July 27, 2025, 8:53 pm
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विधायक बालमुकुंद आचार्य ने तुलसी दिवस पूजन पर किया तुलसी पौधा वितरण

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जयपुर। वैश्य समाज नव वर्ष स्नेह मिलन पोषबड़ा महोत्सव में स्वामी बालमुकुंदाचार्य महाराज हाथोज धाम विधायक हवामहल के कर कमलों से पोस्टर का विमोचन किया गया। साथ ही उन्होंने समाज बंधुओं को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह वर्ष आपके जीवन में सुख समृद्धि और हर्ष उत्साह लाए। खंडेलवाल वैश्य समाज सेवा समिति वैशाली नगर की ओर से शनिवार 6 जनवरी 2024 को नववर्ष स्नेह मिलन और परशुराम उत्सव का आयोजन किया जा रहा है।

तुलसी दिवस पूजन पर तुलसी पौधा वितरण

स्वामी बालमुकुंदाचार्य जी महाराज हाथोज धाम विधायक हवामहल के जन्म दिवस सेवा सप्ताह कार्यक्रम में मंदिर श्री सीताराम जी छोटी चौपड़ में जयपुर सनातन मंच के द्वारा 108 तुलसी पौधा महिलाओं बालिकाओं को वितरण किया गया।

जल महल पर 108 तुलसी पौधा वितरित

विधायक स्वामी बालमुकुंद आचार्य ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल की जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित कर जल महल पर आयोजित कार्यक्रम में शिरकत की और यहां पर तुलसी 108 पौधे महिलाओं को वितरित कर तुलसी का महत्व के बारे में विशेष जानकारी दी। इसी क्रम में झूलेलाल मंदिर मे भी तुलसी दिवस मनाया गया।

अटल बिहारी वाजपेयी की 99वीं जन्म जयंती पर अनूठी सवामणि , 2000 गायों को कराई 21 सवा मानी

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Unique Sawmani on the 99th birth anniversary of Atal Bihari Vajpayee
Unique Sawmani on the 99th birth anniversary of Atal Bihari Vajpayee

जयपुर। युग पुरुष पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की 99वीं जन्म जयंती पर पहली बार एक अनूठी सवामणि का आयोजन किया गया। शहर ही नहीं संभवत पूरे राज्य में ऐसा आयोजन पहली बार हुआ है। रवि फाउंडेशन व हैनिमैन चैरिटेबल मिशन सोसाइटी की ओर से यह सवामणि महोत्सव लोगों के लिए नहीं बल्कि गौ माता के लिए आयोजित किया गया। पिंजरापोल गौशाला स्थित सनराइज औषधी पार्क में आयोजित इस महोत्सव की खास बात यह रही कि गायों को उनकी पसंद की प्रसादी परोसी गई। इसमें प्रमुख रूप से खजूर, पंचमेवा, गुड़, मेथी, तिल, तिल की खली गायों के भोजन में शामिल की गई।

रवि फाउंडेशन के अध्यक्ष पुलकित भारद्वाज ने बताया कि ये सभी खाद्य सामग्री गायों का सर्दी से बचाव तो करेंगी ही उनके स्वास्थ्य को भी अच्छा रखेंगी, इसी मकसद से सवामणि का यह आयोजन किया गया। इसके साथ ही गायों को चूरमा दाल बाटी भी खिलाया गया। इस महोत्सव के तहत 2000 गायों के लिए 21 सवाणियां एक साथ की गई। इसमें करीब 1100 किलो खाद्य सामग्री शामिल की गई। कार्यक्रम में शहर की कई संस्थाओं ने सहयोग किया।

