जयपुर। दुर्गापुरा के श्री दिगम्बर जैन मंदिर चन्द्र प्रभ जी में राजस्थान जैन युवा महासभा, जैन कनेक्ट, दुर्गापुरा जैन मंदिर ट्रस्ट एवं महिला मंडल दुर्गापुरा के संयुक्त तत्वावधान में दिगम्बर जैन मुनि जयकीर्ति के मुखारबिंद से चल रही दस दिवसीय जैन रामायण कथा के पांचवें दिन गुरुवार को मुनि जयकीर्ति महाराज ने हनुमान जन्म प्रसंग के महत्व को समझाया।
कथा के दौरान उन्होने रावण का सीता के साथ लंका प्रवेश, विभिषण-सीता संवाद, रावण का बाली मुनिराज पर उपसर्ग, सुग्रीव – राम मुलाकात, पवनंजय – अंजना विवाह, लक्ष्मण का कोटि शीला उठाना सहित अंजना का वनवास प्रसंग का बडा सुन्दर चित्रण किया। कथा प्रारंभ होने से पूर्व भगवान चन्द्र प्रभू के चित्र का अनावरण एवं दीप प्रज्जवलन शिख चंद कासलीवाल एवं जैन महासभा राजस्थान अंचल अध्यक्ष कमल बाबू जैन,आदि ने किया। ब्रह्मचारिणी पल्लवी दीदी ने मंगलाचरण प्रस्तुत किया।
इस मौके पर पूर्व सांसद राम चरण बोहरा, जोधपुर एम्स के अध्यक्ष डॉ एस एस अग्रवाल, प्रसिद्ध विद्वान प्रो. श्रेयांस सिंघई, मनोनीत पार्षद राजेन्द्र सोगानी एवं चेतन जैन निमोडिया गौरवमयी अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर आयोजन समिति की ओर से अतिथियों का स्वागत एवं सम्मान किया गया। राजा श्रेणिक परिवार परिवार एवं पुलक मंच जयपुर शहर की संरक्षिका रत्ना गंगवाल ने मुनि श्री को जिनवाणी भेट कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
मंच संचालन राजस्थान जैन युवा महासभा के प्रदेश महामंत्री विनोद जैन कोटखावदा ने किया। सायंकाल 7 बजे राजा श्रेणिक परिवार एवं उपस्थित सैकड़ों श्रद्धालुओं ने जिनेन्द्र देव की आरती के बाद मुनि श्री की भव्य आरती की गई। गुरु भक्ति के आयोजन के बाद प्रसिद्ध गायक सुभाष बज ने पदम प्रभु चालीसा का पाठ, आध्यात्मिक एवं संदेशात्मक भजनों की प्रस्तुति दी।