जयपुर। ऑर्गन ट्रांसप्लांट मामले में जवाहर सर्किल थाना पुलिस ने गुरुवार को मैड सफर नाम की कंपनी के डायरेक्टर सुमन जाना व दलाल सुखमय नंदी को शुक्रवार कोर्ट में पेश किया। जहां कोर्ट ने पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है। पांच दिन के पुलिस रिमांड में कई चौकाने वाले खुलासे होने की आशंका जताई जा रही है। साथ ही पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ के बाद अस्पताल प्रबंधन व डॉक्टर्स की भूमिका तय होगी। जयपुर पुलिस ने बांग्लादेश हाई कमिशन से भी मरीजों का रिकॉर्ड और प्रोसेस की जानकारी मांगी है। वहीं फरार रांची का दलाल मोहम्मद मुर्तजा अंसारी व राजकमल नायक भी इन्हीं की कंपनी में काम करते है। इन्हें पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है।
पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया कि जवाहर सर्किल थाना पुलिस ने मैड सफर नाम की कंपनी के डायरेक्टर सुमन जाना व दलाल सुखमय नंदी को गिरफ्तार किया था। इनसे खुलासा हुआ था कि किडनी ट्रांसप्लांट के लिए जयपुर के फोर्टिस और ईएचसीसी अस्पताल ने कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए फरीदाबाद, दिल्ली की इसी कंपनी से एमओयू कर रखा था। यह कंपनी दलालों के जरिए बांग्लादेश से किडनी के डोनर व रिसीवर ढूंढ़ती थी। सौदा तय होने के बाद उनके फर्जी दस्तावेज तैयार करवाए जाते थे और उन्हें जयपुर भेजा जाता था। ट्रांसप्लांट के लिए रिसीवर से रिकॉर्ड पर सिर्फ आठ से दस लाख रुपए लेना दिखाया जाता था। लेकिन वसूली पच्चीस से तीस लाख रुपए की होती थी।