जयपुर। भांकरोटा थाना इलाके में अजमेर रोड एलपीजी टैंकर ब्लास्ट में गंभीर रूप से झुलसे 2 और लोगों ने मंगलवार को एसएमएस अस्पताल में दम तोड़ दिया। इसी के साथ मरने वालों की संख्या 15 हो गई है। इसमें एक पूर्व आईएएस भी शामिल हैं। जयपुर-अजमेर हाईवे पर 20 दिसंबर की सुबह करीब पौने छह बजे हादसा हुआ था।
इस घटना को लेकर टैंकर के ड्राइवर से पुलिस में सामने आया कि दूसरे ट्रक की टक्कर से गैस के नोजल टूटने की आवाज आई थी। तेज आवाज के साथ गैस लीक होने लगी। मैने गाडी में रखा अपना मोबाइल उठाया और कूदकर अजमेर की ओर भाग गया था। करीब 200 मीटर आगे ही गया था कि टैंकर में आग लग गई थी। आग के गोले सड़क पर फैलने लगे थे। जयपुर में एलपीजी ब्लास्ट मामले में पुलिस ने टैंकर ड्राइवर से मंगलवार को पूछताछ की है।
एसीपी बगरू हेमेंद्र कुमार शर्मा के अनुसार, मथुरा के रहने वाले ड्राइवर जयवीर सिंह ने पुलिस को बताया कि 20 दिसंबर की सुबह 5.44 बजे की बात है। रिंग रोड पर जाने के लिए कट से यू टर्न ले रहा था। टर्न लेने के बाद गैस टैंकर को मुख्य रोड की तरफ कर रहा था। इसी दौरान पीछे से किसी बड़ी गाड़ी ने टक्कर मारी। पुलिस को जयवीर सिंह ने बताया कि हादसे के दौरान मैं गाड़ी में अकेला ही था। टैंकर से निकली गैस आग का गोला बन कर सड़क पर फैलने लगी। इसके बाद मैं रिंग रोड पर जाकर रुका।
मैंने फोन कर ट्रक मालिक अनिल कुमार को घटना की जानकारी दी। इसके बाद मोबाइल को बंद कर लिया। एलपीजी टैंकर के मालिक अनिल कुमार को भी थाने बुलाया है। वह दिल्ली के रहने वाले हैं। अनिल से भी पूछताछ की जाएगी। ड्राइवर जयवीर से मिली जानकारी की पुष्टि को लेकर पुलिस काम कर रही है।
पुलिस, एफएसएल और ट्रैफिक की टीम मंगलवार दोपहर करीब 12:30 बजे हादसे वाली जगह पर जांच करने पहुंची। टीम के पास क्रेश लैब इंटरसेप्टर भी थी। इसकी मदद से रोड इंजीनियरिंग में आ रही खामियों को देखा गया। रोड पर चलते समय गाड़ियों का बैलेंस बिगड़ना, रोड का संकरा-चौड़ा होना, रोड पर गाड़ियों के उछलने के कारणों को लेकर टीम जांच कर रही है।
एसएमएस हॉस्पिटल के प्लास्टिक सर्जन डॉक्टर राकेश जैन ने बताया कि 15 लोगों की मौत हो चुकी है। मंगलवार को एटा (उत्तर प्रदेश) के रहने वाले नरेश बाबू और नूंह (हरियाणा) के यूसुफ ने इलाज के दौरान दम तोड़ा। 4 गम्भीर रूप से घायल मरीजों को वेंटिलेटर पर रखा गया है। इनको मिलाकर कुल 20 का इलाज चल रहा है। इसके अलावा कुल 5 अन्य मरीजों को डिस्चार्ज किया जा चुका है। 3 को सोमवार को और 2 को मंगलवार को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज किया गया।
गौरतलब है कि अजमेर रोड पर भांकरोटा में डीपीएस स्कूल के पास 20 दिसंबर को हादसे में 4 लोग मौके पर ही जिंदा जल गए थे। 8 लोगों ने सवाई मानसिंह हॉस्पिटल में इलाज के दौरान दम तोड़ा था। 1 मौत जयपुरिया हॉस्पिटल में हुई थी। टेलर की टक्कर से टैंकर के 5 नोजल टूट गए और 18 टन (180 क्विंटल) गैस लीक हो गई थी। इससे इतना जोरदार धमाका हुआ था कि पूरा इलाका आग के गोले में तब्दील हो गया था। जहां टैंकर में ब्लास्ट हुआ था, उससे करीब 200 मीटर दूर एलपीजी से भरा एक और टैंकर था। गनीमत रही कि उसने आग नहीं लगी।