May 15, 2025, 12:00 am
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मस्जिद पर पोस्टर लगाने पर उपजा विवाद: जौहरी बाजार में प्रदर्शन के नाम पर जबरन दुकानें बंद करने वालों को पुलिस ने खदेड़ा

जयपुर। जौहरी बाजार में शुक्रवार देर रात पोस्टर लगाने का विवाद शनिवार की शाम परकोटे में उस समय बिगड गया जब कुछ लोग जौहरी बाजार में प्रदर्शन के नाम पर जबरन दुकानें बंद कराने लगे। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने जबरन दुकानें बंद करवाकर हंगामा मचाने वालों से समझाइश की। प्रदर्शनकारियों के नहीं मानने पर पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया। पुलिस के हल्का बल प्रयोग कर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ कर दुकानों को खुलवाया। शांति व्यवस्था बनाए रखने के साथ ही यातायात को चालू करवाया गया। इसके साथ ही पुलिस ने जगह-जगह फ्लैग मार्च कर शांति बनाए रखने की अपील की। विवाद को लेकर माणक चौक थाने में हवामहल विधायक खिलाफ दर्ज मामले की जांच सीआईडी सीबी को सौंपी गई है।

जयपुर कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया कि नारेबाजी करने के बाद उपजे विवाद के चलते इलाके में पुलिस और सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है। सुरक्षा बलों की तैनात के बीच शांति व्यवस्था कायम है। इलाके में एसटीएफ के अलावा बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है। पुलिस के अधिकारी लगातार गश्त कर स्थिति पर निगरानी बनाए हुए है।

सहायक पुलिस आयुक्त माणकचौक पीयूष कविया ने बताया कि इलाके में शांति बनी हुई है। एहतियात के तौर पर पुलिस व सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। प्रशासन लगातार हालात पर नजर रखे हुए है और दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की गई है। सुरक्षा के मद्देनजर जौहरी बाजार, बड़ी चौपड़ और आसपास के इलाकों में पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है। विधायक के खिलाफ दर्ज मामले की जांच सीआईडी सीबी कर रही है।

गौरतलब है कि शुक्रवार देर रात पहलगाम में हुए आतंकी हमले के विरोध में विधायक बालमुकुंद आचार्य अपने समर्थकों के साथ प्रदर्शन के लिए बड़ी चौपड़ पहुंचे। यहां ‘जय श्री राम’ के नारे लगे और कई दीवारों पर पोस्टर चिपकाए गए। प्रदर्शनकारियों का काफिला जब जामा मस्जिद के सामने पहुंचा तो विवाद हो गया। और यही घटना विवाद की जड़ भी बनी।

आरोप है कि विधायक आचार्य ने मस्जिद की सीढ़ियों पर ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ लिखे पोस्टर खुद चिपकाए और उन पर पैर भी रखा। उस वक्त मस्जिद के अंदर रात की नमाज चल रही थी। जिससे वहां मौजूद लोगों में आक्रोश फैल गया। देखते ही देखते बड़ी संख्या में लोग मस्जिद के बाहर जमा हो गए और विधायक के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया। मस्जिद प्रशासन की शिकायत पर विधायक बालमुकुंद आचार्य के खिलाफ जयपुर के माणक चौक थाने में धार्मिक भावनाएं आहत करने, धार्मिक स्थल के सम्मान का उल्लंघन करने और शांति भंग करने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। बताया जा रहा है कि रात करीब 10 बजे एक पक्ष के लोग इकट्‌ठा होना शुरू हुए। बड़ी चौपड़ के पास नारेबाजी कर पोस्टर लगाकर विरोध जताने लगे। इस दौरान अन्य लोग भी एकत्रित हो गए। देखते ही देखते दोनों में विवाद हो गया।

मामले को लेकर मुस्लिम संगठनों के पदाधिकारियों ने रखी विधायक पर कार्रवाई की मांग

इस पूरे प्रकरण को लेकर शनिवार को जामा मस्जिद कमेटी ने जामा मस्जिद ने मीडिया से बातचीत में पदाधिकारियों ने कहा कि वह पहलगाम हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते है। इस तरह का कायराना कृत्य करने वालों को कतई भी बख्शा नहीं जाना चाहिए। लेकिन शुक्रवार रात को हवामहल विधायक ने मस्जिद में जिस तरह से नारेबाजी और पोस्टर लगाए है वह सरासर गलत है। इस प्रेस वार्ता के दौरान मुस्लिम समाज के कई संगठनों के पदाधिकारी मौजूद रहे। इसके अलावा विधायक अमीन कागजी और आदर्श नगर विधायक रफीक खान भी मौजूद रहे। इस दौरान मस्जिद के अंदर और बाहर मुस्लिम समाज के लोग बड़ी संख्या में मौजूद रहे। एहतियात के तौर मस्जिद के बाहर पुलिस बल भी तैनात रहा।

राजस्थान मुस्लिम फोरम महासचिव नाजीमुद्दीन ने कहा कि विधायक को इलाके के विकास पर काम करना चाहिए। इस तरह से धर्म विशेष के लोगों को टारगेट कर काम करना गलत है। पुलिस से भी हमने विधायक के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कहीं है। पुलिस कमिश्नर ने हमसे दो दिन का समय मांगा है। विधायक लोगों में नफरत फैलाने का काम कर रहे है। इससे पहले भी विधायक केवल मुस्लिम समुदाय को टार्गेट बनाकर कभी अज़ान के नाम पर, कभी हिजाब के नाम पर, कभी इमामबाड़े पर,कभी आधार कार्ड के नाम पर, कभी मोहल्लों के यूनानी डॉक्टर्स पर कभी खाने की होटलों पर छापामारों की तरह पहुंचकर स्वयंभू और गैर कानूनी कार्यवाही करने लगते हैं।

विधायक रफीक खान ने कहा कि जयपुर हमेशा से अपनायत का शहर रहा है,अफसोस कि आज कुछ लोग इसे बिगाड़ने पर तुले हैं। जामा मस्जिद,जौहरी बाजार की सीढ़ियों पर चढ़कर मुस्लिम समाज को उकसाने-चिढ़ाने एवं धार्मिक भावनाएं भड़काने का जो कुत्सित प्रयास विधायक बालमुकुंद आचार्य ने किया है, वह घोर आपत्तिजनक है, इसकी जितनी निंदा की जाए कम है। पहलगाम के कायराना आतंकी हमले के कारण पूरा देश दुखी है,आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है।मगर कुछ लोग सिर्फ़ हिन्दू-मुसलमान करके देश को अंदर से कमजोर करने में लगे हैं।

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