जयपुर। ओरियन ग्रीन्स, जयपुर संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार और श्रुति परफॉर्मिंग ट्रूप के सहयोग से आयोजित छठे पंचतत्व राष्ट्रीय कला महोत्सव का विभिन्न राज्यों की लोक सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ समापन हुआ। महोत्सव की पहली कड़ी 8 और 9 मार्च को राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर और दूसरी कड़ी 30 और 31 मार्च को विश्व भारती यूनिवर्सिटी, शांतिनिकेतन, पश्चिम बंगाल में आयोजित हुई।
30 मार्च को प्रो. डॉ. श्रुति बंदोपाध्याय के निर्देशन में रवीन्द्र नृत्य कार्यशाला हुई। वही रवींद्र नृत्य संगीत पर नाट्य विधा के साथ चित्रांगदा का मंचन हुआ। 31 मार्च को ‘विश्व बिना रोबे’ (प्रकृति का गीत जो हममे बसता है) नृत्य नाटिका का मंचन हुआ इसी के साथ मुंबई, दिल्ली, आसाम, मणिपुर, पश्चिम बंगाल और नॉर्थ ईस्ट राज्यों के कलाकारों ने शास्त्रीय नृत्यों की अद्भुत प्रस्तुतियां दी। इसकी अवधारणा प्रो. डॉ. सोमनाथ सिन्हा ने तैयार की जबकि कोरियोग्राफी प्रो. डॉ. श्रुति बंदोपाध्याय ने की। ओरियन ग्रीन्स की फाउंडर व चेयरपर्सन नीता उपाध्याय ने बताया कि चार दिवसीय उत्सव के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास किया गया साथ ही विभिन्न राज्यों की संस्कृति एक मंच पर साझा हुई।