जयपुर। हरिनाम संकीर्तन परिवार के तत्वावधान में 494 वीं श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन 7 से 13 जून तक विद्याधर नगर सेक्टर-2 में स्थित माहेश्वरी समाजोपयोगी भवन में उत्सव का आयोजन किया जाएगा । व्यासपीठ से अकिंचन महाराज दोपहर दो से शाम छह बजे तक कथा श्रवण कराएंगे।
सात जून को सुबह सात बजे सेक्टर- दो स्थित शिव मंदिर से गाजे बाजे के साथ कलश यात्रा निकाली जाएगी। विभिन्न मार्गों से होते हुए कलश यात्रा कथा स्थल पहुंचेगी। हरिनाम संकीर्तन परिवार के प्रवक्ता कृष्ण स्वरूप बूब ने बताया कि कथा के प्रथम दिन भागवत महात्म्य, गोकर्ण उपाख्यान, सृष्टि वर्णन, शुकदेव आगमन और वराह अवतार की कथा होगी। आठ जून को कपिल अवतार, शिव शक्ति चरित्र, जड़ भरत चरित्र, नौ जून को अजामिल उपाख्यान, प्रहलाद चरित्र, गजेंद्र मोक्ष समुद्र मंथन, वामन अवतार, 10 जून को अंबरीश चरित्र, मत्स्यावतार, श्री राम कथा, श्री कृष्ण जन्म कथा, नंदोत्सव, 11 जून को श्री कृष्ण की बाल लीला, दामोदर लीला, गोवर्धन पूजन की कथा होगी।
छप्पन की झांकी सजाई जाएगी। 12 जून को राशि रास लीला, कृष्ण का मथुरा गमन, रुकमणी विवाह के प्रसंग होंगे। 13 जून को सुबह आठ से 11 बजे तक सुदामा चरित्र, नव योगेश्वर संवाद, चौबीस गुरुओं की कथा, परीक्षित मोक्ष, शुकदेव विदाई की कथा होगी। दोपहर 12 से एक बजे तक हवन होगा।