माघ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को सकट चौथ का व्रत रखा जाता है। इसे संकष्टी चतुर्थी, संकटा चौथ, संकष्टी चतुर्थी, तिलकुट चतुर्थी और तिलकुटा चौथ भी कहते हैं। यह व्रत सकट माता और भगवान गणेश को समर्पित रहेगा। ज्योतिषाचार्य डॉ. महेन्द्र मिश्रा ने बताया कि इस दिन राशि अनुसार उपाय करने से संतान के भाग्य में वृद्धि और करियर में शुभ परिणामों की प्राप्ति हो सकती हैं।
मेष राशि की महिलाएं सकट चौथ पर गुड़ और तिल का दान करें, इस उपाय को करने से संतान के जीवन में सुख-समृद्धि का वास होता है।
वृषभ राशि की महिलाएं गणेश जी को मोदक का भोग लगाएं, साथ ही विधि विधान से उनकी पूजा करें। माना जाता है कि इस उपाय को करने पर संतान के जीवन में चल रही परेशानियां समाप्त हो सकती हैं।
मिथुन राशि वाली महिलाएं गणेश जी को दूध और तिल अर्पित करें। इस उपाय को करने से मानसिक शांति की प्राप्ति होती हैं।
कर्क राशि की महिलाएं गणपति बप्पा को तिल का भोग लगाएं। इससे प्रथम पूज्य देवता प्रसन्न होते हैं।
सिंह राशि की महिलाएं अगर संतान के वैवाहिक जीवन में समस्याएं चल रही हैं, तो सकट चौथ के दिन रात को लाल चंदन और पंचामृत से चंद्र देव की उपासना करें। इस उपाय से सभी समस्याओं का निवारण होता है।
कन्या राशि की महिलाएं गणपति जी को हरे रंग के वस्त्र चढाएं। इससे संतान के करियर में आ रही रुकावटें दूर हो सकती हैं।
तुला राशि की महिलाओं को गणेश जी की मूर्ति का दूध और केसर से अभिषेक करना चाहिए। शाम के समय घर में चौमुखी दीपक भी जलाएं। मान्यता है कि ऐसा करने से न केवल संतान के जीवन में खुशियां बल्कि घर में भी सुख-समृद्धि का वास होता है।
वृश्चिक राशि की महिलाएं गणपति बप्पा को मोतीचूर के लड्डुओं का भोग लगाएं। इससे कार्यों में आ रही बाधाएं समाप्त होती हैं।
धनु राशि की महिलाएं सकट के दिन भगवान गणेश को केसर से बनी खीर का भोग लगाएं, यह बहुत शुभ होता है। माना जाता है कि इस उपाय को करने से संतान सुख का आशीर्वाद मिलता है।
मकर राशि की महिलाएं सकट चौथ के दिन काले तिल का दान करें, इससे भाग्य में वृद्धि होती हैं।
कुंभ राशि की महिलाएं भगवान गणेश को मोदक अर्पित करें। इससे बप्पा प्रसन्न होते हैं।
मीन राशि की महिलाओं को गणेश जी को सफेद तिल का भोग लगाना चाहिए, इससे आर्थिक समस्याओं का निवारण होता है।