July 17, 2025, 6:00 pm
spot_imgspot_img
Home Blog Page 1168

जेकेके में फागोत्सव आज:ब्रज की होरी की प्रस्तुति

0

जयपुर। हवा में होली की मस्ती घुल रही है। होली के अवसर को ध्यान में रखते हुए सभी कला अनुरागियों को लोक कला के रंगों से रंगने के लिए जवाहर कला केन्द्र की ओर से शुक्रवार को फागोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। उत्सव के अंतर्गत रंगायन में शाम छह बजे से ब्रज की होरी की प्रस्तुति होगी। भारतीय कला संस्थान की ओर से अशोक शर्मा व समूह के कलाकार अपनी प्रस्तुति से सभी को कृष्ण रंग में रंगने वाले हैं।

राज्यपाल ने गोविंद देव जी मन्दिर में पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों की खुशहाली की कामना की

0

जयपुर। राज्यपाल कलराज मिश्र गुरुवार को श्री गोविंद देव जी मंदिर पहुंचे। वहां उन्होंने श्री गोविंद देव जी की विधिवत पूजा अर्चना कर प्रदेशवासियों की सम्पन्नता और खुशहाली की कामना की।

बाद में राज्यपाल मिश्र परंपरागत चले आ रहे गोविंद देव जी मंदिर के फागोत्सव में भी सम्मिलित हुए। उन्होंने वहां फाग उत्सव पर खेली जा रही फूलों की होली की राधा माधव लीला देखी और कलाकारों की सराहना की। उन्होंने होली के पावन पर्व की शुभकामनायें दी। उन्होंने कहा कि रंगो का यह त्योंहार सबके लिए मंगलमय हो। यह सबमें उमंग और उत्साह का वास कराए।

होली एवं धुलण्डी पर्व के लिए विभागों के अधिकारियों को सौंपी गई जिम्मेदारियां

0

जयपुर। आगामी 24 मार्च को होली और 24 मार्च को धुलण्डी पर्व उत्साह, उमंग और उल्लास के साथ मनाया जाएगा। इन पर्वों पर सतर्कता एवं संवेदनशीलता बनाये रखने के साथ-साथ जरूरी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के लिए पुलिस एवं जिला प्रशासन के संबंधित विभागों के अधिकारियों को जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं।

जिला कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने एक आदेश जारी कर जयपुर जिले के सभी पुलिस उपायुक्तों एवं पुलिस अधीक्षक जयपुर ग्रामीण को सांप्रदायिक सौहार्द, कानून व्यवस्था, यातायात सहित सभी माकूल व्यवस्था करने के अलावा अतिसंवेदनशील इलाकों में सतत निगरानी रखने के भी निर्देश दिये हैं।

जयपुर नगर निगम ग्रेटर एवं हैरिटेज को होली और धुलण्डी के बाद अतिरिक्त स्टाफ तैनात कर सफाई के साथ-साथ सुरक्षा की दृष्टि से अग्निशमन वाहन मय उपकरण और स्टाफ तैनात करने के लिए निर्देशित किया गया है।

साथ ही उपायुक्त नगर निगम ग्रेटर एवं हैरिटेज को 24 मार्च एवं 25 मार्च को थाना रामगंज, माणक चौक ब्रह्मपुरी, शास्त्री नगर, कोतवाली, मालवीय नगर, लालकोठी, आदर्श नगर, मानसरोवर, सांगानेर, वैशाली नगर एवं पुलिस कंट्रोल रूम यादगार जयपुर पर अग्निशमन वाहन मय आवश्यक उपकरण एवं स्टाफ तैनात करने के लिए निर्देशित किया गया है।

अधीक्षण अभियन्ता, जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड को निर्बाध विद्युत आपूर्ति एवं अधीक्षण अभियन्ता, जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी को 25 मार्च को दोपहर 12 बजे से सांय 6 बजे तक पानी की अतिरिक्त आपूर्ति करने की जिम्मेदारी दी गई है, वहीं, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को थाना रामगंज, माणक चौक ब्रह्मपुरी, शास्त्री नगर, कोतवाली, मालवीय नगर, लालकोठी, आदर्श नगर, मानसरोवर, सांगानेर, वैशाली नगर एवं पुलिस कंट्रोल रूम जयपुर पर एंबुलेंस वाहन मय चिकित्साधिकारी, नर्सिंग स्टाफ एवं जरूरी दवाएं तैनात करने के निर्देश दिये गए हैं।

