जयपुर। बस्सी थाना इलाके में केमिकल फैक्ट्री में शनिवार को विस्फोट होने पर जान गंवाने वाले पांच शवों को खुले में रख परिजनों ने परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी,पचास लाख रुपए मुआवजा और फैक्ट्री के मालिक पर कार्रवाई करने की मांग करते हुए जयपुर-आगरा हाईवे पर बैनाड़ा मोड़ पर जाम लगा दिया था। जाम की सूचना पर बस्सी और कानोता थाना पुलिस के साथ पुलिस लाइन से फोर्स तैनात की गई है।
साथ ही पुलिस उपायुक्त जयपुर पूर्व कावेंद्र सागर, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त पूर्व आसाराम चौधरी, एडीएम और एसडीएम भी मौके पर मौजूद रहे। लगातार शांति व्यवस्था कायम करने का प्रयास किया गया। साथ ही मृतक के परिजनों को अधिकारी समझाइष भी की,ताकि सड़क से जाम हटाया जा सके। लेकिन वह नहीं माने। वहीं ढाई घंटे बाद कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित और जयपुर कमिश्नर बीजू जार्ज जोसफ से कानोता थाने में हुई परिजनों की वार्ता में मांगों पर सहमति बनने पर परिजन शव लेने के लिए राजी हुए और इसके बाद जाम खोल दिया गया।
बस्सी के बैनाड़ा सरपंच रमेशचंद्र महावर ने बताया कि ग्रामीणों के प्रतिनिधिमंडल और पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के बीच हुई बातचीत के बाद दोनों पक्षों में सहमति बन गई। इसके बाद ग्रामीणों ने जयपुर-आगरा हाईवे पर लगाया जाम हटा दिया है।
उन्होंने बताया कि मृतक परिवारों के परिजनों को फैक्ट्री मालिक की ओर से 15-15 लाख रुपए दिए जाएंगे। इसके साथ ही महापौर सौम्या गुर्जर की ओर से एक-एक लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी। प्रशासनिक अधिकारियों ने सरकार की ओर से भी पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता और चुनाव के बाद रोजगार मुहैया कराने का आश्वासन दिया है।
वार्ता में मौजूद पूर्व विधायक कन्हैयालाल मीणा ने बताया कि मरने वाले और एक झुलसे व्यक्ति को फैक्ट्री मालिक की ओर से 15-15 लाख रुपए, लेबर डिपार्टमेंट से भी 15-15 लाख रुपए, चिरंजीवी बीमा योजना में 5-5 लाख रुपए मुआवजा दिलवाने का आश्वासन दिया गया है। साथ ही प्रशासन ने नौकरी को लेकर सरकार से चुनावी आचार संहिता हटने के बाद बातचीत कराने आश्वासन दिया।
गौरतलब है कि बस्सी थाना इलाके के बैनाड़ा में शनिवार देर शाम को एक केमिकल फैक्ट्री में काम कर रहे छह मजदूरों की जिंदा जलकर मौत हो गई। हादसे में दो जने गंभीर रूप से झुलस गए। हादसा फैक्ट्री में बॉयलर फटने के बाद लगी आग से हुआ था।