जयपुर। बनीपार्क थाना इलाके में एक कारोबारी के घर से तीन नौकरों ने 67 लाख रुपए पार कर लिए। घटना का पता लगने पर पीड़ित ने पुलिस की शरण ली। फरार नौकरों की तलाश में पुलिस की टीम बिहार सहित उनके संभावित स्थानों पर छापामारी कर रही है। मामले की जांच एएसआई मोहम्मद रफीक कर रहे है। बिहार गई टीम को जांच अधिकारी लीड कर रहे है।
थानाधिकारी बृजमोहन कविया ने बताया कि सिंधी कॉलोनी बनीपार्क निवासी मनीष चांदवानी कारोबार करता है। उसके घर पर तीन नौकर काम करते थे। इसमें स्वागतम, सुनील तूती और सिकंदर शामिल है। आरोपियों ने कारोबारी के घर से करीब 67 लाख रुपए पार कर लिए। पीड़ित ने शिकायत में बताया कि यह राशि 8 से 14 मई के बीच निकाली गई है। रुपए पार करने के बाद आरोपी एक-एक कर घर से गायब हो गए। आरोपियों से पीड़ित ने सम्पर्क भी करने का प्रयास किया, लेकिन उनके नम्बर बंद आए। इस पर पीड़ित ने पुलिस की शरण ली। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
नौकरों के वेरिफिकेशन को लेकर की जाएगी जांच
थानाधिकारी ने बताया कि पीड़ित ने आरोपी नौकरों का वेरिफिकेशन करवाया था या नहीं इसकी भी जांच की जा रही है। अगर उनका वेरिफिकेशन नहीं करवाया होगा तो मालिक के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल फरार नौकरों की तलाश में आधा दर्जन टीमों का गठन किया गया है जो कि नौकरों के संभावित स्थानों पर छापामारी कर रही है। पुलिस फरार नौकरों का आपराधिक रिकॉर्ड भी खंगाल रही है। इसके अलावा पीड़ित के घर और उसके आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी जुटाई जा रही है ताकि साक्ष्य के रूप में काम में लिए जा सके।
प्रॉपर्टी का हो सकता है पैसा
थानाधिकारी ने बताया कि पीडित छोटा कारोबारी है। उसके पास इतना पैसा कहा से आया, यह भी जांच का विषय है। लेकिन प्राथमिक जांच में यह सामने आया है कि कारोबारी ने कोई प्रॉपर्टी बेची थी और यह राशि उसकी थी जो कि अलमारी में रखी थी। तीनों नौकर लम्बे समय से काम कर रहे थे। ऐसे में उन्हें हर बात की जानकारी थी। यह भी जानकारी ली जा रही है कि क्या फरार सभी नौकर पुराने है या नए भी है। हो सकता है कि इस अपराध को पूरी योजना बनाकर अंजाम दिया गया हो।