मंत्रोच्चारण के बीच गायों के चरण पूजन और की महाआरती

कार्यक्रम के सह संयोजक हेनिमैन चेरिटेबल ट्रस्ट के डॉ. अतुल गुप्ता ने बताया कि सर्वप्रथम गायों के चरण धोए गए। पंडित दिनेश मिश्रा ने मंत्र उच्चारण के साथ गायों का पूजन कराया। महोत्सव में शामिल गोभक्तों ने गो माताओं को प्रसादी परोसी। उन्हें चूरमा, दाल, बाटी भी खिलाया गया। प्रसादी के बाद गायों की पाचन क्रिया का ध्यान रखते हुए उन्हें खजूर की गुठलियों से निर्मित पौष्टिक वैदिक कॉफी भी पिलाई गई। प्रसादी करने के बाद गाय के गौबर के वैदिक दीयों से महाआरती की गई।

गायों के थान को गुब्बारों से सजाया

रामराज्य चेरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष जगदीश पंचारिया ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी की जन्म जयंती होने से गायों के थान को गुब्बारों से सजाया गया। उनके चित्र पर माल्यार्पण कर सभी ने पुष्पांजलि अर्पित की। इस मौके पर सनातन संस्कृति रक्षक संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुभाष पराशर, विश्व हिंदू परिषद के प्रांत मंत्री अशोक डीडवानिया, रवि फाउंडेशन की महासचिव मोनिका गुप्ता, सह सचिव पंकज गोयल, कोषाध्यक्ष राजेश कुलवाल, प्रवक्ता गीता झालानी व चंद्रमोहन झालानी सहित सकड़ों लोगों ने गायों को प्रसादी कराई।

तुलसी के पौधे बांटे, दीप प्रज्वलन का दिलाया संकल्प

सवामणि महोत्सव में तुलसी दिवस भी मनाया गया। इस मौके पर कार्यक्रम में शामिल सभी लोगों को तुलसी का पौधा वितरित किया गया । साथ ही उनसे यह संकल्प लिया कि वे सनातन में पूजनीय इस तुलसी पौधे को न केवल लगातार संचित करेंगे बल्कि नियमित रूप से इसका पूजन कर प्रतिदिन एक दीपक अवश्य तुलसी के निमित्त संध्या में जरूर प्रज्वलित करेंगे। भारद्वाज ने बताया कि गौ माता की ये सवामणियां नए वर्ष के साथ ही अयोध्या में रामलाल के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव और मकर संक्रांति के उपलक्ष्य में 1 से 22 जनवरी तक लगातार की जाएंगी। शहर की सभी गौशालाओं में ये सवामणियां की जाएंगी।

वाजपेयी के व्यक्तित्व और कृतित्व को किया याद

भारतीय जैविक किसान उत्पादक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. अतुल गुप्ता ने कहा कि अटल जी का पूरा जीवन राष्ट्र को समर्पित रहा है और हमेशा हिंदी और राष्ट्र की संस्कृति को बढ़ावा देने का काम किया और वह एक अजय राजनेता थे अटल जी की जन्म जयंती अवसर पर इतना ही कहूंगा अटल जी एक महा मानव थे जब पहली बार धोती कुर्ता पहन कर संयुक्त राष्ट्र में हिंदी में भाषण दिया विपक्ष के नाते जब भी इनको मौका मिला यह हिंदी को बढ़ावा को दिया राष्ट्र के संस्कृति को बढ़ावा दिया और यह कवि के रूप में कवि हृदय के साथ-साथ एक अजय राजनेता भी थे जिनका कोई आलोचक नहीं था। इस दौरान पौद्दार एज्युकेशन इंस्टीटयूट ऑफ मैनेजमेंट के चैयरमैन डॉ. आनंद पोद्दार, हरीश ओझा, एडवोकेट मुनीष कुमार शर्मा, एसीपी राजेंद्र गुप्ता भी मौजूद रहे।

दसवें सिख गुरु गोविंद सिंह के साहिबजादों की शहादत की स्मृति में आज मनाया जाएगा राष्ट्रीय वीर बाल दिवस: मुकेश दाधीच

