जयपुर। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने कार्रवाई करते हुए कनिष्ठ अभियंता भर्ती परीक्षा में पेपर लीक गिरोह के वांछित चल रहे पचास हजार रुपये के इनामी मुख्य सरगना को नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार किया गया है। साथ ही इस पेपर लीक में सहयोग करने वाले तीन आरोपियों को भी पकड़ा है। फिलहाल आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस एटीएस और एसओजी वीके सिंह ने बताया कि कनिष्ठ अभियंता भर्ती परीक्षा में पेपर लीक मामले में वांछित मुख्य सरगना हर्षवर्धन कुमार मीणा निवासी महुआ जिला दौसा, राजेन्द्र कुमार यादव उर्फ राजू निवासी कालाडेरा जयपुर,राजेन्द्र कुमार यादव निवासी झोटवाड़ा और शिवरतन मोट उर्फ निवासी राजियासर जिला श्रीगंगानगर को गिरफ्तार किया गया है।
अब तक की पूछताछ में सामने आया है कि आरोपियों ने कनिष्ठ अभियंता भर्ती परीक्षा-2020 का पेपर परीक्षा पूर्व प्राप्त कर अभ्यर्थियों को उपलब्ध कराना पाया गया है। गिरफ्तार शुदा आरोपित हर्षवर्धन कुमार मीणा जिला दौसा में पटवारी के पद पर कार्यरत है तथा राजेंद्र कुमार यादव उर्फ राजू का राजस्थान एस.आई, भर्ती 2021 में मेरिट क्रमांक 53 पर चयन होना पाया गया है। राजेन्द्र कुमार यादव शहीद दिग्विजय सिंह सुमेल राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय खातीपुरा, जयपुर में तृतीय श्रेणी अध्यापक के पद पर पदस्थापित है। आरोपित शिवरतन मोट उर्फ शिवा, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, भोजेवाला, श्रीगंगानगर में लाइब्रेरियन के पद पर पदस्थापित है । आरोपियों ने एक संगठित गिरोह बनाकर प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक करना एवं मूल अभ्यर्थी की जगह डमी अभ्यर्थी बैठा कर अभ्यर्थियों का चयन करवाना पाया गया है।
कनिष्ठ अभियंता भर्ती परीक्षा-2020 की परीक्षा में शामिल अभ्यर्थी ने 9 दिसम्बर 2020 को कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा आयोजित कनिष्ठ अभियंता भर्ती परीक्षा – 2020 का पेपर परीक्षा समय पूर्व सोशल मीडिया पर वायरल होने के विषय में प्रकरण दर्ज करवाया गया था। परीक्षा का आयोजन राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड जयपुर की ओर से छह दिसम्बर 2020 को विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर किया गया था। इस प्रकरण की जांच से पेपर लीक पाया जाने पर राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड जयपुर ने परीक्षा रद्द कर दी गई थी। इसके उपरांत राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड जयपुर द्वारा उक्त परीक्षा का पुनः आयोजन करवाया गया था।
इस प्रकरण में अनुसंधान के दौरान अब तक 24 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। गिरफ्तारशुदा आरोपितों में 5 परीक्षार्थी एंव 19 आरोपित पेपर लीक गिरोह से जुड़े सदस्यों एंव कोचिंग संचालक है। इस प्रकरण के अनुसंधान से यह पता नहीं चल पाया था कि इस परीक्षा का पेपर किस परीक्षा केन्द्र से एवं किसके द्वारा लीक किया गया है। पुलिस के लिए यह पता करना चुनौती था। इस प्रकरण के खुलासा एवं आरोपित हर्षवर्धन की गिरफ्तारी के लिए पचास हजार का इनाम घोषित किया गया ।
राज्य सरकार द्वारा एसआईटी गठन के बाद पूर्व में दर्ज पेपर लीक के प्रकरणों की समीक्षा एवं जांच के लिए विशेष टीमों का गठन कर वांछितों की तलाश प्रारम्भ की गई। इसी क्रम में कनिष्ठ अभियंता भर्ती परीक्षा -2020 के पेपर लीक सम्बन्धी प्रकरण में वांछित आरोपित हर्षवर्धन मीणा व राजेन्द्र कुमार यादव उर्फ राजू की तलाश की गई। इस दौरान आरोपियों की फरारी के लिए नेपाल जाने की सूचना मिली। इस सूचना पर एक टीम को नेपाल बॉर्डर पर भेजी गई। टीम ने हर्षवर्धन मीणा व राजेन्द्र कुमार यादव उर्फ राजू को नेपाल सीमा से दस्तयाब कर जयपुर लाया गया और पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया। आरोपी पुलिस से बचने के लिए बार-बार नेपाल जाते रहे हैं एवं गिरफ्तारी से बचने के लिए नेपाल की मोबाइल सिम का उपयोग करते थे।
आरोपित हर्षवर्धन मीणा व राजेन्द्र यादव से कनिष्ठ अभियंता भर्ती परीक्षा-2020 के पेपर लीक के संबंध में जानकारी मिली कि इस परीक्षा का पेपर शहीद दिग्विजय सिंह सुमेल राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय खातीपुरा,जयपुर में पदस्थापित तृतीय श्रेणी अध्यापक राजेन्द्र कुमार यादव ने अपने सहयोगियों के साथ आपराधिक षड्यंत्र रचकर विद्यालय के स्ट्रांग रूम से परीक्षा से पूर्व शील्ड पैकेट से चीरा लगाकर लीक किया गया था। जिस पर आरोपित राजेन्द्र कुमार यादव एवं शिवरतन मोट उर्फ शिवा को गिरफ्तार किया गया। एसआईटी की टीम अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है। साथ ही आरोपित हर्षवर्धन मीणा एवं राजेन्द्र उर्फ राजू द्वारा आगे किन-किन अभ्यार्थियों को पेपर पढ़ाया गया है। इस संबंध में जांच पडताल की जा रही है।