जयपुर। उत्तर भारत की प्रमुख श्री वैष्णव पीठ उत्तर तोताद्रि श्री गलता जी में सोमवार को अयोध्या में हुई भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा के पावन अवसर पर गलता पीठाधीश्वर स्वामी अवधेशाचार्य महाराज के पावन सानिध्य में विभिन्न आयोजन अनुष्ठान आदि किए गए।
श्री गलता पीठ के युवराज स्वामी राघवेन्द्र ने बताया कि श्री गलता पीठ उत्तर भारत का प्रथम व प्रमुख श्री राम भक्ति केन्द्र है एवं देश भर के राजा महाराजा एवं धर्मप्राण भक्त भागवतजन सदा से इस पवित्र स्थल को इसी रूप में पूजते आ रहे हैं। अयोध्या में भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर श्री गलता पीठ में 500 वर्ष से भी अधिक प्राचीन रामलला के विग्रह का प्रातः 9.15 बजे विद्वानों द्वारा वैदिक विधि एवं मंत्रोच्चार के साथ पंचामृत, सर्व औषधि, फलों, मेवों आदि से पंचामृत अभिषेक किया गया।
इसके पश्चात भगवान का आकर्षक श्रृंगार कर महाआरती की गई। रामलला के साथ साथ सीताराम जी, रामकुमार जी, रघुनाथ जी के उत्सव विग्रहों का भी अभिषेक, श्रृंगार व महाआरती की गई। इसके पश्चात भगवान राम का 1000 नामों से पुष्पयाग किया गया।
उल्लेखनीय है कि श्री गलता जी की इस महान तपोभूमि को विद्वानों व महापुरुषों ने आस व त्रास मिटाने वाली तपोस्थली, जिसके कण कण में राम बसते हैं, इस दिव्य प्रभाव को अनुभव करते हुए अपनी भावनाओं की अभिव्यक्ति की। इस अवसर पर श्री गलता पीठ परिसर को फूलों से सुसज्जित किया गया, रंगोलियां आदि बनाई गईं। साफ सफाई, सुरक्षा आदि की विशेष व्यवस्था की गई।
अयोध्या में आयोजित होने वाले भगवान राम के प्राणदृप्रतिष्ठा महोत्सव को आगंतुक श्रद्धालुजनों ने श्री गलता पीठ में लगाई गई डिस्प्ले स्क्रीन पर लाईव देखा। उपरोक्त कार्यक्रम में श्री गलता पीठ से जुड़े भगवतजनों, स्वयंसेवकों का विशेष सहयोग रहा। नगर निगम द्वारा सफाई, रोशनी एवं दीपदान आदि किए गए। पुलिस प्रशासन का भी विशेष सहयोग रहा।