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जयपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विगत वर्ष 09 जनवरी 2022 को गुरू गोविन्द सिहं के प्रकाश पर्व पर मंगलवार कोको राष्ट्रीय वीर बाल दिवस घोषित किया गया था। मंगलवार को देशभर में राष्ट्रीय वीर बाल दिवस के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित होंगे। दसवें सिख गुरु गोविन्द सिंह जी के साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह की शहादत की स्मृति में यह दिवस मनाया जाएगा।

भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच ने बताया कि राष्ट्रीय वीर बाल दिवस के अवसर पर भाजपा की ओर से प्रत्येक मंडल पर एक विशेष सभा का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान साहिबजादों के जीवन परिचय और उनकी शौर्य गाथा पर प्रकाश डाला जाएगा।

वहीं सामूहिक रूप से स्थानीय गुरूद्वारों में शब्द कीर्तन भी सुना जाएगा। सभी जिलों और मंडलों में प्रभात फेरी का आयोजन भी राष्ट्रीय वीर बाल दिवस के मौके पर किया जाएगा। साथ ही डिजिटल प्रदर्शनी का आयोजन होगा सभी स्थानों पर बौद्धिक संगोष्ठी के साथ ही स्कूलों और कॉलेजों में भी विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित होंगे। इन कार्यक्रमों में विचार, गोष्ठी और भाषण प्रतियोगिता मुख्य आकर्षण रहेंगे।

कबड्डी प्रतियोगिता स्थानीय खिलाड़ियों और परंपरागत खेलों के लिए बेहतरीन प्लेटफार्म : कैलाश चौधरी

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सिणधरी/सिवाना/बालोतरा/बाड़मेर। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी सोमवार को संसदीय क्षेत्र के दौरे पर रहे और विभिन्न स्थानों पर आयोजित कार्यक्रमों में भाग लिया। केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने सिवाना विधानसभा के सिणधरी में चौधरी चरणसिंह किसान छात्रावास संस्थान में आयोजित ओपन प्रो कबड्डी सीजन – 8 के उद्घाटन समारोह को सम्बोधित किया तथा प्रतियोगिता में भाग ले रहे खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों का उत्साहवर्धन किया। बालोतरा से कार्यक्रम स्थल जाते समय रास्ते में पार्टी कार्यकर्ताओं और आम जन केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी का स्वागत किया। कैलाश चौधरी ने बालोतरा में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए।

“ओपन प्री कबड्डी सीजन – 8” कार्यक्रम में को संबोधित करते हुए केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि चौधरी चरण सिंह किसान छात्रावास संस्थान से जुड़े हुए समाजसेवकों और भामाशाहों ने कबड्डी प्रतियोगिता के सीजन शुरू करके निश्चित रूप से क्षेत्र में खेल के प्रति बेहतरीन माहौल तैयार किया है। इससे परंपरागत खेलों के प्रति रुचि रखने वाले स्थानीय खिलाड़ियों को एक बेहतरीन प्लेटफार्म मिल रहा है। कैलाश चौधरी ने कहा कि मोदी सरकार देश में खेलों को बढ़ावा देने के साथ-साथ खिलाड़ियों को तमाम तरह की सुविधाएँ मुहैया करने और खेल इंफ्रास्ट्राक्चर को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है।

केंद्रीय मंत्री ने कबड्डी और कुश्ती जैसे परंपरागत खेलों को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद खेल एवं खिलाड़ियों को निरंतर संरक्षण एवं प्रोत्साहन दिया जा रहा है। खेलों के लिए धन का आवंटन बढ़ा है। खेल सुविधाओं का विस्तार हुआ है। प्रधानमंत्री ने व्यक्तिगत स्तर पर खिलाड़ियों की चिंता की है। जिसका परिणाम विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय स्पर्धा में हमारे देश के प्रभावशाली प्रदर्शन से प्रदर्शित होता है।

खींवसर विधायक हनुमान बेनीवाल ने जनाणा में धार्मिक कार्यक्रम में लिया भाग

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Khinvsar MLA Hanuman Beniwal participated in religious program in Janana
Khinvsar MLA Hanuman Beniwal participated in religious program in Janana

