जयपुर। गत 28 सितंबर से जिले में विश्व रेबीज सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है, जिसके अंतर्गत विभिन्न जागरूकता गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है। इसी क्रम में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी. एल. मीणा ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि रेबीज रोग कुत्ते, बिल्ली इत्यादि जानवरों के काटने या खरोचने की वजह से हो सकता है। ऐसे में घाव को साबुन, बहते पानी से तुरंत धोना चाहिए और स्प्रिट/अल्काहोल या घरेलू एंटीबायोटिक का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके बाद निकटवर्ती अस्पताल मे जाकर टीका लगवाना चाहिए।
घाव पर कभी भी मिर्च, सरसों तेल इत्यादि नहीं लगाना चाहिए। इसके अलावा पालतू जानवरों का समय समय पर टीकाकरण करवाना चाहिए। जागरूक रहकर ही रेबीज जैसे जानलेवा रोग से बचा जा सकता है।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष वर्ल्ड रैबीज सप्ताह के आयोजन हेतु ‘रैबीज ऑल फोर वन, वन हैल्थ फोर ऑल’ की थीम रखी गई है, जिसमें वन हेल्थ अप्रोच के द्वारा रेबीज को 2030 तक खत्म करने का लक्ष्य रखा गया है। जिले के चिकित्सा संस्थानों में रेबीज रोग के विषय मे आमजन को जानकारी प्रदान करने के साथ ही उपचार भी प्रदान किया जा रहा है।