जयपुर। अगर हम अपने डाइट शेड्यूल में बदलाव कर ले तो काफी हद कर कई बीमारियों से बचा जा सकता है। इसके अलावा सुबह आठ बजे शाम छह बजे तक खाए। इसके बाद बिल्कुल भी न खाए। इस पीरियड में कुछ भी खा सकते है ऐसा करने से तीन से चार दिन में ब्लड प्रेशर कम होगा। यह कहना है डॉ. विश्वरूप राय चौधरी का। जो रविवार को जयपुर आये व जयपुर के लोगों को जीवन में प्राकृतिक चिकित्सा को अपनाने का संदेश दिया व बिना दवाओं के जिने के लिए उपरोक्त पांच मेडिसिन बताई।
डॉ. चौधरी ने बताया कि बढ़ती बीमारियों का मुख्य कारण हमारी जीवन शैली है। इसको सुधार कर हम बिना दवाओं के जीवन को आसानी से जी सकते है। भारत में ही नहीं विश्व भर में प्राकृतिक चिकित्सा को अपनाकर कई लोगों को हमारे सेंटर में हमने ठिक किया है। कोविड के समय भी हमारे 1 हजार बेड का हॉस्पिटल था। जिसमें कोविड को बिना सोशल डिस्टेंस के व मास्क व बिना वेंटिलेटर के ठीक किया। इस कारण हमें प्रकृति की और लौटना चाहिये।
कई लोगों का डायलिसिस, डायबिटीज, हार्ट रोग आदि भी हमने ठीक किये है। इसके बहुत अच्छे परिणाम रहे है। जिसका उदाहरण वहॉ मरीजों ने अपने अनुभव बया करके बताया। डॉ. विश्वरुप से मिलने के लिए कई सारे लोगों की भीड़ जवाहरकला केंद्र में लग गई थी उनको स्टेज से उतरते ही लोगों ने घेर लिया व अपनी बिमारियों के बारे में चर्चा करने लग गये जिनका निदान डॉ. विश्वरुप राय ने तुरंत ही बताया।
इस अवसर पर मरीजों ने अपने-अपने अनुभव भी शेयर किये। कई मरीजों ने बताया ककि किस तरह से उनकी डायबिटीज, ब्लड़ प्रेशर, कैंसर जैसी बिमारीयों को काबू में किया। डॉ. विश्वरुप राय ने बताया कि हमार पूरा शरीर एक है सबको भरण पोषण भोजन से मिलता है। जिसमें परिवर्तन करके हम कई सारी बीमारियों को दूर कर सकते है।
साथ ही डायलिसिस को दूर करने के लिए घर पर की जाने वाली बाथटब थेरेपी के बारे में बताया जिसकों की मरीज बिना कोई खास लागत पर घर पर ही करके महंगी व दर्द कारक डायलिसिस से बच सकता है। ग्रेविटी के सही उपयोग से हम अन्य कई सारी बीमारियों को दूर कर सकते है जो की हमारे पुराने आयुर्वेद में भी लिखा गया है। इस अवसर पर जयपुर सेवयम हीम्स के संचालक राजा मोकिम भी उपस्थित रहे व जयपुर वासियों को हॉस्पिटल की अन्य गतिविधियों की जानकारी दी।