नागौर। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के प्रमुख व खींवसर विधायक हनुमान बेनीवाल सोमवार को जनाणा गांव के दौरे पर रहे,सांसद ने गांव की गौशाला में आयोजित धार्मिक कार्यक्रम में विशाल सभा को संबोधित किया। इस अवसर पर बेनीवाल ने कहा धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजन से संस्कृति जिंदा रहती है और समाज को नई दिशा मिलती है ! उन्होंने सामाजिक और राजनैतिक मुद्दो पर भी अपनी बात रखी।

बेनीवाल ने कहा की गौ सेवा का कार्य प्राथमिकता से करनी चाहिए,उन्होंने गायों की रक्षा के लिए बलिदान देने वाले लोक देवता तेजाजी की वीरता को भी याद किया ,विधायक बेनीवाल ने कहा की उन्होंने हमेशा विकास कार्य करवाने में प्राथमिकता रखी,उन्होंने कहा क्षेत्र के लोगो को खनन के छोटे पट्टे मिले इसके लिए वो लगातार प्रयासरत है और जल्द ही इस दिशा में सकारात्मक परिणाम मिलने की उम्मीद है। बेनीवाल ने कहा गायों हेतु अनुदान राशि बढ़े और गौचर सहित प्रतिबंधित भूमि का उपयोग गौशाला हेतु मिल सके इसके लिए वो प्रयास करेंगे।

किसान और युवाओं के मुद्दो पर हमेशा लड़ाई लड़ी बेनीवाल ने कहा उन्होंने सांसद रहते हुए सत्ता को ठोकर मारकर किसान आंदोलन में सड़क पर किसानो के साथ बैठना उचित समझा और सेना में जब अग्निपथ योजना आई तब सबसे पहले उन्होंने बड़ी रैली करके केंद्र का विरोध किया।


यह कहा विकास कार्यों को लेकर बेनीवाल ने विद्युतीकरण से वंचित ढाणियों का कार्य पूरा करवाने और सड़को के अधूरे कार्य कराने का आश्वासन लोगो को दिया ,बेनीवाल ने खुद की तरफ से 51 हजार रुपए गौशाला के विकास हेतु दिए ।
गांव की चौपाल और नागौर आवास पर की जन सुनवाई, हनुमान बेनीवाल ने जनाणा गांव में लोगो की समस्याओं को सुना और नागौर आवास पर भी जन समस्याओं को सुना।

शिवमहापुराण आत्मा और परमात्मा का मिलन

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जयपुर। परम पूज्य गुरूदेव सद्गुरूनाथ जी महाराज द्वारा 21 से 25 दिसम्बर 2023 तक श्री मुत्युंजय शिव महापुराण कथा का भव्य आयोजन स्वामी लीलाशाह भवन एवं डॉल्फिन स्कूल के पास, राणा सांगा मार्ग, सेक्टर-28 प्रताप नगर, जयपुर में दोपहर 1 से 4 बजे तक किया गया। पहले दिन से कथा के समापन तक लोगों का गजब का उत्साह देखने को मिला। जयपुर ही नहीं बल्कि देश के विभिन्न प्रांतों से शिवमहापुराण कथा का श्रवण करने के लिए लोगों का आना निरंतर जारी रहा।

सद्गुरूनाथ जी महाराज की प्रसिद्धि इतनी है कि हर कोई इनके द्वारा सुनाए जा रहे शिवमहापुराण कथा एवं दुःख निवारण शिविर के बारे में जानता है। देश के विभिन्न प्रांतों में जहां भी गुरूदेव का आगमन होता है, लोग अपनी समस्या लेकर गुरूदेव के पास पहुंचते हैं और सद्गुरूनाथ जी महाराज किसी को निराश नहीं करते हैं। हर प्रकार की समस्या का समाधान गुरूदेव चुटकी बजाते ही कर देते हैं। इसलिए देश के हर राज्य के लोगों से सद्गुरूनाथ जी महाराज का आत्मीय लगाव रहता है।