होली के पर्व पर मिलावटी मिठाइयों की बिक्री की संभावना को देखते हुए खाद्य निरीक्षकों को जयपुर जिले की मिठाईयों, दूध, मावा, पनीर की दुकानों का औचक निरीक्षण कर जांच करने की जिम्मेदारी दी गई है।

दीपशिखा कॉलेज में होली मिलन समारोह: रंगों का खुशियों से जश्न

0

जयपुर। दीपशिखा कॉलेज ऑफ़ टेक्निकल एजुकेशन एवं यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्नोलॉजी द्वारा मानसरोवर स्थित दीपशिखा कॉलेज में होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों और स्टाफ का उत्सव समाहित था।

इस समारोह का मुख्य उद्देश्य छात्रों को सामूहिक भावना और विविधता का महत्व समझाना था। छात्रों ने रंगों के साथ खेलते हुए अपने सहपाठियों और शिक्षकों के साथ मिलकर खुशियों का जश्न मनाया। समारोह की शुरुआत पूजन एवं होली के परंपरागत गानों के साथ हुई, जिसके बाद रंगों से खेल आयोजित किया गया। छात्रों ने एक-दूसरे को अद्वितीय रंगों में रंगा और खुशियों का एहसास किया।

संस्थान के चेयरमैन प्रेम सुराना एवं वाईस चेयरमैन डॉ अंशु सुराना ने बताया की यह आयोजन छात्रों और स्टाफ के बीच सामूहिक भावना और आत्मीयता को बढ़ावा देने का एक अच्छा उदाहरण साबित हुआ। होली का यह महोत्सव दीपशिखा कॉलेज की सांस्कृतिक विरासत का महत्वपूर्ण हिस्सा बना।

इस उत्सव के माध्यम से, दीपशिखा कॉलेज ने छात्रों के बीच सामूहिकता और एकता को मजबूत किया। समारोह के अंत में, संस्था प्रधान डॉ रीटा बिष्ट ने सभी को होली की शुभकामनाएं दी और समारोह की सफलता पर धन्यवाद दिया। इस आयोजन को सफल बनाने में सहयोग देने वाले सभी कर्मचारियों और छात्रों का धन्यवाद अर्पित किया।

जयपुर में होली का रंग चढ़ने लगा: सजने और बिकने लगे रंग,गुलाल सहित पिचकारियां

0
Holi colors
Holi colors

जयपुर। होली के पर्व के चार से पांच दिन शेष रहे गए है और त्योहार नजदीक आते ही तैयारी शुरू हो गई हैं। इसी चलते राजधनी जयपुर में होली क रंग चढने लग गया और मुख्य बाजारों सहित अन्य बाजारों में रंग,गुलाल और पिचकारियों की बहार आई हुई। बच्चें अभी से पिचकारियों से पानी उड़ेलने लगे हैं। इस बार भी दुकानदार हर्बल,खुशबूदार तथा थ्रीडी गुलाल को ज्यादा महत्व दे रहे हैं। साथ ही शहरवासियों का रुझान भी आर्गेनिक कलर और शुद्ध गुलाल की ओर ज्यादा है। होली 24 मार्च और धुलंडी 25 मार्च को है। थाली को उलटा करते ही पानी की बौछार, छोटा भीम,तीर वाली पिचकारी और कालिया की जोड़ी धमाल मचाएगी।

इसके अलावा इस भी सिलेण्डर वाला लोगों को खूब भा रहा है। जिसे दबाते हुए खुशबूदार गुलाब निकलता है। मोदी की जादू भरी पिचकारी करेगी रंगों की बौछार, मगरमच्छ भी मुंह से निकालेगा रंग-गुलाब। कुछ इस तरह की पिचकारियां बाजार में आई हैं। बच्चों के पसंदीदा पानी टैंक और बन्दूक(गन) वाली पिचकारी भी बाजारों में देखी जा रही है। इस बार भी लोगों को रंगों के त्योहार होली के लिए ऑर्गेनिक कलर और शुद्ध गुलाल आए हैं। इससे त्वचा पर कोई साइड इफेक्ट नहीं होगा।

