक प्रदर्शन कर रही थी। अंतिम मिनटों में हालांकि बंगाल ने दो रेड में चार प्वॉइंट ले लिए। तमिल थलाइवाज ने इसके बाद अपने प्वॉइंट को 70 तक पहुंचा दिया। पीकेएल के इतिहास में पहली बार किसी टीम ने 70 प्वॉइंट के आंकड़े को हासिल किया है। अंतिम मिनटों में थलाइवाज की टीम ऑल आउट हो गई और इसके बावजूद उसने बंगाल वॉरियर्स को 74-37 से रौंद दिया।