इन्होंने सनातन धर्म के ध्वज को शिव महापुराण कथा के द्वारा जन-जन तक पहुंचाने का जो भगीरथ प्रयास किया है, वो काबिलेतारीफ है। कथा में आए हुए भक्तजन जब गुरूवर के मुख से शिवमहापुराण कथा का श्रवण करते हैं तो भाव-विभोर होकर शिवभक्ति में लीन हो जाते हैं और नाचने-गाने लगते हैं।

कथा के दौरान सद्गुरूनाथ जी महाराज ने रूद्राक्ष के महत्व पर भी प्रकाश डाला और बताया कि पुराणों में रुद्राक्ष को देवों के देव भगवान शिव का स्वरूप ही माना गया है। पौराणिक कथा के अनुसार रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव के अश्रु से हुई है। रुद्राक्ष पहनने से इंसान की मानसिक और शारीरिक परेशानियां दूर होती हैं।

जो इसे धारण कर भोलेनाथ की पूजा करता है उसे जीवन के अनंत सुखों की प्राप्ति होती है। गुरूदेव ने बेलपत्र के गुणों को बताया और कहा कि शिव भगवान को दूध और बेलपत्र दोनों बहुत पसंद है। उन्होंने ये भी कहा कि बेलपत्र को ऊपर की जेब में रखने से दिल में रक्तप्रवाह ठीक बना रहता है।
मनुष्य जन्म होने के लाभ बताते हुए सद्गुरूनाथ जी महाराज ने शबरी का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि शबरी श्री राम के रास्ते में पड़ने वाले कंकड़ को बीनकर हटा देती थी। बाद में उन्हें प्रभु श्रीराम ने दर्शन भी दिया और उनके जूठे बेर भी खाए।

उन्होंने कहा कि भगवान शंकर की करूणा और कृपा संपूर्ण विष्व में व्याप्त है उनकी कृपा दृष्टि से ही यह जगत संचालित है। जब तक शिव की कृपा नहीं होती जीवन में हम एक कदम भी आगे नहीं बढ़ा सकते। शिव पुराण में चौबीस हजार श्लोक हैं उनमें से एक श्लोक ही नहीं बल्कि एक शब्द मात्र को भी अपने जीवन मे धारण करने से इस मानव देह का के लिए सिद्ध हो जाता है। उन्होंने कहा हमें मनुष्य का शरीर तो मिल गया लेकिन हमने इसके महत्व को नहीं समझा तो सब बेकार है। मानव देह का महत्व भगवान की भक्ति में है। शिवजी अत्यंत दयालु महादेव हैं।

शिवमहापुराण में देवराज ब्राम्हण का दृष्टांत देते हुए उन्होंने विश्वास दिलाया कि ह्दय से किया गया मंत्र जाप हमारे जीवन को सफल बना देता है हर श्वास में ओम नम: शिवाय मंत्र का जप कीजिए और जीवन में जो भी समस्याएं हों। उनके समाधान के लिए व्यर्थ मत भटकिए बल्कि श्रद्धा पूर्वक शिवजी को रोज जलार्पण कीजिए अर्थात एक लोटा जल, सारी समस्याओं का हल।

इस पांच दिवसीय कथा महोत्सव में काले हनुमान जी, चांदी की टकसाल के महंत श्री राजकुमार शर्मा जी एवं सर्व समाज के गणमान्य व्यक्तियों के साथ विभिन्न प्रांतो और शहरों से आए हुए भक्तों ने शिव महिमा का रसपान किया आयोजक श्री तुलसी त्रिलोकानी परिवार ने सभी कार्यकर्ताओं और सहयोग कर्ताओं का आभार व्यक्त किया

