December 8, 2024, 3:06 am
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देशभर के पशुपालकों के लिए कारगर साबित हो रही है पीएम मोदी द्वारा शुरू की गई राष्ट्रीय गोकुल मिशन योजनाः मदन राठौड़

जयपुर। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और सांसद मदन राठौड़ ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से देशभर के पशुपालकों की आय बढ़ाने और दुग्ध उत्पादन को बढावा देने के उद्देश्य से शुरू की कई राष्ट्रीय गोकुल मिशन योजना कारगर साबित हो रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल के दौरान पशुपालन विभाग की ओर से दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन किया गया। इसका परिणाम यह हुआ कि पिछले 10 वर्षों में दूध उत्पादन में 63.56 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई। वर्ष 2014-15 में जहां 146.3 मिलियन मीट्रिक टन दूध उत्पादन किया जा रहा था, वो वर्ष 2023-24 में 239.3 मिलियन मीट्रिक टन तक पहुंच गया। वहीं देशभर में पशुओं की देशी नस्ल सुधार के लिए आईवीएफ तकनीक का इस्तेमाल करते हुए 32 बछडे और बछडियों को जन्म दिया गया।

राज्यसभा सांसद मदन राठौड़ ने राष्ट्रीय गोकुल मिशन योजना के लक्ष्य प्राप्ति और देशभर में इस योजना से लाभान्वित किसानों को लेकर राज्यसभा में तारांकित सवाल लगाया। इसके जवाब में मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री राजीव रंजन सिंह जवाब दिया कि योजना से देशभर में 4 करोड़ 58 लाख 14 हजार 284 किसान लाभान्वित हुए है। इसमें राजस्थान के 32 लाख 47 हजार 550 किसान राष्ट्रव्यापी कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम के माध्यम से लाभान्वित हुए। इतना ही नहीं, देशभर में पशुओं की नस्ल सुधार के लिए 38 हजार से अधिक मैत्रियों को लगाया गया। इसमें राजस्थान में 771 मैत्री कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन के तौर पर कार्य कर रहे है।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने बताया कि राष्ट्रीय गोकुल मिशन योजना के तहत देशी नस्लों के सुधार की दिशा में भी सराहनीय कार्य किया गया है। इसमें राजस्थान की साहीवाल, थारपारकर और राठी नस्ल के पशुओं की संतति परीक्षण और नस्ल चयन कार्यक्रम शुरू किया गया। वहीं राष्ट्रव्यापी कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम के दौरान पिछले तीन सालों में राजस्थान के 32.47 लाख किसान लाभान्वित हुए और 55.99 लाख पशुओं में कृत्रिम गर्भाधान किया गया। इतना ही नहीं, राजस्थान में देशी पशुओं की नस्ल सुधार के लिए 7 नस्ल वृद्धि फार्म स्थापित किए जाएगे। इसके लिए केंद्री की ओर से स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। वहीं दूसरी ओर 70 व्यक्तियों को सामुदायिक संसाधन व्यक्ति ए-हेल्प का प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया है। इसके तहत इन प्रशिक्षित व्यक्तियों को पशुधन उत्पादन के विस्तार हेतु मान्यता प्राप्त एजेंट के तौर पर नियुक्त किया जाएगा।

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