जयपुर। झालाना स्थित अपग्रेड किए कचरा ट्रांसफर का महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर ने लोकार्पण किया। यह जयपुर का पहला कवर्ड और मैकेनाइज्ड ट्रांसफर स्टेशन है। इस मौके पर महापौर ने बताया इस तरह जयपुर के हर एक जोन में इस तरह के ट्रांसफर स्टेशन विकसित करने की योजना है। करीब 4.21 करोड़ रुपए की लागत से बने इस मैकेनाइज्ड ट्रांसफर स्टेशन में 2 कॉम्पेक्शन मशीनें हैं। इनके जरिए कचरे को हाइड्रोलिक प्रेशर मशीन से कम्प्रेस करके कंटेनर (डम्परों) में डाला जाता है। इससे इन डम्परों में औसत से ज्यादा कचरा परिवहन करके लेकर जाया जा सकता है।
इस स्टेशन पर आने वाले कचरे को प्राथमिक तौर पर सेग्रिगेट किया जाता है। इसके लिए यहां एक बड़ी कन्वेयर बेल्ट मशीन लगाई है। इस मशीन पर अलग-अलग पोइंटर पर मैनपावर के जरिए कचरा सेग्रिकेट करके उसमें से पुन: उपयोग वाले कचरे को अलग करके शेष कचरा को डंपिंग यार्ड भिजवाया जाता है। इस ट्रांसफर स्टेशन के शुभारंभ मौके पर मेयर के साथ नगर निगम कमिश्नर रूकमणी रियाड़ सहित नगर निगम के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
इस स्टेशन पर हर रोज 100 टन कचरा सेग्रिगेट करके उसे हाइड्रोलिक प्रेशर मशीन से कम्प्रेस करके कंटेनर डंपिंग यार्ड तक पहुंचाने की क्षमता है। इसके लिए यहां 3 हुक लोडर मशीन और 6 कंटेनर भी मौजूद हैं। स्वच्छ भारत मिशन की गाइडलाइन के मुताबिक जयपुर नगर निगम ग्रेटर के हर जोन एरिया में 2-2 ट्रांसफर स्टेशन की जरूरत है। अगर 2 नहीं तो कम से कम एक-एक ट्रांसफर स्टेशन होना जरूरी है। इन स्टेशन के लिए कम से कम 4 हजार वर्गमीटर जमीन की जरूरत है।