तुलसी पूजन दिवस पर माता को ओढ़ाई चूनरी

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जयपुर। छोटीकाशी जयपुर में सोमवार को अलग -अलग जगहों पर तुलसी पूजन दिवस मनाया गया । जिसमें माता तुलसी को चूनरी ओढ़ाकर उसकी पूजा-अर्चना की गई। विद्याधर नगर सेक्टर -6 में स्थित सामुदायिक भवन में आयोजित तुलसी पूजन कार्यक्रम में महिलाओं ने तुलसी माता को चूनरी ओढ़ाकर पूजन किया, पश्चात 108 दीप प्रज्जवलित कर आरती की गई।

तुलसी पूजन कार्यक्रम में पार्षद सुमन ,लोकचंद हरिरामानी,नरेंद्र वशिष्ठ ,महिला मंडल सदस्य गुंजन ,मधु ,सुमन ,चेतना,उषा ,अंजू, निर्मला, शकुंतला,मंजू,आशा ,सीमा ,प्रीती ,सुमित्रा,पायल,गीता ,किरण ,रंजना ,छवि का सक्रिय योगदान रहा।

तुलसी दिवस एवं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर भाजपा मुरलीपुरा मंडल कार्यालय श्री विनायक धाम नाड़ी का फाटक पर तुलसी का पूजन किया गया। अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि अपित की गई।

छोटी चौपड़ स्थित मंदिर श्री सीतारामजी महाराज में तुलसी दिवस पूजन पर तुलसी पौधा वितरण किया गया। हवामहल विधायक स्वामी बालमुकुंदाचार्य जयपुर सनातन मंच की ओर से तुलसी की 108 पौध का वितरण किया। इस अवसर पर लक्ष्मीकांत, दीपक जार, रुपाली, शिखा पुरोहित, हरि वल्लभ मेघवाल एवं अन्य उपस्थित थे।

गुरू गोविंद सिंह के साहिबजादे एवं माता को शहादत में कीर्तन

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जयपुर। गुरूद्वारा वैशाली नगर में गुरू गोविंद सिंह के चार साहिबजादे एवं माता गुजर कौर की शहादत को समर्पित कीर्तन दीवान सजाए गए। ये तीन दिवसीय कार्यक्रम 23 दिसंबर से शुरू होकर 25 दिसंबर को इसका समापन हुआ।

तीनों दिन कीर्तन दीवान में भाई कंवरपाल सिंह, भाई तेजबीर सिंह, भाई तीरथ सिंह, देवेन्द्र सिंह, ज्ञानी बाबू सिंह ने भी सुरा सो पहचानिए जो लरै दीन के हेत, पुरजा पुरजा कट मरे कबहु न छाढे खेत…जैस शबद गायन कर संगत को निहाल किया। सोमवार को सुबह भाई कंवरपाल सिंह ने संपूर्ण आसा दी वार का गायन किया।

तीनों दिन गुरु का लंगर अटूट वरताया गया। गुरुद्वारे के प्रधान सरदार सर्वजीत सिंह माखिजा ने बताया कि 20 दिसंबर से 28 दिसंबर तक आठ दिनों में गुरु गोविंद सिंह जी का पूरा परिवार बिछड़ गया था। गुरुजी के बड़े दो साहिबजादे अजीत सिंह और जुझार सिंह और अन्य कई सिख मुगलों से लड़ाई लड़ते हुए शहीद हो गए। गुरुजी के दोनों छोटे साहिबजादों को दीवार में जिंदा चुनवा कर शहीद कर दिया गया।

महर्षि बालीनाथ महाराज जयंती व बैरवा दिवस एवं प्रतिभा सम्मान समारोह संपन्न

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जयपुर। अखिल भारतीय बैरवा महासभा, जिला शाखा जयपुर के तत्वाधान में महर्षि बालीनाथ महाराज जयंती व बैरवा दिवस एवं प्रतिभा सम्मान समारोह का श्री राम मैरिज गार्डन, सांगानेर, जयपुर में आयोजन किया गया। जिसमे हजारों की संख्या में बैरवा समाज के आम व खास नागरिकगण उपस्थित रहे। उक्त समारोह में बैरवा समाज के नव नियुक्त अधिकारी, बोर्ड परीक्षाओं में श्रेष्ठ अंकों से सफलता प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों एवं भामाशाहों को मोमेंटो व प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। सम्मान पाकर प्रतिभाओं के चेहरे खिल उठे।

