जयपुर। आजकल साइबर धोखाधड़ी के मामले बहुत बढ़ रहे हैं, साइबर क्रिमिनल नए-नए तरीके अपनाकर लोगों को ठग रहे हैं। इनमें से एक तरीका है फर्जी एसएमएस भेजकर लिंक के जरिए धोखाधड़ी करना। इसके संबंध में पुलिस मुख्यालय की साइबर शाखा द्वारा एडवाइजरी जारी की गई है। अगर आपको भी ऐसा ही कोई मैसेज मिले तो उसमें दिए गए लिंक पर क्लिक न करें, ओटीपी, बैंक खाता नंबर, पासवर्ड सहित अन्य कोई जानकारी शेयर ना करें।
पुलिस महानिदेशक (साइबर क्राइम) हेमंत प्रियदर्शी ने बताया कि साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने एवं आमजन में साइबर अपराधों के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से पुलिस मुख्यालय की साइबर क्राइम शाखा द्वारा राज्य में लगातार प्रयास किये जा रहे है। वर्तमान में आपके बैंक खाते में पैसे जमा होने का फर्जी एसएमएस के साथ लिंक भेजकर पैसो की ठगी की जा रही हैं।
डीजी प्रियदर्शी बताया कि आमजन को अपने खातो की सुरक्षा के लिए व ऐसी धोखाधड़ी से बचने के लिए सभी को बैंकिंग अलर्ट्स का ध्यानपूर्वक विश्लेषण कर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के द्वारा जारी गाइडलाइन की पालना करनी चाहिए। यदि आपको ऐसा कोई संदिग्ध मैसेज प्राप्त होता है, तो ऐसी घटनाओं में सतर्कता और सावधानी अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस लिंक पर क्लिक करने से आपके फोन व कम्प्यूटर में मैलवेयर डाउनलोड हो सकता है, आपका बैंक खाता खाली हो सकता है और आप एक बड़ी साइबर ठगी के शिकार हो सकते हैं।
राजस्थान पुलिस द्वारा सलाह दी जाती है यदि किसी अनजान नम्बर से एसएमएस आये, तब एसएमएस के लिंक पर क्लिक ना करें तथा किसी भी स्थिति में बैंकिंग पासवर्ड, ओटीपी या अन्य व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें व ऐसे संदेशों में दिए गए नंबर पर कॉल न करें। पहले बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर उनके कस्टमर केयर नंबर पर कॉल करें।