जयपुर। जयपुर की सबसे पुरानी और सबसे बड़ी पदयात्रा कल्याण जी डिग्गीपुरी की 59वीं लक्खी पदयात्रा सावण सुदी छठ, ग्यारह अगस्त को सुबह नौ बजे चौड़ा रास्ता के ताडक़ेश्वरजी मंदिर से रवाना होगी। श्री कल्याण जी डिग्गीपुरी लक्खी पदयात्रा संघ जयपुर ने इसकी तैयारियां प्रारंभ कर दी है। ग्रामीण अंचल में प्रचार सामग्री वितरित की जा रही है। पदयात्रा में प्रतिदिन रात्रि में भजन, रासलीला, भक्ति संगीत के कार्यक्रम होंगे। पदयात्रा में लाखों स्त्री-पुरुष भाग लेंगे।
कल्याणजी डिग्गीपुरी पदयात्रा संघ अध्यक्ष श्रीजी शर्मा के अनुसार मुख्य केसरिया निशान ध्वज की विधिवत पूजा अर्चना कर ग्यारह अगस्त को पैदल यात्रा को रवाना की जाएगी। इस दौरान कई राजनेता सहित संत-महंतों की मौजूद रहेंगे। यहयात्रा 15 अगस्त एकादशी पर डिग्गीपुरी पहुंचेगी। जयपुर से 83 किलोमीटर की दूरी पर बने मंदिर में लाखों की तादाद में श्रद्धालु पहुंचेंगे। चौड़ा रास्ता समेत टोंक रोड पर जगह-जगह यात्रियों के लिए भंडारे के लिए स्टाल्स लगाई जाएगी। इसके साथ ही भांति-भांति के पकवान भंडारे में दिए जाएंगे।
इसके साथ ही अलग-अलग स्वांग, झांकियां आकर्षण का केंद्र रहेगी। मुख्य लक्खी पदयात्रा में जयपुर सहित दौसा, सवाईमाधोपुर, सीकर आदि जिलों के पदयात्री भी शामिल होंगे। आसपास के गांव, ढाणियों से 300 से ज्यादा पदयात्राएं चौड़ा रास्ता स्थित ताड़केश्वर महादेव मंदिर पहुंचकर दर्शन कर यहां से रवाना होगी। कनक दंडवत, नंगे पावों के साथ हर उम्र के भक्त पदयात्रा में बड़ी संख्या में पांच दिनों में कल्याणधणी के दर पर बड़ी मनोकामना के साथ पहुंचते हैं।
उन्होंने बताया कि लक्खी पदयात्रा 11 अगस्त को मदरामपुरा के बालाजी, 12 को हरसूलिया, 13 को फागी, 14 को चौसला, 15 अगस्त को निजधाम डिग्गी कल्याण जी पहुंचेगी। जहां शाम को 5 बजे डिग्गी बस स्टैण्ड से भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी और गंगोत्री से लाए गंगाजल से अभिषेक किया जाएगा।