उप मुख्यमंत्री डॉ प्रेम चंद बैरवा ने अपने उद्बोधन में बैरवा समाज की दिशा एवं दशा पर प्रकाश डालते हुए चरित्र निर्माण एवं शिक्षा के प्रति जागरूक होने तथा एकजुटता का आह्वान किया, उन्होंने बताया कि परिश्रम ही सफलता की कुंजी है। प्रतिभाओं को शुभकामनाएं प्रेषित की।विधायक लालाराम बैरवा एवं सी एल प्रेमी ने अपने अनुभव साझा करते हुए सही मार्ग का चयन करना और पूरी निष्ठा से कार्य सम्पादन पर बल दिया।

पूर्व सांसद रामकुमार वर्मा ने महर्षि बालीनाथ की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए उनके द्वारा बताए मार्ग का अनुसरण करते हुए भावी पीढ़ी को अधिक मेहनत करने की सीख दी। पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष हरिनारायण बैरवा एवं प्रदेशाध्यक्ष ने समाज में व्याप्त कुरीतियों को त्याग कर सामाजिक, शैक्षिक, राजनैतिक एवं आर्थिक उत्थान पर बल दिया। साथ ही बैरवा छात्रावासों का निर्माण एवं बेहतर संचालन की आवश्यकता जताई। अन्य वक्ताओं ने भी सामाजिक मुद्दों और उनके सम्मधान हेतु अपनी बात रखी।

कार्यक्रम में उपस्थित समस्त सामाजिक बंधुओं द्वारा नव निर्वाचित उप मुख्यमंत्री, विधायकों को समवेत बधाई प्रस्तुत की। समारोह में प्रभावी मंच संचालन, डॉ. विजय लाल बैरवा (पूर्व सहायक निदेशक), राजेंद्र देव एवं एडवोकेट शंकर लाल बैरवा द्वारा किया गया। अन्त में जिलाध्यक्ष शांति स्वरूप बंशीवाल द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया और समारोह राष्ट्रगान के साथ संपन्न हुआ।

क्रिसमस को लेकर चर्च में विशेष आराधना

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जयपुर। प्रेम ही ईश्वर है का संदेश देने वाले ईसा मसीह का जन्मोत्सव सोमवार को क्रिसमस के रूप में मनाया गया। मसीह समाज के घरों में क्रिसमस को लेकर खुशी और उत्साह दिखा। राजधानी के सभी चर्च में दिनभर मसीह समाज के लोगों का तांता लगा रहा। सुबह से ही प्रार्थना के लिए लोगों का गिरजाघरों में आना शुरू हो गया। एक दूसरे को केक खिलाकर बधाई। यहां प्रभु के जन्म से जुड़ी झांकियां सजाई गई। बिशप, फादर और पादरी ने प्रार्थना सभा में बाइबल का संदेश दिया।

बाइबिल पाठ के साथ विश्व में अमन-चैन के लिए प्रार्थना की गई। प्रार्थना के बाद प्रभु यीशु के प्रतीक को गिरजाघर के बाहर चरनी में रखा गया। इसमें चरवाहे भेड़-बकरियां भी मौजूद रही। लोगों ने मोमबत्तियां सामूहिक प्रार्थना की और एक-दूसरे को मैरी क्रिसमस बोलते हुए बधाई दी। क्रिसमस का मुख्य आयोजन चांदपोल स्थित सेंट एंड्रयूज चर्च हुआ। यहां सुबह विशेष प्रार्थना हुई।

