जयपुर। आराध्य देव गोविंद देवजी मंदिर में शरद पूर्णिमा मध्य रात्रि को ग्रहणकाल में विशेष दर्शन हुए। श्रद्धालुओं ने मंदिर में हरिनाम संकीर्तन किया। ग्रहण के मोक्ष होने के बाद जगमोहन की गंगाजल से धुलाई कर ठाकुरजी का अभिषेक कर नवीन पोशाक धारण कराई गई। इससे पूर्व सूतक लगने से पूर्व ही खीर में डाब मिलाकर भोग अर्पित कर दिया गया।
शरद पूर्णिमा की विशेष झांकी शाम 7:15 से 7:30 बजे हुई। अन्य सभी झांकियां यथावत समय पर हुई। इस मौके पर ठाकुर श्रीजी को सफेद पोशाक धारण कराकर विशेष अलंकार और फूलों से श्रृंगार किया गया। ठाकुर श्रीजी के लिए शरद का खाट सजाया गया। चौसर और शतरंज की झांकी सजाई गई। ठाकुर जी की सेवा में दूध, पान, इत्रदान अर्पण किया गया।
मंदिर के प्रवक्ता मानस गोस्वामी ने बताया कि खंडग्रास चंद्रग्रहण के कारण रविवार को दर्शनार्थियों में खीर भोग का वितरण नहीं होगा। भोग लगाई हुई पशु-पक्षियों को खिलाई जाएगी।