जयपुर। धार्मिक आयोजन का केंद्र श्री अमरापुरा दरबार में निर्जला एकादशी को भक्तों का सैलाब उमड़ा। गुरु और गोविंद के दर्शनों के लिए भक्तों में होड़ मची रही। शनिवार प्रात साढ़े 5 बजे मोगरे के फूल बंगले में ठाकुरजी गुरुदेव को विराजमान किया गया। जिसके बाद श्रद्धालुओं ने उनके दर्शन कर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। मोगरे के फूल बंगले के अद्भुत झांकी के दर्शन कर श्रद्धालु ह्दय भावविभोर हो गए। मंदिर में श्री अमरापुर दरबार के लाडले लडडू गोपाल जी का विशेष शृंगार किया गया। मंदिर परिसर में और समाधि स्थल को ऋतु पुष्पों से अलौकिक तरीके से सजाया गया।
प्रात साढ़े 5 से साढ़े 6 बजे तक 40 मिनट तक हवन,यज्ञ किया गया। जिसमें सर्व जगत कल्याण की मंगल कामना की गई। 40 मिनट के इस हवन यज्ञ में संत मोहनलाल,संत गुरुदास,संत हरीश,संत अविनाश एवं पंडित विजेंद्रर शर्मा,भरत असनानी,मुकेश लख्यानी, जितेंद्र लखवानी,पुरुषोत्तम जैसवानी,होनेश विधानी,मुरली पारवानी,जीतूराम भगत ,दिलीप ,हरीश भोजवानी आदि भक्तों ने और संतों के सानिध्य में आहुतियां अर्पित की।
मिल्क रोज,शर्बत,प्रसाद के साथ परिंडों का किया वितरण
निर्जला एकादशी पर चालीहा महोत्सव के उपलक्ष्य पर संतो की उपस्थिति में सभी भक्तों को बेजुबान पक्षियों के दाने पानी के लिए परिंडों का वितरण भी किया गया। इसी के साथ श्री अमरापुर दरबार के बाहर निरंतर चल रहे अन्न क्षेत्र में मिल्क रोज,शर्बत,प्रसादी का वितरण किया गया। जिसमें हजारों की संख्या में राहगीरों और श्रद्धालुओं ने मिल्क रोज,शर्बत प्रसादी ग्रहण की। संतो ने बताया कि इन दिनों गर्मी के मौसम में प्यासे लोगों को ठंडा पानी,शर्बत ,फलों का रस पिलाना बहुत पुण्य का कार्य होता है और विशेष रुप से निर्जला एकादशी पर इस सेवा का अत्याधिक फल मिलता है।
30 जून तक जारी रहेंगे धार्मिक अनुष्ठान
139वें जन्मोत्सव के अंतर्गत मनाए जा रहे सद्गुरु टेऊंराम चालीहा उत्सव में शनिवार को 139 किलो दूध का मिल्क रोज शर्बत प्रसाद वितरण किया गया। वहीं 501 परिंडे भी बांटे गए। 40 मिनट हवन यज्ञ अनुष्ठान में 40 विवाहित जोड़ो से आहूतियां अर्पित करवाई गई।जिसमें संत-महात्माओं के साथ सैकड़ो श्रद्धालु हवन यज्ञ के साक्षी बनें। जिसके पश्चात शाम को संतो के सानिध्य में संकीर्तन एवं सतनाम साक्षी महामंत्रों का 108 बार जाप किया गया और सद्गुरु टेऊंराम महाराज द्वारा रचित वाणी भजन,दोहे,पद,छंद,कविता आदि का संतो ने संगीतमय वाचन किया।
जिसके पश्चात आरती एवं फलाहरी खरी,फल आदि प्रसाद का वितरण किया गया।मंदिर परिसर में दिन भर भक्तों का दर्शनों के लिए तांता लगा रहा। चालीहा महोत्सव 30 जून को सद्गगुरु टेऊंराम जयंती तक जारी रहेगा। इसी बची अनेक धार्मिक कार्यकमों का आयोजन होगा। जिसमें महाआरती, सदगुरु टेऊंराम प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, नौका विहार झांकी, स्वामी टेऊँराम भजन अंताक्षरी प्रतियोगिता, 139 व्यंजन भोग झांकी, स्वामी टेऊँराम चित्र बनाओ प्रतियोगिता, 139 किलो महाप्रसादी भोग, बधाई गीत, दीप प्रज्वलन, रंगोली आदि अनेक अनुष्ठान सदगुरु टेऊँराम जयंती तक चलेंगे।