दुकानदार सुनील कुमार साहू ने बताया कि होली पर्व के लिए बाजारों में विभिन्न प्रकार की पिचकारी, रंग-अबीर, टोपी आदि की बिक्री शुरू हो गई है। इस साल होली पर्व पर पिचकारी का दाम गत वर्ष की अपेक्षा अधिक है। बाजार में मोटू-पतलू, पोकेमान, डोरेमन, स्पाइडर मैन, बैडमैन, अग्गी आदि नामों से पिचकारी बिक रही है। इसके अलावा दवा छिड़कने वाली स्प्रे मशीन की शक्ल में पिचकारी बच्चों के आकर्षण का केन्द्र बनी है।

कई राजनेताओं की तस्वीर लगी पिचकारी भी बाजारों में उपलब्ध है। इस बार बुलडोजर, वाटर टैंक, वजूबा, स्पाइडर मैन की पिचकारियां बच्चों को खूब पसंद आ रही हैं। इसके अलावा डरावने मुखौटे भी दुकानों पर सजे है। बाजार में होली खेलने को लेकर टोपी, टी-शर्ट, पगड़ी, कुर्ता पायजामा समेत अन्य वस्तुएं भी बहुतायत में उपलब्ध है। हर्बल रंग व गुलाल को लोग पसंद कर रहे है। बाजार में रंग व गुलाल के पैकेट 10 से 50 रुपये तक बिक रहा है।

दुकानदार नवरतन जैन ने बताया कि रंगों का पर्व होली 24 व धूलंडी 25 मार्च को है। बाजारों में दुकानें सज गई हैं। लोगों ने पापड़, चिप्स, मैदा, रिफाइन आदि की खरीददारी शुरू कर दी हैं। घरों में भी महिलाएं आलू व साबूदाना के पापड़ व चिप्स बनाने लगी हैं। दुकानदरों के अनुसार इस साल चुनाव के चलते सामानों के दाम में बढ़ोत्तरी नहीं की गई है।

बाजार में बढ़ रही चहल पहल से अब दुकानों में बढ़ी रौनक बाजार में बढ़ रही चहल पहल से अब दुकानों में रौनक बढ़ रही है। वही बच्चों में रंग बिरंगी पिचकारी खरीदने को लेकर उत्साह बना हुआ है। हालांकि दुकानदारों का कहना है कि पिछले वर्ष की अपेक्षा इस बार बाजार में अधिक रौनक है। दुकानदार रौनक का कहना है कि पिछली बार और सप्ताह के मुताबिक बाजार ढीली थी। लेकिन इस बार बाजार में तेजी की उम्मीद है। होली आपसी रंजिशों को भूल कर दिल से दिल मिलाने का त्योहार है। जाति धर्म के भेद एवं संप्रदाय की सोच से ऊपर उठकर यह त्योहार हमें आपसी भाईचारे बनाए रखने का संदेश देता है। सभी धर्मों के लोग गिले-शिकवे को भूल कर, एक दूसरे को गले लगाकर इस पर्व को मनाते हैं। इसलिए इस पर्व को हिंदुओं का महान पर्व भी कहा जाता है।

मुखौटा और पिचकारी बच्चों की पहली पसंद

बाजारों में 30 रुपए से लेकर 500 रुपए तक की पिचकारी और 60 रुपए की टोपी और 50 रुपए में मुखौटा खरीदारी ज्यादा लोग कर रहे हैं। भूत प्रेत, जानवरों सहित विभिन्न तरह के हैरतअंगेज करने वालों के मुखौटे बिक रहे हैं।

