जयपुर। जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की स्पेशल टीम (सीएसटी) की सजगता से हाउसिंग बोर्ड प्रोजेक्ट मैनेजर की ऑनलाइन परीक्षा में नकल गिरोह के मंसूबों पर पानी फेरते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा अन्य संदिग्धों से पूछताछ चल रही है। साथ ही पुलिस ने आरोपियों के पास से ऑनलाइन प्रतियोगिता परीक्षा में नकल में काम आने वाले अतिरिक्त डिवाइस लगे हुए दो डेस्कटॉप बरामद किया है। गिरफ्तार आरोपी अग्रिमा ऑनलाइन टेस्टिंग सेंटर के ऑनर उसके साथी पूर्व में भी हरियाणा में परीक्षा में नकल गिरोह में गिरफ्तार हो चुके है।
जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया कि जयपुर शहर में ऑनलाइन प्रतियोगी परीक्षा में नकल गिरोह की ओर से डेस्कटॉप में अतिरिक्त डिवाइस लगाकर एवं फर्जी आईडी बनाकर ऑनलाईन सेंटर में ड्यूटी करने वालों के खिलाफ सीएसटी ने करणी विहार थाना इलाके में अग्रिमा ऑनलाइन टेस्टिंग सेंटर पर हाउसिंग बोर्ड प्रोजेक्ट मैनेजर की ऑनलाइन परीक्षा में नकल कराने वाले गिरोह के प्रदीप कुमार निवासी अटेली जिला महेंद्रगढ़ हरियाणा और चेतराम मीणा निवासी रैणी जिला अलवर को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने आरोपियों के पास से ऑनलाइन प्रतियोगिता परीक्षा में नकल में काम आने वाले अतिरिक्त डिवाइस लगे हुये दो डेस्कटॉप बरामद किया है। पुलिस जानकारी में सामने आया कि गिरफ्तार आरोपित प्रदीप कुमार और उसका साथी राजेश यादव अग्रिमा ऑनलाइन टेस्टिंग सेंटर के ऑनर उसके साथी पूर्व में भी हरियाणा में परीक्षा में नकल गिरोह में गिरफ्तार हो चुके है। गिरफ्तार आरोपित प्रदीप यादव से पूछताछ सामने आया कि वह व उसका साथी अमित यादव ने अग्रिमा ऑनलाइन टेस्टिंग सेंटर 65 हजार रुपये में किराये लिया है।
गिरफ्तार आरोपित प्रदीप यादव से पूछताछ सामने आया कि उसने साहिल अग्रिमा ऑनलाईन टेस्टिंग सेन्टर पर हाउसिंग बोर्ड प्रोजेक्ट मैनेजर की ऑनलाइन परीक्षा में आईटी की ड्यूटी लगाई थी। जो परीक्षा केन्द्र पर कही भी आ-जा सकता था। जिससे परीक्षार्थी तक अतिरिक्त डिवाइस लगी डेस्कटॉप को लगाने की व्यवस्था करता था। अतिरिक्त डिवाइस ऑनलाईन परीक्षा प्रश्न की कॉपी करके नकल गिरोह वाली टीम को भेजकर तत्पश्चात गिरोह द्वारा प्रश्नों के उत्तर की पर्ची तैयार कर परीक्षार्थी तक पहुंचाते। साहिल ही अतिरिक्त डिवाइस लगे हुये डेस्कटॉप बाहर से आई-टी एक्सपर्ट से तैयार करवाकर प्रदीप और अमित के माध्यम से सेन्टर के अंदर पहुंचता था।
आरोपित अमित यादव जो अग्रिमा ऑनलाईन टेस्टिंग सेंटर में उसका पार्टनर है, जो प्रतियोगी परीक्षा के दिन सेंटर में स्टाफ को चाय पिलाने का काम करता है। जिससे वह पूरे सेंटर में कहीं पर भी घूम सकता है। जिससे परीक्षार्थी को बाहर से आयी हुई प्रश्नों के उत्तर की पर्ची पहुंचाने का काम करता। अमित यादव का काम परीक्षा केन्द्र पर मैन पॉवर उपलब्ध करवाने का काम भी था। आरोपित प्रदीप यादव से जानकारी मिली कि संदीप डांगी जो कि सेन्टर में पर्यवेक्षक पवन यादव के बिना फोटो वाली आईडी कार्ड से ड्यूटी कर रहा था।
जिन अभ्यर्थियों को पर्ची देनी है उसकी सीट के बारे में साहिल व अन्य पर्ची देने वाले को बताता। आरोपित प्रदीप यादव ने बताया कि राजेश यादव जिसको उन्होंने अग्रिमा सेन्टर की परीक्षा ड्यूटी में इलेक्ट्रिशियन का काम करने के लिये सेंटर में ड्यूटी लगा रखी थी। जिसके कारण सेन्टर के अन्दर बाहर आ जा सके। गिरफ्तार आरोपित चेतराम मीणा ने बताया कि लोकेश मीणा निवासी अलवर से उसने पेपर हल करवाने के 15 लाख रुपये में तय हुई थी। जिसमें आधे पैसे परीक्षा के खत्म होने के बाद तथा आधे पैसे चयनित होने के बाद देने थे।
उसे बताया गया था कि अग्रिमा सेन्टर की सीट पर जाकर डेस्कटॉप चेंन्ज करने के लिए वहां के स्टाफ को बोलना तब उसके पास एक आईटी सेल का स्टाफ आया जिसने उसका डेस्कटॉप चेंन्ज किया और अतिरिक्त डिवाइस लगी हुई डेस्कटॉप लगा दी। परन्तु जैसे ही अतिरिक्त डिवाईस चालू हुई तो कंप्यूटर लॉक हो गया और उसकी सीट भी बदल दी गयी। कम्प्यूटर को डूइट एक्सपर्ट से चेक कराया तो कम्प्यूटर में अतिरिक्त डिवाइस लगी होना पाया गया। जिससे उसका प्रश्न-पत्र स्कैन कर सकता।
लेकिन वहां पुलिस के आने के कारण व कंप्यूटर लॉक हो जाने के कारण नकल करने में असफल रहा। इधर दूसरी आवंटित सीट पर कंप्यूटर लगा मिला, जिसकी भी डु इट एक्सपर्ट से चेक करवाया तो उस कंप्यूटर में अतिरिक्त डिवाइस लगी होना पाया गया। परन्तु वहॉ कोई परीक्षार्थी नहीं बैठा था। गिरफ्तार आरोपियों से धोखाधड़ी सहित वारदात में शरीक आरोपियों के संबंध में पूछताछ की जा रही है।