जयपुर। राजधानी जयपुर के मुख्य सोड़ाला विकास समिति की ओर से एक दिवसीय निशुल्क होम्योपैथिक चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें सैकड़ों की संख्या में सोड़ाला निवासियों ने इस स्वास्थ्य चिकित्सा शिविर का लाभ उठाया। इस शिविर का उद्देश्य जरूरतमंद लोगों को निःशुल्क होम्योपैथिक परामर्श एवं दवाइयों की सुविधा उपलब्ध कराना था।
मुख्य सोडाला विकास समिति अध्यक्ष प्रवीण कुमार डेनवाल ने बताया कि मुख्य सोडाला में आमजन के स्वास्थ्य लाभ के लिए एक दिवसीय निशुल्क होम्योपैथिक चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। इस चिकित्सा शिविर में वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ.एनसी पंवार एवं उनकी टीम द्वारा रोगियों की जांच की गई और उन्हें आवश्यक परामर्श व औषधियाँ वितरित की गईं। करीब सौ से अधिक लोगों ने इस चिकित्सा शिविर का लाभ उठाया।

इस शिविर में सामान्य सर्दी-जुकाम, त्वचा रोग, जठरांत्र संबंधी समस्याएं,जोड़ों के दर्द, एलर्जी आदि के लिए इलाज प्रदान किया गया। वहीं वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ.एनसी पंवार एवं उनकी टीम का नगर निगम हेरिटेज वार्ड नम्बर 47 की वार्ड पार्षद रेखा राठौड़ ने माला पहनाकर स्वागत किया। इसके अलावा पार्षद रेखा राठौड़ का सोडाला वासियों ने पुष्प देकर सम्मान किया। पार्षद रेखा राठौड़ ने चिकित्सक टीम को बधाई देते हुए कहा कि आमजन के स्वास्थ्य लाभ के लिए वार्ड में इस तरह के चिकित्सा शिविरों का आयोजन होते रहना चाहिए। जिससे हर समय स्थानीय लोगों की सही तरीके से चिकित्सकों द्वारा जांच हो सके।
इस अवसर पर आयोजकों ने कहा कि भविष्य में भी इस तरह के नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन नियमित रूप से किया जाएगा ताकि समाज के हर वर्ग तक स्वास्थ्य सेवाएँ पहुँच सकें। इस शिविर में प्रियंका पंवार,अर्चना भार्गव,काजल सैनी,स्थानीय स्वयंसेवकों और समाजसेवियों का विशेष योगदान रहा। मुख्य सोड़ाला विकास समिति के पदाधिकारियों ने रिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ.एनसी पंवार एवं उनकी टीम को धन्यवाद ज्ञापित किया।

वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ.एनसी पंवार ने बताया कि होम्योपैथिक चिकित्सा शिविर का आयोजन मुख्य सोड़ाला स्थित नगर निगम हेरिटेज वार्ड नम्बर 47 पुराने तेजाजी मंदिर के पास किया गया था। इस मौके पर मरीजों को होम्योपैथिक इलाज देने के साथ दवा भी दी गई। साथ ही योग के द्वारा बीमारियों से निजात पाने का तरीका भी बताया गया।
इसके अलावा मरीजों को ऐसे कई इलाज भी बताए गए हैं,जिनको दवा खाने के बजाय हर रोज खान-पान का ध्यान रखने से भी बीमारी ठीक हो जाती है।