नई दिल्ली। आईईएसए और सेमी इंडिया के अध्यक्ष अशोक चांडक ने कहा, ’’भारत-यूके मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) वैश्विक स्तर पर भारत की छवि और व्यापार के अवसरों को बढ़ाने के लिए उचित समय पर उठाया गया एक प्रेरक कदम है। इससे सर्विस सेक्टर को भी काफी फायदा होगा। संयुक्त आर एंड डी (अनुसंधान एवं विकास) तथा सहयोग से डिजाइन, टैस्टिंग और एम्बेडेड सॉफ्टवेयर में वृद्धि होगी। इस तरह से ब्रिटेन की डिजाइन क्षमता और भारत की इंजीनियरिंग प्रतिभा का लाभ मिलेगा, जिससे स्टार्ट अप और इनोवेटर्स को मदद मिलेगी। कम्पोनेंट्स, कच्चे माल और पूंजीगत उपकरणों पर टैरिफ कम करने से उत्पादन लागत कम होगी और भारत-यूके मुक्त व्यापार समझौता ।’’
उन्होंने कहा, ’’यह समझौता कुशल प्रतिभाओं के आदान-प्रदान की सुविधा प्रदान करेगा, इससे सप्लाई चेन के लचीलेपन में मजबूती आएगी और ग्रीन इलेक्ट्रॉनिक्स सहयोग को बढ़ावा मिलेगा। इसकी अहमियत यह भी है कि इससे भविष्य के व्यापार समझौतों के लिए एक बेंचमार्क स्थापित हो जाएगा। यह कदम एक समान विचारधारा वाले लोकतंत्रों के साथ जुड़ने के लिए भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इसके फलस्वरूप, देश के कोर सेक्टरों और वैश्विक स्तर पर उच्च तकनीक और रणनीतिक क्षेत्रों में अपनी बात रखने के मामले में भारत की स्थिति पुख्ता बनेगी।’’