जयपुर। श्री रामानंदाचार्य महाप्रभु की 724 वीं जयंती श्री रामानंद वैष्णव मण्डल के तत्वावधान में बड़े धूमधाम से मनाई गई। छोटी काशी स्थित श्री रामानंद संप्रदाय के मंदिरों में शोभायात्रा, अभिषेक ,फूल बंगला झांकी सहित अनेक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ।
छोटी चौपड़ स्थित सीतारामजी मंदिर में महंत नंदकिशोर शर्मा ने श्री रामानंदाचार्य जी का पंचामृत अभिषेक किया गया। इस दौरान पांच पंडितों ने वेद मंत्रोच्चार किया। त्रिवेणी मंडल की ओर से 24 घंटे राम नाम का संकीर्तन हुआ।
समाज के अध्यक्ष रामप्रसाद अग्रवाल ने बताया कि इसके बाद श्री रामानंद मंडल के रामशरण हल्दिया, अवधेश पोद्दार, रामगोपाल बूसर ने महाप्रभु प्रगट भया छै…,
मां, रामानंदाचार्य महाप्रभु प्रगट भया छै…,
आचारज को जन्म महोत्सव गावत संत बधाई…., आवो आवो हे सहेलयो गावा सरस बधावणा….बाजे छै नौबत बाजा थाके पुन्य सदन महाराजा जैसे बधाईगान किया। श्रद्धालुओं ने खिलौने, फल, टॉफी, बिस्किट की उछाल की।
महंत हरिशंकर दास वेदांती सहित विभिन्न मंदिरों से आए संतों-महंतों का रामबाबू झालाणी, रामबाबू पाटोदिया, नारायण अग्रवाल, ब्रजबिहारी, रामकिशोर सोखिया, गोंविद झालाणी ने सम्मान किया गया। बधाईगान के बाद मंदिर परिसर में पालकी यात्रा निकाली गई।
संस्था के मंत्री लक्ष्मीनारायण काकडेवाले ने बताया कि शनिवार, तीन फरवरी को गलताजी स्थित पयोहारीजी महाराज की की गुफा में बधाई उत्सव मनाया जाएगा।
पुरानी बस्ती स्थित बालानंद जी का मठ, नृसिंह मंदिर, स्टेशन रोड स्थित वीर हनुमान मंदिर, ढहर के बालाजी स्थित सियारामदास बाबा की बगीची सहित रामानंद संप्रदाय के अन्य मंदिरों में भी जयंती महोत्सव श्रद्धा और विश्वास के साथ मनाया गया।