जयपुर। विश्व तम्बाकू निषेध दिवस पर शनिवार को राजधानी में अनेक आयोजन हुए। लोगों को तम्बाकू के सेवन से होने वाले नुकसान की जानकारी देते हुए जगह-जगह प्रदर्शनी लगाई गई। नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बस्तियों में लोगों को तम्बाकू से होने वाली हानियों से परिचित करवाया। सेमीनार और कॉफ्रेंस के माध्यम से इस क्षेत्र में कार्य कर रहे संगठनों के विशेषज्ञों ने तम्बाकू उत्पादों के सेवन से मानव, समाज और पर्यावरण पर पडऩे वाले असर को पॉवर प्रजेंटेंशन के माध्यम से बताया।
इसी कड़ी में इंडियन अस्थमा केयर सोसाइटी, राजस्थान प्रदेश नशा बंदी समिति, भारत सेवा संस्थान, गांधी जीवन दर्शन समिति,गायत्री शक्तिपीठ ब्रह्मपुरी, गायत्री शक्तिपीठ कालवाड़, गायत्री चेतना केन्द्र मुरलीपुरा, झोटवाड़ा, हरमाड़ा सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों की ओर से बनीपार्क स्थित स्काउट गाइड कार्यालय से नशा मुक्ति रैली निकाली गई। स्काउट गाइड, विभिन्न विद्यालयों के बच्चों और गायत्री परिवार के महिला-पुरुष कार्यकर्ताओं ने हाथों में तख्तियां लेकर नशा नाश की जड़ है भाई इसने ही सब आग लगाई…, गुटखा खाओ गाल गलाओ, अपनी अर्थी खुद उठवाओ…, बीड़ी पीकर खांस रहा है मौत के आगे नाच रहा है… गांजा-भांग-शराब तम्बाकू तन-मन-धन के ये सब डाकू…जैसे नारे लगाते हुए चल रहे थे।
कार्यक्रम में सवाई सिंह, गोपालशरण, कौशल सत्यार्थी, दीपक धीर, रूपेंद्र सिंह, हनुमान सहाय शर्मा, ताराचंद थाकन, सूर्य नारायण शर्मा, कर्मवीर कटेवा, कुसुम जैन, विष्णु दत्त शर्मा, हिरेंद्र सेवदा, डॉ पी सी जैन, रितु शर्मा, गायत्री परिवार से मणिशंकर पाटीदार, मनु महाराज, धर्मपाल चौधरी, अमिता पारीक, मुकेश माथुर, उमाशंकर खंडेलवाल, राजेश माहेश्वरी, विनोद पारीक सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे। इसी कड़ी में विभिन्न संस्थाओं की ओर से कलेक्ट्री सर्किल पर सद्बुद्धि यज्ञ किया गया और नशा मुक्ति प्रदर्शनी लगाई गई।