जयपुर। एन्टी गैंगस्टर टॉस्क फोर्स की टीम ने गुरुवार को धौलपुर जिले के थाना राजाखेडा क्षेत्र में डीएसटी टीम धौलपुर के सहयोग से बडी कार्रवाई को अंजाम देते हुए 03 अवैध हथियार एवं 35 जिन्दा कारतूस के साथ एक बदमाश माधव सिंह ठाकुर निवासी राजाखेड़ा जिला धौलपुर को गिरफ्तार किया गया है। इसके पांच साथी बदमाश उबर खाबड़ जमीन व जंगल का फायदा उठाकर फरार हो गये। जिनकी तलाश की जा रही है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एजीटीएफ दिनेश एमएन ने बताया कि गुरुवार को टीम को सूचना प्राप्त हुई कि धौलपुर जिले के राजाखेड़ा थाना क्षेत्र में कुछ व्यक्ति अवैध हथियारों सहित किसी आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने की फिराक में हैं। सूचना पर डीएसटी टीम को लेकर थाना राजाखेड़ा क्षेत्र के गांव सदापुर के बीहड़ों में पहुँची।
एडीजी एमएन ने बताया कि पुलिस टीम की टुकडियां बनाकर बदमाशों की तलाश के लिए सर्च अभियान चलाया गया। जिसमें बीहड के घने क्षेत्र में बनी झोपड़ी को घेरने पर अंदर बैठे पांच-छह बदमाश पुलिस टीम पर जान से मारने की नियत से फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी आत्मरक्षा में जवाबी फायर किये। जवाबी कार्रवाई देखकर बदमाश घने बीहड़ में भाग गये।
पुलिस टीम द्वारा अदम्य साहस का परिचय देते भागते हुये बदमाशों का पीछा कर एक बदमाश माधव सिंह को पकड़ लिया। बाकी लोग घने बीहड़ का फायदा उठा कर भागने में सफल हो गये। जिसकी तलाशी में एक 12 बोर दुनाली बन्दूक, पेट की दायी आंट मे से एक कट्टा 315 बोर व कमर मे एक कारतूसों का पट्टा बंधा हुआ मिला, पट्टे में कुल 23 कारतूस जिन्दा 12 बोर के मिले। बदमाश को लेकर झोपड़ी पहुंची पुलिस टीम ने झोपड़ी की तलाशी ली तो अन्दर रखी चारपाई पर रखे तकिये के नीचे से एक देसी कट्टा 315 बोर व 07 जिन्दा कारतूस 315 बोर व 05 जिन्दा कारतूस 7.65 के.एफ. के रखे मिले।
पकड़े गए बदमाश माधव सिंह ने पूछताछ में भागने वाले चार बदमाशों का नाम रामदत्त उर्फ सोनू ठाकुर पुत्र तेजपाल उर्फ तेजा निवासी वसई घीयाराम थाना राजाखेड़ा, थान सिहं पुत्र कल्यान सिहं ठाकुर, श्याम पाल पुत्र टीकम सिंह ठाकुर एवं विष्णु उर्फ बिट्टू पुत्र मातादीन ठाकुर निवासी सदापुर थाना राजाखेड़ा बताया। पाँचवें को इसने रामदत्त उर्फ सोनू का दोस्त बताया जो हरियाणा का रहने वाला है।
आरोपी बदमाश ने पूछताछ में पुलिस को यह भी बताया कि उक्त हथियार रामदत्त उर्फ सोनू का दोस्त हरियाणा से लेकर आया था। कुछ हथियार रामदत्त उर्फ सोनू व उसका दोस्त थानसिहं, श्यामपाल, विष्णु उर्फ विटु तथा रामदत्त के दोस्त के पास है। पकड़े जाने से पहले बदमाश माधव सिंह ने भागते समय अपनी 12 बोर दुनाली से फायर किया था जिसमें डीएसटी के कांस्टेबल भागीरथ व गजेंद्र बाल बाल बच गए।
इस कार्रवाई में एएसआई शैलेन्द्र शर्मा, हैड कांस्टेबल अरूण कुमार कांस्टेबल बृजेश शर्मा एवं श्रवण की इस कार्रवाई में विशेष भूमिका रही। वहीं हेड कांस्टेबल लोकेश कुमार, माखन सिंह, दीनदयाल, मुकेश कुमार, कांस्टेबल भागीरथ, गजेन्द्र सिंह, चरण सिंह, हरेन्द्र, गीतम सिंह, विनोद कुमार, ईशू जैन, ओमप्रकाश, अशोक, गजेन्द्र सिहं, कोमल सिहं, दिलीप सिंह एवं कांस्टेबल चालक शामिल थे।