चंग की थाप रात के बजाय अब दिन भी सुनाई दे रही

रंगीले राजस्थान की होली का अनोखा अंदाज और इसकी परंपराएं सदियों से चली आ रही हैं, रंगों के त्यौहार इस राजधानी में अब फाग के रंगों के साथ होली की गैर निकलनी शुरू हो गई है। रंगों के त्योहार के नजदीक आते ही शहर में होली की रंगत परवान चढ़ने लगी है। चंग की थाप रात के बजाय अब दिन भी सुनाई दे रही है। चंग व झींझा बजाते हुए कर्णप्रिय फागण गीत गा रहे हैं। राजधानी में कुछ लोग मारवाड़ी वेशभूषा पहनकर बाजार में जब कुछ टोलिया चंग की थाप के साथ गाने लगी हैं। तब देखने व सुनने वाले लोग भी रोमांचित हुए बिना नहीं रहते। इन दिनों जयपुर के मंदिरों सहित कई क्षेत्रों में अलग-अलग कार्यक्रम हो रहे हैं।

होलिका दहन के लिए दो सौ टन गोकाष्ठ भेजी जाएगी गुजरात

0
Two hundred tons of cow wood will be sent to Gujarat for Holika Dahan.
Two hundred tons of cow wood will be sent to Gujarat for Holika Dahan.

जयपुर। पर्यावरण को बचाने एवं गाय संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए इस बार राजस्थान की राजधानी जयपुर में करीब पांच सौ स्थानों पर गाय के गोबर से बनी लकड़ी से होलिका दहन किया जाएगा वहीं होली पर दो सौ टन गौकाष्ठ गुजरात भेजा जा रहा हैं।

20 मीट्रिक टन गोकाष्ठ तीन ट्रकों से गुजरात रवाना

अखिल भारतीय गौशाला सहयोग परिषद के अंतरराष्ट्रीय संयोजक एवं भारतीय जैविक किसान उत्पादक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अतुल गुप्ता ने बताया कि गुजरात सरकार ने इस बार होली पर होलिका दहन गाय के गोबर से बनी लकड़ी से ही करना अनिवार्यता लागू करने का फैसला किया है और इस कारण वहां गौकाष्ठ की भारी मांग बड़ी है | और इसके लिए राजस्थान से दो सौ टन गोकाष्ठ भेजने की प्रक्रिया शुरु कर दी गई हैं |

इसके लिए रविवार को यहां से 20 मीट्रिक टन गोकाष्ठ तीन ट्रको में गुजरात के लिए रवाना की गई है |
गौरतलब है कि पिछले सात वर्ष पहले गाय के गोबर से लकड़ी बनाने का कार्य जयपुर की श्री पिंजरापोल गौशाला में शिवरतन चितलांगिया एवं राधेश्याम पाठन के नेतृत्व में किया गया था। जयपुर में सबसे पहले इसी गौ शाला से इसे राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम बनाने का सिलसिला शुरू हुआ।

गोकाष्ठ से मिलती है 27 प्रतिशत ऑक्सीजन

पिछले 7 वर्षों में वैज्ञानिक रूप से यह संभव हुआ की गाय के गोबर की लकड़ी व्यवसाय पर्यावरण और आर्थिक दृष्टि से बहुत-बहुत उपयोगी है | एक जगह होलिका दहन में करीब 150 किलोग्राम गौकाष्ठ लगती हैं और इससे 27 प्रतिशत ऑक्सीजन निकलती है जबकि अन्य लकड़ी होलिका दहन के लिए 500 किलों लगती है और उससे 100 प्रतिशत कार्बन डाइऑक्साइड निकलती है। जो पर्यावरण के लिए काफी खतरनाक है।

गोकाष्ठ निर्माण को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री को लिखा पत्र ,बाहर देशों से मांग बढ़ी

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर जयपुर की श्री पिंजरापोल गौशाला में आमंत्रित किया है तथा निवेदन किया कि गौकाष्ठ निर्माण को बढ़ावा देने के लिए भारत में गौ उद्योग ग्राम कार्यक्रम बनाए जाएं, जिससे गोकाष्ठ को बढ़ावा मिले | गुजरात के अलावा राजस्थान में जयपुर में पांच सौ जगह पर होलिका दहन के लिए गौकाष्ठ के लिए बुकिंग हो चुकी है, वहीं उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु के चेन्नई से भी मांग की गई हैं। तमिलनाडु भी पेड़ कटाई पर पाबंदी लगाना चाहता हैं और गोकाष्ठ की आपूर्ति की मांग की है। गोकाष्ठ तैयार करने के प्रशिक्षण की भी बात हुई हैं।

