जयपुर। जवाहर कला केन्द्र में कला संसार मधुरम के तहत आयोजित मांड गायन कार्यशाला की बुधवार को शुरुआत हुई। प्रसिद्ध मांड गायक अली मोहम्मद-गनी मोहम्मद 40 प्रतिभागियों को मांड गायकी के गुर सिखा रहे हैं। कार्यशाला में दोनों प्रशिक्षकों के साथ परमेश्वर कथक तबले पर तो अमीरुद्दीन सारंगी पर संगत कर रहे हैं।
प्रशिक्षक अली मोहम्मद और गनी मोहम्मद ने बताया कि कार्यशाला के पहले दिन मांड गायन के मूलभूत जानकारी बच्चों को दी गयी है। कई बच्चे ऐसे रहे जिन्होंने मांड गायन का नाम तो सुना था लेकिन वे इसके बारे में जानते नहीं थे। प्रतिभागियों को मांड की विस्तृत जानकारी के साथ अलग-अलग रागों के विषय में बताया जाएगा साथ ही विभिन्न गीतों के साथ उनका अभ्यास भी करवाया जाएगा।
पहले दिन ‘केसरिया बालम आओ नी’ के साथ प्रतिभागियों ने शुरुआत की। उन्होंने बताया कि राजस्थान के पारंपरिक मांड गायकी से युवा पीढ़ी को अवगत करवाने के लिए यह कार्यशाला एक सशक्त कदम है, युवाओं ने इसमें बढ़चढ़कर हिस्सा लिया है। 27 सितंबर से शुरू हुई कार्यशाला 6 अक्टूबर तक चलेगी।