जयपुर। विधायकपुरी थाना पुलिस ने तौलिए से गला घोटकर युवक की हत्या के मामले में एक आरोपी को दबोच लिया है। आरोपी ने अपनी नशे की लत पूरी करने के लिए इस वारदात को अंजाम दिया था। आरोपी ने पहले बातों-बातों में मृतक से दोस्ती गांठ ली और उसके पास स्थित रुपयों को लेकर स्मैक के नशे के शौक को पूरा करने के लिए सुनसान स्थान पर ले जाकर धोखे से उसके तौलिए से गला घोट दिया। पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए 500 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाले के साथ तकनीकी टीम की मदद से साक्ष्य इक्ट्ठा कर आरोपी को दबोच लिया। आरोपी हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद अपना हुलिया पूरी तरह से बदल लिया था।
पुलिस उपायुक्त जयपुर शहर दक्षिण दिगंत आनंद ने बताया कि 17 अप्रेल को आकाशवाणी के सामने एक खाली प्लाट में युवक की लाश मिली थी। युवक की गला घोट कर हत्या की गई थी। मृतक के गले में तौलिया बंधा हुआ था। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर घटना के 9 दिन बाद आरोपी को दबोच लिया। मृतक की पहचान 37 वर्षीय सुरेश कुमार गुर्जर निवासी श्रीमाधोपुर नीमकाथाना के रुप में हुई। हत्या करने के बाद आरोपी ने मृतक के पास से मिले रुपयों से अपना हुलिया बदल लिया।
घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी ने बाल कटवा कर सफेद बालों पर काली डाई करवा ली और दाढी को क्लीन सेव करवा लिया। पुलिस सीसीटीवी कैमरे की फुटेज के आधार पर आरोपी का पीछा कर कडी से कडी जोडते हुए पोलोविक्ट्री,रेल्वे स्टेशन, सिन्धी कैम्प, एमआई रोड, घाट गेट तक करीब 500 से अधिक सी्ीटीवी कैमरे खंगाले। अज्ञात मृतक के परिजनों के बारे में जानकारी प्राप्त की जाकर उन्हें थाना विधायकपुरी पर बुलाकर मृतक की फोटो दिखाकर एवं एसएमएस अस्पताल मोर्चरी डी-फ्रीज में रखवाए गए शव को दिखाकर शिनाख्त करवाई गई तो मृतक की पहचान सुरेश कुमार गुर्जर पुत्र रघुनाथ गुर्जर निवासी गांव जूगराजपुरा नीमकाथाना के रुप में होने पर शव को उसके परिजनों को सुपुर्द किया गया। इस पूरे मामले में 26 वर्षीय कृपाल सिंह गुर्जर पुत्र रमेश चंद गुर्जर निवासी गांव लादिया रैणी अलवर को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ट्रांसपोर्ट नगर पुलिया, नारायण सिंह सर्किल और टोंक फाटक के पास फुटपाथ रह रहा था।
खर्चे के रुपए देने से मना करने पर ठानी हत्या की
पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपी वह स्मैक के नशे का आदी है जो जयपुर में खानाबदोश का जीवन यापन कर रहा है। अपनी नशे की हवस को पूरा करने के लिए वह 16 अप्रेल की रात सिन्धी कैम्प, रेल्वे स्टेशन की तरफ आया था। रेल्वे स्टेशन के पास उसे सुरेश कुमार गुर्जर मिलता है। सुरेश गुर्जर को आरोपी ने स्वयं का ऑटो होना बताया और बातों ही बातों में मृतक से नजदीकियां बढ़ा ली। उसके बाद आरोपी ने सुरेश गुर्जर से अपने खर्चे के रुपए मांगे तो मना करने पर मन ही मन सुरेश को जान से मारकर उसके सारे रुपए प्राप्त करने की योजना बना ली।
इसके बाद सुरेश के एक ही समाज (गुर्जर समाज) का होने का विश्वास दिलाते हुए शराब दिलवाने का झांसा देकर आकाशवाणी के सामने स्थित खाली जमीन में लाकर उसी के गले में मौजूद सफेद रंग के गमछे से गले को कसकर बांध करउसकी हत्या कर देता है और मृतक के जूतों, राशि सहित उसके दस्तावेजों लेकर फरार हो गया। इसके बाद वह हुलिया बदल कर रहने लगा। हत्यारा कृपाल गुर्जर चोरी, नकबजनी, लूट और जहरखुरानी का आदतन अपराधी है।