जयपुर। कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी मंगलवार को धनतेरस के साथ पांच दिवसीय दीपोत्सव का श्रीगणेश हुआ। परकोटे में सामूहिक रोशनी का स्विच ऑन होते ही चारदीवारी सतरंगी प्रकाश से नहा उठी। लोग परिवार के साथ रोशनी देखने पहुंचे।
अलग-अलग बाजारों में अलग-अलग थीम पर की गई रोशनी के नजारों को लोगों ने मोबाइल में कैद किया और सोशल मीडिया पर शेयर किया। धनतेरस पर माता लक्ष्मी, कुबेर की पूजा-अर्चना की। शाम को यम के निमित्त दक्षिण दिशा की ओर दीपदान किया गया। मंदिरों में देवताओं के धनाध्यक्ष कुबेर और आरोग्य के देवता भगवान धन्वंतरि की पूजा-अर्चना की गई। आयुर्वेदिक औषधालयों में पूजा-अर्चना के बाद वैद्यों का सम्मान किया गया। आयुर्वेद के जनक भगवान धन्वंतरि की पूजा कर उत्तम स्वास्थ्य की कामना की गई।
धनतेरस पर बाजारों में खरीदारी के लिए लोग उमड़ पड़े। त्रिपुष्कर योग, इंद्र योग, वैधृति योग का उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र, हस्त नक्षत्र का शुभ संयोग, बुध और शुक्र की युति होने से लक्ष्मी नारायण राजयोग होने से लोगों में खरीदारी का भारी उत्साह रहा।
लोगों ने लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति, कौड़ी, कमलगट्टा, धनिया, हल्दी गांठ, मिट्टी के पात्र, सोना, चांदी, पीतल, तांबा, कांसा, स्टील, अष्टधातु के बर्तन, झाड़ू, कपड़े, सजावटी वस्तुएं खरीदी। दीपावली पर घर सजाने से जुड़े सामानों की दुकानों पर देर रात तक ग्राहकों की भारी भीड़ रही।