जयपुर। जन-जन में शिव उपासना के माध्यम से आध्यात्मिक चेतना के जागरण के लिए श्री शिव महापुराण कथा समिति, जयपुर की ओर से बनीपार्क के जंगलेश्वर महादेव मंदिर के पास एक वर्षीय शिवशक्ति महायज्ञ के भव्य आयोजन के अवसर पर 26 जून से 04 जुलाई श्री शिव महापुराण कथा का दिव्य आयोजन किया जाएगा। श्री शिव महापुराण कथा समिति के मुख्य संरक्षक डॉ. सतीश पूनियां के संरक्षण में होने वाली कथा के प्रधान यजमान जयपुर नगर निगम हैरिटेज की महापौर कुसुम यादव और अजय यादव होंगे। श्री शिव महापुराण कथा समिति के महामंत्री अरुण खटोड़ ने बताया कि प्रतिदिन दोपहर 2 से शाम 6 बजे तक प्रसिद्ध पुराण चिंतक भाईश्री संतोष सागर महाराज अपनी ओजस्वी वाणी से श्री शिव महापुराण की अमृत वर्षा करेंगे।
ये होंगे मुख्य यजमान:
पं. सुरेश शास्त्री, सोमकांत शर्मा, प्रकाश माहेश्वरी, श्रीराम कोडिय़ा, मनोज पंसारी, चेतन कुमावत, शिव थिरानी, रवि चावल वाले, जय हनुमान बामलवा, अरुण खटोड़, श्यामबाबू गुप्ता, त्रिलोक खंडेलवाल, जितेन्द्र लखवानी, मनोज मुद्गल।
आयोजन की तैयारियों में जुटे पदाधिकारी:-
श्री शिव महापुराण कथा समिति के उप मुख्य संरक्षक आर. सी. गुप्ता, मोहनलाल अग्रवाल, स्वागताध्यक्ष किशन लाल कोडिय़ा, अध्यक्ष पं. सुरेश शास्त्री, महामंत्री अरूण खटोड़, संयोजक अर्जुन सिंह राठौड़, उपाध्यक्ष एवं कार्यक्रम संयोजक मनोज पंसारी, श्रीराम कोडिय़ा, कार्यक्रम सह संयोजक रवि चावल वाले, शिव थिरानी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रकाश माहेश्वरी, उपाध्यक्ष त्रिलोक खण्डेलवाल, चेतन कुमावत, गोपाल कृष्ण मोदी, सत्यप्रकाश वर्मा, दीपक गोयल, रवि सैनी, राधेकृष्ण परवाल, राजेश कंदोई, मंत्री श्यामबाबू गुप्ता, सुमित खटोड़, नरेश कश्यप, आलोक बालाहेड़ी, ऋषि अग्रवाल,कोषाध्यक्ष चन्द्रप्रकाश खण्डेलवाल, संगठन मंत्री धर्मेन्द्र सोनी, प्रचार मंत्री प्रमिल श्रीकांत पुरोहित, जतिन बाहेती, कपिल शर्मा, अर्थ मंत्री कैलाश चन्द्र रावत, विधि मंत्री हरीश बागड़ी एवं अन्य आयोजन की तैयारियों में जोर शोर से जुटे हुए हैं।
श्रद्धालु जानेंगे रुद्राक्ष-भस्म महिमा:-
26 जून को शिव महापुराण महात्म्य के साथ कथा का श्रीगणेश होगा। 27 जून को शिवलिंग महिमा, रुद्राक्ष एवं भस्म महिमा, 28 जून को नारद चरित्र, सृष्टि वर्णन, धनपति कुबेर कथा, 29 जून को सती चरित्र, पार्वती जन्म एवं शिव विवाह महोत्सव होगा। 30 जून को गंगा अवतरण, समुद्र मंथन, अर्धनारीश्वर कथा होगी। एक जुलाई को कार्तिकेय जन्म एवं गणपति जन्म उत्सव, दो जुलाई को दुर्वासा, हनुमान, भैरव अवतार, जलंधर वध, तुलसी विवाह, तीन जुलाई को द्वादश ज्योतिर्लिंग प्राकट्य कथा, चार जुलाई को शिव भक्त चरित्र, महामृत्युंजय एवं पंचाक्षर मंत्र महिमा, शिव साधना का प्रसंग होगा।