इस प्रकार आठ से दस राज्यों में गौकाष्ठ भेजा जाएगा और इसके प्रति जागरूकता फैलाने का काम किया जायेगा । सौ से अधिक स्वयं सहायता समूह ने कम से कम 2000 टन गोबर की लकड़ी बनाई हैं और लगभग 70 प्रतिशत की खपत हो चुकी है और करीब 30 प्रतिशत शेष हैं। इसकी क्षमता को और बढ़ाया जा रहा हैं। उन्होंने कहा कि गोकाष्ठ की मांग बढ़ती जा रही है लेकिन जब सरकार इसके प्रति आगे आयेगी तो जहां इसकी मांग और बढ़ेगी वहीं पर्यावरण और गाय संरक्षण को और मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि इससे हमारा अभियान भी सार्थक होगा।

उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य प्रतिदिन दो हजार टन गोकाष्ठ का उत्पादन करने का हैं कि गोकाष्ठ को बढ़ावा देने के लिए पेड़ों की कटाई पर रोक लगे और इस वर्ष नहीं तो कम से कम अगले वर्ष होली पर होलिका दहन गोकाष्ठ से किया जाना अनिवार्य किया जाये। पिंजरापोल गौशाला, बगरू गौशाला, राजलदेसल गौशाला निवाई में प्रकाश नाथ महाराज जी की गौशाला व अनेकों गौशालाएं राष्ट्र निर्माण के इस कार्य में अपना योगदान दे रही है, गाय के गोबर से दीपक एवं गोकाष्ठ तैयार करने के काम से जहां गोशालाओं एवं किसानों को संबल मिलेगा वहीं इससे पर्यावरण एवं गाय संरक्षण को भी बल मिलेगा।

जानलेवा गैंग्रीन से पीड़ित समय से पहले जन्मे नवजात का चिकित्सकों ने किया इलाज

0
Doctors treated a premature newborn suffering from deadly gangrene.
Doctors treated a premature newborn suffering from deadly gangrene.

जयपुर। जयपुर फोर्टिस एस्कॉर्ट्स अस्पताल में एक बारह दिन के समय से पहले जन्मे नवजात को,जो कई अन्य बीमारियों और गैंग्रीन के एक दुर्लभ, जीवन-घातक बीमारी से जूझ रहा था। उसे चिकित्सकों ने जीवन का दूसरा मौका दिया गया। फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हॉस्पिटल जयपुर के कंसल्टेंट नियोनेटोलॉजी डॉ. श्याम सुंदर शर्मा और उनकी डॉक्टरों की टीम के तहत बच्चे का 25 दिनों तक सफल उपचार किया गया, जिसमें लगातार ब्लड इन्फेक्शन भी शामिल था।

डॉ. श्याम सुंदर शर्मा ने बताया कि नवजात शिशु को 35 सप्ताह (8 महीने) के गर्भ में आपातकालीन सी-सेक्शन के माध्यम से जयपुर के बाहर स्थित अस्पताल में जन्म दिया गया था। लेकिन जन्म के तुरंत बाद सांस लेने में कठिनाई होने लगी, इसलिए बच्चे को जयपुर के दुसरे अस्पताल में रेफर किया गया और वहाँ वेंटीलेटर पर रखा गया था और सर्फ़ेक्टेंट (जो वायुमार्ग को खुला रखने में मदद करते हैं) फेफड़ों में डाले गए थे। अपने प्राथमिक अस्पताल में रहने के दौरान नवजात शिशु में कई सहवर्ती बीमारियाँ विकसित हो गईं -जैसे की ब्लडप्रेशर कम होना, हाथ पैरों का ठण्डा हो जाना, दोनों पैरों का काला पड़ना, उच्च यूरिया और क्रिएटिनिन के साथ कम मूत्र उत्पादन, गंभीर रूप से कम प्लेटलेट्स (15000) के साथ-साथ कई स्थानों से लगातार रक्तस्राव एवं दिमागी रक्तस्राव जिसके परिणामस्वरूप दौरे आने लगे।

