जयपुर। आरआईएसई (आध्यात्मिक सशक्तिकरण से स्वर्णिम भारत का उदय) राष्ट्रीय अभियान का जयपुर ज़ोनल मुख्यालय ब्रह्माकुमारीज वैशाली नगर के प्रभु निधि सभागार में शुभारम्भ किया गया। मंच पर उपस्थित सांसद राज्यवर्धन सिंह राठोर, वाईस चांसलर डॉ अल्पना काटेज (राजस्थान यूनिवर्सिटी), वाईस चांसलर डॉ सुधीर भंडारी (आरयुएचएस), योगेश चंद शर्मा, संयुक्त निदेशक शिक्षा संकुल, डॉ आनंद पोद्दार, निदेशक पोद्दार ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूट, डॉ पुरुषोतम कुम्भज, अध्यक्ष नर्सिंग टीचर एसोसिएशन, डॉ आई डी गुप्ता, विभागाध्यक्ष एसएमएस मेडिकल कॉलेज जयपुर, केदार मल भाला, अध्यक्ष महेश्वरी समाज, जयपुर लन्दन से पधारी राजयोगिनी गोपी दीदी, ब्रह्माकुमारीज जयपुर सबज़ोन की प्रभारी राजयोगिनी सुषमा दीदी ने दीप प्रज्जवलित कर समारोह का आगाज किया।
सांसद राज्यवर्धन सिंह राठोर ने कहा कि कर्म पर ध्यान करो फल की चिंता मत करो, क्योंकि परफेक्ट प्रैक्टिस से ही परफेक्ट बन सकते है। आत्मविश्वास सफलता की सबसे बड़ी कुंजी है तथा खुद ही खुद के मित्र है । साथ ही उन्होंने कहा की ब्रह्माकुमारीज संस्था द्वारा शिक्षा जगत हेतु किये जा रहे प्रयासों की सराहना की ।
वाईस चांसलर डॉ. सुधीर भंडारी (आरयूएचएस) ने कहा कि जरूरतमंद की सहायता करने में ख़ुशी प्राप्त होती है । मैडिटेशन से मन में सकारात्मक हार्माेन का निर्माण होता है। कोटा त्रासदी को याद करते हुए कहा की बच्चों में मैडिटेशन के प्रति रुझान पैदा करना होगा तभी बच्चें सकारात्मक रहकर श्रेष्ठ समाज का निर्माण कर सकते है ।
वाईस चांसलर राजस्थान यूनिवर्सिटी अल्पना कटेजा ने सभा को संबोधित करते हुए कहा की भागदौड़ भरी जिन्दगी में यहाँ सुख-चैन का अनुभव होता है, उन्होंने कहा की शिक्षा का उद्देश्य अच्छे मनुष्य का निर्माण करना है । ऐसा पुनीत कार्य ब्रह्माकुमारीज द्वारा किया जा रहा है ।
लन्दन से पधारी राजयोगिनी गोपी दीदी ने राजयोग मैडिटेशन का अभ्यास करवाते हुए कहा कि मनुष्य के चरित्र को सशक्त बनाना राष्ट्र को सशक्त बनाने की कुंजी है। महिलाओं का सम्मान किसी भी समाज को परखने का पैमाना है। विश्व का उत्थान भारत पर निर्भर है। इस अभियान के माध्यम से. ब्रह्माकुमारीज़ का लक्ष्य आध्यात्मिकता के माध्यम से पुरुषों को दैवीय स्तर तक ऊपर उठाने के इस उद्देश्य को पूरा करना है।
ब्रह्माकुमारीज़ जयपुर सबज़ोन प्रभारी राजयोगिनी सुषमा दीदी ने स्वागत भाषण दिया और अभियान के उद्देश्य के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि भारत अत्यंत समृद्धिशाली संतों की भूमि रही है। ब्रह्माकुमारीज का लक्ष्य अगले 25 वर्षों में आध्यात्मिकता के माध्यम से भारत को फिर से महान बनाना है।
वैशाली नगर सेवाकेंद्र प्रभारी राजयोगिनी चन्द्रकला दीदी ने बताते हुए कहा की शिक्षा जगत में उत्पन्न हो रही इन चुनौतियों का समाधान करने के लिए ब्रह्माकुमारीज के शिक्षा प्रभाग द्वारा राष्ट्रिय स्तर पर आरआईएसई (आध्यात्मिक सशक्तिकरण से स्वर्णिम भारत का उदय) अभियान चलाया जा रहा है, जिसका राष्ट्रिय शुभारम्भ भारत की माननीय राष्ट्रपति दौपदी मुर्मू ने ब्रह्माकुमारी के अंतर्राष्ट्रीय मुख्यालय शांतिवन, आबू रोड में पधार कर किया।
इस अभियान के अंतर्गत शिक्षा प्रभाग द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा अभियान के रूप में पुरे भारत वर्ष के स्कूल-कॉलेज के विद्यार्थियों और शिक्षकों को जीवन मूल्यों से सशक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है ।