जयपुर। चांदपोल बाजार के नींदड़ रावजी का रास्ता स्थित मंदिर श्री नृसिंह जी का पाटोत्सव शनिवार को धूमधाम से मनाया जाएगा। मंदिर श्री नृसिंह जी अग्रवाल पंचायत समिति के अध्यक्ष चेतन अग्रवाल और मंत्री कैलाश चंद अग्रवाल ने बताया कि सुबह वेद मंत्रोच्चार के साथ ठाकुरजी का पंचामृत अभिषेक कर नवीन पोशाक धारण कराई जाएगी।
आभूषण और ऋतु पुष्पों से मनोहारी श्रृंगार किया जाएगा। मंदिर में प्रतिष्ठित सभी विग्रहों का भी विशेष श्रृंगार किया जाएगा। सामूहिक महाआरती के बाद भक्तों को प्रसाद वितरण किया जाएगा। इस मौके पर पूरे मंदिर परिसर को फूलों से सजाया जाएगा। तीन दिवसीय पाटोत्सव की पूर्व संध्या में शुक्रवार को वराह लीला हुई। ठाकुरजी के पूजन के बाद वराह भगवान के स्वरूप की महाआरती की गई। धरती को डूबने से बचाने के लिए भगवान विष्णु ने वराह अवतार लिया और धरती को बचाया। इसके बाद जयकारों के साथ वराह भगवान की शोभायात्रा ने चांदपोल के लिए रवाना हुई।
हर चौराहे पर उतारी आरती-किया स्वागत:
भगवान वराह की झांकी के दर्शन करने के लिए हजारों की संख्या में भक्त उमड़ पड़े। जयकारों के साथ वराह भगवान की सवारी चांदपोल बाजार स्थित रामचंद्रजी मंदिर पहुंची। यहां महंत नरेंद्र तिवारी ने आरती उतार कर स्वागत किया। चांदपोल हनुमानजी मंदिर में पुजारी सुभाष शर्मा, विष्णु शर्मा ने आरती उतारी। भोमियां जी के मंदिर में समिति के संरक्षक रतन लाल अग्रवाल, रामेश्वर चौधरी, सत्यनारायण घीवाला, डॉ. पुष्कर तिवाड़ी सहित अनेक गणमान्य व्यक्तियों और संतों ने आरती की। संयोजक मनोज अग्रवाल, राधा गोविंद अग्रवाल, उपाध्यक्ष अभिषेक अग्रवाल, कोषाध्यक्ष ओमप्रकाश अग्रवाल एवं अन्य सभी पदाधिकारियों ने पूरे मार्ग में भक्तों को प्रसाद का वितरण किया।
भारी भरकम पोशाक और मुखौटा धारण किए वराह भगवान के स्वरूप को गर्मी से बचाने के लिए पूरे मार्ग में भक्त पंखे से हवा करते चले। जगह-जगह कूलर से भी ठंडक पहुंचाई। मार्ग में भक्तों के लिए ठंडे पानी, मिल्क रोज, शर्बत की व्यवस्था की गई। कई स्थानों पर शानदार रंगीन आतिशबाजी कर सवारी की अगवानी की गई। सवारी सद्गुरू मंदिर होते हुए वापस नीदंड राव के रास्ते में पहुंची। यहां आरती के बाद प्रसाद वितरण किया गया। शनिवार को मनाए जाने वाले पाटोत्सव की तैयारियों को शुक्रवार को अंतिम रूप दिया गया।