जयपुर। सभी नौ ग्रहों में से सबसे उग्र माने जाने वाले राहु और केतु ने 18 साल बाद रविवार को कुंभ और सिंह राशि में गोचर कर लिया है।दोनो उग्र ग्रहों ने रविवार 18 मई की शाम 7 बजकर 35 मिनट पर गोचर किया। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु और केतु को मायावी ग्रह की श्रेणी में रखा गया है।
ऐसा माना जाता है कि राहु को ज्योतिषविद् , और बेहद शक्तिशाली ग्रह है। जबकि केतु को आध्यात्मिक बैराग्य,मुक्ति और ज्ञान का ग्रह माना गया है। इन दोनो ग्रह के गोचर से दोनो का समसप्तक योग बनेगा। दोनो एक -दूसरे के 7वें भाव में विराजमान होकर कई राशियों की किस्मत का सितारा चमकाएंगे।
ज्योतिषचार्य बनवारी लाल शर्मा ने बताया कि ये दोनो छाया ग्रह कुंभ और सिंह राशि में अगले डेढ़ साल तक रहेंगे। इसका सभी 12 राशियों पर गहरा असर पडे़गा। उन्होने बताया कि ज्योतिष और पुराणों में राहु-केतु को ग्रहों की श्रेणी में रखा गया है। लेकिन इन अन्य ग्रहों की भांति भौतिक रुप से मौजूद नहीं है। इसलिए इन्हे छाया ग्रह कहा जाता है। राहु का वास्तविक नाम स्वर्भानु था।
जबकि केतु को कभी -कभी धूम के नाम से भी जाना जाता है। ये दोनो ग्रह पुरी तरह से आध्यात्मिक और रहस्यमय शक्तियों का प्रतीक है। राहु माया,भौतिक सुख,छल और भ्रम का प्रतिनिधित्व करता है। वहीं केतु मोक्ष,वैराग्य और आध्यात्मिक ज्ञान का प्रतीक माना जाता है।
ज्योतिषाचार्य बनवारी लाल शर्मा ने बताया कि राहु वक्री चाल से एक राशि में 18 महीने गोचर करता है। राहु के गोचर करने से इन राशियों के जीवन में बदलाव आ सकता है।
इन राशियों में होगा बदलाव-
मेष – राहु के राशि परिवर्तन से भूमि, वाहन और मकान खरीदारी से सुखों की प्राप्ति होगी। साहस, पराक्रम और धन-लाभ में वृद्धि होगी। कार्यक्षेत्र में उन्नति के योग, विस्तार और मान-सम्मान में वृद्धि होगी।
वृषभ- सहकर्मियों का रूखा स्वभाव आपके लिए परेशानियां पैदा कर सकता है। जॉब में परिवर्तन करने का विचार भी बना सकते हैं, आर्थिक पक्ष पर ध्यान दें। शिवलिंग का जलाभिषेक करें।
मिथुन- इनके भाग्य में कुछ उतार तो कुछ चढ़ाव दिखेंगे। कभी आपको भाग्य का अच्छा साथ मिलेगा तो कभी बनते-बनते कामों में कई तरह की रुकावटें आने लगेंगी।
मकर- यह भाव धन और कुटुंब का कारक माना जाता है। पैतृक कारोबार करने वालों को कड़ी मेहनत के बाद ही मुनाफा होगा। सेहत को लेकर भी सावधानी आपको बरतनी चाहिए। वाणी को नियंत्रण में रखें। जरूरतमंदों को जरूरत की चीजें दान करें।
मीन- राहु का गोचर आपके द्वादश भाव में होगा। कुछ लोगों को न चाहते हुए भी नौकरी छोड़नी पड़ सकती है। विदेशों में या विदेशी कंपनियों में काम करने वाले लोगों को उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ेगा। गलत संगति से आपको बचकर रहना चाहिए, नहीं तो इस अवधि में मानहानि होने की भी आशंका है।