विशेष देखभाल की सख्त जरूरत के कारण उन्हें अत्यंत गंभीर अवस्था में फोर्टिस एस्कॉर्ट्स अस्पताल जयपुर में स्थानांतरित कर दिया गया। फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हॉस्पिटल जयपुर में कंसल्टेंट नियोनेटोलॉजी डॉ. श्याम सुंदर शर्मा ने मामले की जटिलताओं के बारे में जानकारी साझा करते हुए कहा कि फोर्टिस एस्कॉर्ट्स जयपुर पहुंचने पर नवजात शिशु बेहद गंभीर स्थिति में था। कई गंभीर बीमारियों के कारण उसका जीवित रहना अनिश्चित था। श्वसन संबंधी कठिनाइयाँ, पैरों में रक्त के प्रवाह में कमी, निम्न रक्तचाप, गुर्दे की विफलता, दोनों निचले अंगों में गैंग्रीन, मस्तिष्क में रक्तस्राव और लगातार दौरे सहित कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं थी। उनकी सांस लेने की कठिनाइयों को दूर करने के लिए हमने वेंटीलेटर जारी रखा।

गैंग्रीन के सूचक परपुरा फ़ल्मिनेन्स का निदान करने पर हमें प्रोटीन सी की कमी का पता चला। बच्चे के माता-पिता के आगे आनुवंशिक परीक्षण से एक विषमयुग्मजी उत्परिवर्तन का पता चला। जिससे रक्त का थक्का जम गया और गैंग्रीन हो गया। आदर्श उपचार, प्रोटीन सी इन्फ्यूजन, भारत में अनुपलब्ध था, जिस से हमें फ्रेश फ्रोज़न प्लाज़्मा (एफएफपी) का उपयोग करना पड़ा, जिसमें प्रोटीन सी होता है। इसके साथ ही इंजेक्टेबल एलएमडब्ल्यूएच, एक प्रकार का रक्त पतला करने वाली दवा को 21 दिनों की कठोर अवधि में प्रशासित किया गया था। बाएं पैर के एक हिस्से को छोड़कर शरीर के सभी गैंग्रीन वाले हिस्से ठीक हो गए, जिसके लिए हमने प्लास्टिक सर्जन से परामर्श की सलाह दी। समय पर सटीक निदान और उपचार दोनेा ही नवजात शिशु के जीवित रहने के लिए महत्वपूर्ण थे।

जोनल डायरेक्टर फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हॉस्पिटल जयपुर नीरव बंसल ने कहा यह एक बहुत ही दुर्लभ स्थिति थी और आमतौर पर ऐसे मामले नहीं आते हैं। इस शिशु की स्थिति को अच्छी तरह से संभालने और उसका सफलतापूर्वक इलाज करने के लिए डॉ. श्याम सुंदर और पूरी टीम को बधाई। उन्नत प्रौद्योगिकी तक पहुंच और हमारी चिकित्सा टीम की विशेषज्ञता के साथ हमें जटिल और दुर्लभ परिस्थितियों का सामना करने वाले लोगों को आशा और उपचार प्रदान करते हुए माँ और बच्चे की देखभाल में अग्रणी होने पर गर्व है।

बीजेपी के तीन महीने के राज में कानून व्यवस्था चौपट: खाचरियावास

0

जयपुर । पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि उदयपुर में दिनदहाड़े डकैतों ने ज्वैलर को पीट-पीट के मार डाला, मोटी रकम और जेवर लूट कर लिए गए, खुलेआम जिस तरह से लूट की वारदात को अंजाम देकर ज्वेलर की हत्या की गई उससे स्पष्ट है कि प्रदेश में कानून का राज खत्म हो गया है, प्रदेश की भाजपा सरकार के मुखिया और मंत्री हनीमून पीरियड से बाहर नहीं निकल रहे हैं इधर-उधर घूम रहे हैं, राजधानी जयपुर सहित पूरे प्रदेश में महिलाओं की चेन तोड़ने की घटनाएं,बलात्कार, लूट, डकैती, अपहरण, हत्या की घटनाओं मे भारी इल्जफा हो गया है, आम नागरिक दहशत में है, अपने परिवार के साथ बाहर निकलने में लोग घबराने लगे हैं, अकेली महिलाएं और बच्चियाँ बाहर निकालने मे डर महसूस कर रही है आम आदमी की सुनने वाला कोई नहीं है।


