जयपुर। बुजुर्ग और युवा दोनों के साथ समय बिताइए। आपको निश्चित तौर पर नए आइडिया मिलेंगे। अलग-अलग दृष्टिकोण के लोग हमे नया सिखाते है। कुछ ऐसे ही प्रेरक उद्बोधन के साथ पद्म भूषण से सम्मानित एचडीएफसी के पूर्व चेयरपर्सन दीपक एस पारेख को जेके लक्ष्मीपत यूनिवर्सिटी में देशभर से आए स्टूडेंट्स, प्रोफेसर्स, वैज्ञानिक एवं बिजनेस पर्सन्स से रूबरू हुए। उन्हें यूनिवर्सिटी की ओर से प्रतिष्ठित जेकेएलयू लाॅरिएट अवाॅर्ड से नवाजा गया। जेके समूह के संस्थापक हरि शंकर सिंघानिया की स्मृति में राष्ट्रीय स्तर पर बेहतर योगदान के लिए ख्यातनाम हस्तियों को इस पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है।
जेकेएलयू लाॅरिएट अवार्ड का यह नौवा एडिशन था। इस अवार्ड से पूर्व प्रधानमंत्री डाॅ. मनमोहन सिंह, पूर्व राष्ट्रपति डाॅ. प्रणब मुखर्जी समेत अन्य नामचीन हस्तियों को सम्मानित किया जा चुका है। इस अवसर पर यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर चांसलर आरपी सिंघानिया एवं एचपी सिंघानिया के साथ जेकेएलयू के वाइस चांसलर प्रोफेसर धीरज सांघी ने यह पुरस्कार प्रदान किया। पारेख ने संबोधित करते हुए कहा कि फाइनेंशियल ग्रोथ एथिकल होनी चाहिए। हमें वित्तीय लालच और अहंकार से होने वाले खतरे से स्वयं को सुरक्षित रखना चाहिए। यही स्थाई सफलता का मार्ग प्रशस्त करता है। एथिक्स को दाव पर लगाकर की गई ग्रोथ के कोई मायने नहीं होते है।
विकसित भारत/ विजन इंडिया 2047 युवाओं के लिए अवसर “ विषय पर संबोधित करते पारेख ने कहा कि भारत में युवाओं के लिए अपार संभावनाएं है, उन्होंने कहा कि देश की जीडीपी 2027-28 तक 5 ट्रिलियन डॉलर के साथ जापान और जर्मनी को पीछे छोड़कर दुनिया की टॉप 3 अर्थव्यवस्था वाले देशों में शामिल हो जाएगा। वही अनुमान है कि 2030 तक देश के विकास के साथ ही स्टॉक मार्केट 10 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच सकती है। उन्होंने 2047 तक देश के विकसित होने का विजन रखते हुए युवाओं के लिए इसमें अपार संभावनाएं बताई। उन्होंने कहा कि सही मार्गदर्शन एवम स्कारात्मक सोच के साथ युवा काफी आगे बढ़ सकते है।
जेकेएलयू लॉरेट अवार्ड विशिष्ट बौद्धिक, नैतिक और आध्यात्मिक क्षमता के व्यक्तियों को सम्मानित करने के लिए दिया जाता है। जिनका समाज के प्रति योगदान जेके समूह के मूल्यों को दर्शाता है, जिससे युवाओं को जीवन के अपने चुने हुए क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए ऐसे रोल मॉडल से प्रेरणा मिल सके। जेकेएलयू लाॅरिएट अवार्ड से अब तक पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, पूर्व प्रधानमंत्री डाॅ. मनमोहन सिंह, डाॅ. के कस्तुरीरंजन, लाॅर्ड मेघनंद देसाई, कैलाश सत्यार्थी, प्रोफेसर रामचरण और अरूंधती भट्टाचार्य सरीखी हस्तियों को सम्मानित किया जा चुका है।