चर्च प्रभु के जन्म की खुशियों से जुड़े गीत कैरल्स से गूंज उठा। शहर के अन्य गिरजाघरों और चर्च में सुबह विशेष प्रार्थना सभाएं हुई। फादर ने कहा कि प्रभु यीशु का जन्म मनुष्य के जीवन के लिए एक उदाहरण है। अंधकार से उजाले की ओर बढ़ाने का संदेश है। साथ ही मनुष्य में एक दूसरे के प्रति प्रेम की भावना का संदेश है। हर मनुष्य के हृदय में ईश्वर विराजमान है।

प्रार्थना सभा मलयालम, अंग्रेजी और हिंदी में आयोजित हुई। प्रभु यीशु के संदेशों का बखान किया गया। सांता के स्वरूप बच्चों को चॉकलेट, टॉफी के साथ ही उपहार देते नजर आए। मालवीयनगर, अजमेर रोड, मानसरोवर, विद्याधरनगर, मुरलीपुरा सहित अन्य क्षेत्रों में स्थित चर्च में दिनभर क्रिसमस के आयोजन हुए।

चांदपोल स्थित सेट एंडयूज चर्च में सामूहिक प्रार्थना सभा में शहरभर के ईसाई समाज के लोग एकजुट हुए। चर्च में सामूहिक प्रार्थना के बाद सभी ने एक-दूसरे को क्रिसमस की बधाई देने होड़ नजर आई।

वहीं घाटगेट स्थित सेक्रेट हार्ट चर्च व सी स्कीम में स्थित सेंट जेवियर चर्च ,मालवीय नगर ,मानसरोवर ,बगराना चर्च में भी सुबह सामूहिक प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया।जिसमें ईसाई समाजबंधु स्तुतिगान के साथ क्रिसमय के विशेष कैरल्स गीत गाते हुए नजर आए। सभी ने मोमबत्तियां जलाकर एक दूसरे को क्रिसमस की बधाई दी और केक काटा।

राम मसीह ने बताया कि प्रभु यीशु ने मनुष्य बनकर प्रेम ,उदारता करूणा का संदेश दिया है। मनुष्य के प्रति ईश्वर का प्रेम ही क्रिसमस है। क्रिसमस पर ईश्वर का प्रेम ,उनकी उदारता और करूणा का मनुष्य अनुभव करता है।

सांता ने बाटे बच्चों को गिफ्ट

क्रिसमस के मौके पर गिरजाघरों में सांता क्लॉज के स्वरूप में बच्चों को चॉकलेट ,टॉफी के साथ उपहार बाटे गए। गिरजाघरों के अलावा भी कई अलग -अलग जगहों पर बच्चों के लिए पेंटिग प्रतियोंगिता रखी गई। जिसके बाद बच्चों को उपहार दिए गए।

घरों में बनाए गए विशेष व्यंजन

क्रिसमस के त्योहार को लेकर ईसाई समाज के घरों में विशेष व्यंजन बनाए गए । जिन्हे इन लोगों ने घर-घर जाकर बांटे साथ ही एक दूसरे को क्रिसमस की बधाई दी। इन व्यंजनों में घर में बना सूजी ,मैदा का केक आकर्षण का केंद्र रहा।

चर्च में देर रात सजाई गई यीशु की जन्म की झांकी

रविवार देर रात को अलग-अलग स्थानों पर बने चर्च में विशेष आराधना हुई। जिसमें मध्य रात्रि को प्रभु यीशु के देहधारण की प्रार्थना हुई। मध्यरात्रि में यीशु का अवतरण हुआ। जिसमें उनके जन्म से जुडी झांकियां सजाई गई।

प्रभु यीशु के प्रतीक को गिरजाघर के बाहर चरनी में रखा गया। इसमें चरवाहे भेड़-बकरियां भी मौजूद रही। मिडनाइट आराधना के तहत मोमबत्तियां भी जलाई गई। लोगों ने एक-दूसरे को क्रिसमस की बधाई दी। प्रभु के जन्म की खुशियों से जुड़े गीत कैरल्स गाए गए।