उन्होंने कहा कि पूरे राजस्थान में गुंडाराज स्थापित हो गया है और आम आदमी का जीना दूभर हो रहा है,भाजपा के 3 महीने के राज में जनता को यदि कुछ मिला है तो गुंडाराज, लूट, दहशत,डकैती, सरेआम हत्याएं, बलात्कार और दहशत का माहौल पर भाजपा को जवाब देना होगा। मुख्यमंत्री को जनता के सामने आकर कानून व्यवस्था को ठीक करने के लिए भाजपा का प्लान पेश करना चाहिए अन्यथा सरकार से जनता का विश्वास उठ जाएगा।

एसआई भर्ती परीक्षा 2021 में पेपर लीक मामला: चार और आरोपितों को कोर्ट ने भेजा जेल

0

जयपुर। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने एसआई भर्ती परीक्षा 2021 में पेपर लीक कर और डमी कैंडिडेट बैठाकर परीक्षा पास करने वाले राजेंद्र उर्फ राजू,राजेद यादव शिक्षक,हर्षवर्धन पटवारी, और शिवरतन को गुरुवार कोर्ट में पेश किया,जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। अब इस मामले में एसओजी अन्य संदिग्ध सब इंस्पेक्टरों पर कार्रवाई की तैयारी में है।

इस मामले में करीब दौ सौ से अधिक सब इंस्पेक्टर एसओजी की राडार पर है जिनके नम्बर सहित अन्य मामलों में गड़बडी की बात सामने आई है। परीक्षा रिक्रिएशन के माध्यम से एसओजी ने पेपर लीक और डमी केडिडेंट बैठाने की बात को सहीं साबित करने के लिए साक्ष्य जुटाए है जो कि आगामी समय में जरुरत पड़ने पर कोर्ट में पेश किए जा सकते है।

एसओजी एडीजी वीके सिंह ने कहा कि पेपर लीक होने से कई योग्य अभ्यर्थी चयन से बाहर हो गए। वह पेपर लीक से जुड़े हर संदिग्ध तक पहुंच रहे हैं, लेकिन जो मेहनत से भर्ती हुए हैं, उनके साथ भी न्याय होना चाहिए। जांच पूरी होने पर ही निर्णय हो पाएगा कि परीक्षा निरस्त हो या नहीं।

गैस सिलेंडर में आग लगने से दंपति सहित पांच लोग जिंदा जले

0
Five people including a couple burnt alive in gas cylinder fire
Five people including a couple burnt alive in gas cylinder fire

जयपुर। जयपुर के विश्वकर्मा थाना क्षेत्र में गुरुवार सुबह साढे सात बजे चाय-नाश्ता बनाते समय गैस सिलेंडर से पाइप के अचानक निकलने से लगी आग में एक ही परिवार के पांच लोग जिंदा जल गए। मरने वालों में माता-पिता और तीन बच्चे शामिल हैं। सूचना मिलने पर पुलिस और दमकल की गाड़ी मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाने के बाद जले हुए शवों को बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल पहुंचाया।

जयपुर पश्चिम के पुलिस उपायुक्त अमित कुमार ने घटना विश्वकर्मा थाना क्षेत्र के जैसल्या गांव की है। जहां सुबह करीब साढ़े सात बजे चाय-नाश्ता बनाते समय अचानक गैस सिलेंडर से पाइप निकल जाने से लगी आग में राजेश (26), उसकी पत्नी रूबी (24), ईशु (7), दिलखुश (2) और खुशमानी (4) की मौत हो गई। यह परिवार वार्ड नंबर 12, मधुबनी, फेनहारा, पूर्वी चंपारण, (बिहार) रहने वाला था और पिछले सात महिने से यहां किराए पर रहता था। राजेश एक फैक्टरी में काम करता था। परिवार करीब 4-5 महीने से यहां रह रहा था। यह परिवार पिछले एक महीने से अपने गांव गया हुआ था और 20 मार्च की शाम को जयपुर लौटा था। गुरुवार सुबह हादसा हो गया।

