जयपुर। राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 की तैयारियों की समीक्षा करते हुए मुख्य सचिव सुधांश पंत ने पर्यटन, सामान्य प्रशासन, नगरीय विकास विभाग और सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय (डीआईपीआर) को निर्देश दिए कि वे 9 से 11 दिसंबर तक जयपुर में होने वाले इस इन्वेस्टमेंट समिट 2024 के सुव्यवस्थित और सफल आयोजन के लिए हरसंभव प्रयास करें। समिट के महत्व पर जोर देते हुए पंत ने कहा कि यह आयोजन राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसलिए, सभी विभागों को इसकी सफलता सुनिश्चित करनी चाहिए।
इस समिट के तहत राजधानी जयपुर के सौंदर्यीकरण, मीडिया एवं प्रचार तथा ब्रांडिंग, राजकीय अतिथियों के लिए प्रोटोकॉल एवं आवास, सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा पर्यटन और अन्य व्यवस्थाओं पर गठित समितियों द्वारा की गई प्रगति की समीक्षा करते हुए मुख्य सचिव पंत ने कहा, “राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 में अब केवल एक ही महीना बचा है और इस दौरान, सभी संबंधित विभागों को इस आयोजन के सुव्यवस्थित क्रियान्वयन पर अपना ध्यान केंद्रित करना चाहिए।”
इस आयोजन में शामिल होने वाले प्रतिष्ठित राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों और संभावित निवेशकों की उपस्थिति के मद्देनजर जयपुर को अपने बेहतरीन स्वरूप में प्रस्तुत करने के महत्व पर भी जोर देते हुए मुख्य सचिव पंत ने पर्यटन और नगरीय विकास विभागों को ऐसा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
“इन्वेस्टमेंट समिट के दौरान सभी स्मारकों और सार्वजनिक स्थानों का प्रबंधन उच्चतम मानकों पर होना चाहिए और जयपुर शहर के अंदर की व्यवस्था बेहतरीन होनी चाहिए,” पंत ने बैठक में कहा।
इस उच्चस्तरीय बैठक में ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 के तहत राजधानी जयपुर के सौंदर्यीकरण, मीडिया एवं प्रचार तथा ब्रांडिंग, राजकीय अतिथियों के लिए प्रोटोकॉल एवं आवास, सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा पर्यटन और अन्य व्यवस्थाओं पर गठित समितियों ने अपने-अपने कार्यों का अपडेट देते हुए हाल के महीनों में उठाए गए कदमों की जानकारी दी और कामों की प्रगति को साझा किया। बैठक के दौरान मुख्य सचिव पंत ने संबंधित विभागों को निर्देश देते हुए यह भी कहा कि उनकी सभी गतिविधियां समन्वित होनी चाहिए तथा इस तीन दिवसीय प्रतिष्ठित कार्यक्रम के आयोजन हेतु उच्चतम मानकों का पालन किया जाना चाहिए।
बैठक में सामान्य प्रशासन विभाग (जीएडी) को चार्टर उड़ानों के सुचारू प्रबंधन को सुनिश्चित करने तथा कार्यक्रम में आने वाले प्रतिनिधियों और गणमान्य व्यक्तियों की सहायता के लिए हेल्प डेस्क स्थापित करने के लिए कहा गया, वहीं सूचना एवं जनसंपर्क विभाग (डीआईपीआर) को मीडिया और प्रचार-प्रसार से जुड़ी सभी गतिविधियों को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का निर्देश दिया गया। इसके अलावा, यह भी तय किया गया कि आपसी समन्वय और तैयारियों को दुरुस्त करने के लिए अन्य समितियों के कामों की भी समीक्षा जल्द ही की जाएगी।
इस त्रि-दिवसीय मेगा समिट का उद्देश्य देश-विदेश की बड़ी-छोटी कंपनियों, अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं और निवेशकों को राज्य में आ कर काम करने के लिए आमंत्रित करना, प्रदेश में विभिन्न तरह के उद्योग-धंधे लगाने में मदद करना और अन्य सुविधाएँ मुहैय्या कराना है। इस ग्लोबल समिट के दौरान कृषि, अक्षय ऊर्जा, शिक्षा और कौशल, इंफ्रास्ट्रक्चर, पर्यटन, स्टार्टअप, खनन जैसे क्षेत्रों पर थीम-आधारित सत्र का आयोजन होगा, वहीं विभिन्न देशों के लिए विशेष सत्र भी आयोजित किए जाएंगे।