सुबह ही साइकिल पर सिलेंडर लेकर आया था

सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) अशोक चौहान ने बताया कि घर में रखा गैस सिलेंडर खत्म होने के कारण रात को जैसे-तैसे खाना बाहर से लाकर परिवार ने खाया था।
सुबह उठते ही राजेश यादव अपनी पत्नी को बच्चों का ध्यान रखने की कहकर साइकिल लेकर गैस सिलेंडर लेने चला गया। खाली सिलेंडर देकर भरा सिलेंडल लेकर आया था। कमरे के पास साइकिल खड़ी कर गैस सिलेंडर लगाकर जैसे ही चूल्हा जलाया तो आग लग गई।

बैग से सामान तक नहीं निकाला था

एसीपी चौहान ने बताया कि गांव से आने के बाद परिवार नए बर्तन भी बुधवार को ही खरीदकर लाया था। गांव से थके हारे आने के कारण बैग से अपना सामान तक बाहर नहीं निकाला था। इधर पड़ोस में रहने वाले लोगों ने बताया कि राजेश ने सुबह ही सिलेंडर बदलकर खाना बनाने के लिए रेगुलेटर लगाया था। रेगुलेटर शायद सही ढंग से नहीं लगा होगा। इसके कारण लीकेज हो गया और आग लग गई। देखते ही देखते आग पूरे कमरे में फैल गई। घटना के बाद फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां मौके पर पहुंची थी। करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया था।

थानाधिकारी राजेंद्र शर्मा ने बताया कि प्रारंभिक जानकारी में सामने आ रहा है कि गुरुवार सुबह जब बच्चों की मां रूबी चाय-नाश्ता बना रही थी तो इस दौरान गैस के पाइप से तेजी से गैस लीक होने के बाद पूरे कमरे में आग लग गई। वहीं पर राजेश भी मौजूद था। पहले तो वह घर से बाहर भागा लेकिन बाद में बच्चों और पत्नी को बचाने के लिए वापस अंदर दौड़ गया। शोर मचाने के दौरान आसपास के लोग भी मौके पर आ गए। पुलिस के अनुसार सिलेंडर और चूल्हा कमरे के गेट पर ही रखा था इसलिए कोई भी बाहर नहीं निकल सका लेकिन कुछ देर में अंदर से आ रही चीखें शांत हो गईं।

दमकल ने जब आग पर काबू पाया तब जाकर पुलिस और गांव के लोग अंदर गए और पता चला कि पूरा का पूरा परिवार ही जिंदा जल गया। पांचों के शवों को एक चादर में लपेट कर पुलिस ने एंबुलेंस में रखवाया। फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी की टीम ने साक्ष्य जुटाए हैं।

हादसे की सूचना पर जयपुर कलेक्टर, एसडीएम, जयपुर पुलिस कमिश्नर, पुलिस उपायुक्त जयपुर पश्चिम, चौमू सहायक पुलिस आयुक्त, मुरलीपुरा थानाधिकारी, हरमाड़ा थाना अधिकारी सहित अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच कर घटनाक्रम की जानकारी ली। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने संवेदना प्रकट करते हुए एक्स पर लिखा कि जयपुर के विश्वकर्मा क्षेत्र में भीषण आग की चपेट में आने से पांच नागरिकों के असामयिक निधन का समाचार हृदय विदारक है। परमपिता परमात्मा से दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान व परिजनों को यह वज्रपात सहन करने की शक्ति देने तथा घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।

उपमुख्यमंत्री दीया कुमार ने संवेदना प्रकट करते हुए एक्स पर लिखा कि जयपुर के विश्वकर्मा इलाके के जैस्लया में एक घर में आग में झुलसने से पांच लोगों की दर्दनाक मृत्यु की सूचना मिलने से आहत हूं। ईश्वर, दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान व शोकाकुल परिजनों को दुःख सहने की असीम शक्ति दें।