जयपुर। विद्याधर नगर स्टेडियम में आयोजित होने जा रहीं सात दिवसीय शिव पुराण कथा को लेकर समिति की ओर संपूर्ण तैयारियां जोरों पर है। इस शिव महापुराण कथा का वाचन प्रसिद्ध कथा पंडित प्रदीप मिश्रा करेंगे। इस शिव महापुराण कथा में करीब डेढ़ लाख श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद जताई जा रहीं है। डेढ़ लाख श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विद्याधर नगर स्टेडियम में वातानुकूलित पंडाल तैयार किया जा रहा है। स्टेडियम में पंखे, कूलर और एसी इंस्टॉल किए जा रहे हैं तथा हर 10 कदम पर पीने के पानी की व्यवस्था भी कि जा रहीं है।
पुलिस प्रशासन से नहीं मिली अनुमति, अनुमति अभी प्रक्रियाधीन
पूर्व में ऐसे बड़ो आयोजनों में हादसे होने के बाद प्रशासन इस बार अधिक सतर्कता बरत रहा है। लॉ एंड ऑर्डर की दृष्टि से अब तक पुलिस प्रशासन से इस बड़े आयोजन की अनुमति नहीं मिली ह। आयोजन समिति को जेडीए से अनुमति मिल चुकी है। लेकिन पुलिस प्रशासन से किसी अभी तक किसी भी तरह की अनुमति नहीं मिली है। लेकिन पुलिस से मिलने वाली अनुमति अभी प्रक्रियाधाीन है। डीसीपी नॉर्थ राशि डोगरा ने बताया कि आवेदन मिल चुका है और सभी मानकों की जांच के बाद ही अनुमति प्रदान की जाएगी।
21 हजार महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में कलशयात्रा में होगी शामिल
योजना समिति के सचिव अनिल संत ने बताया कि शिव महापुराण कथा में आने वाले श्रद्धालुओं के रहने-खाने -पीने की भी व्यवस्था की जा रहीं है। आयोजन से पूर्व 30 अप्रेल को सीकर रोड स्थित भवानी निकेतन से भव्य कलश यात्रा का आयोजन किया जाएगा। जिसमें 21 हजार महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में शामिल होगी और मंगल गीत गाती हुई कथा स्थल पहुंचेगी। इसके अलावा 51 बग्गियां संत-महंतों के साथ शोभायात्रा का हिस्सा बनेंगी,इसी के साथ कलशयात्रा पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की जाएगी। कथा से पूर्व सुबह 6 से 9 बजे तक महामृत्युंजय रुद्र महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा। जिसके पश्चात दोपहर 1 बजे से 4 बजे तक प्रदीप मिश्रा कथा प्रारंभ करेंगे।
तापमान नियंत्रित करने के लिए पंडाल में ड्रिप सिस्टम का होगा इस्तेमाल
अनिल संत ने बताया कि शिव महापुराण कथा सुनने वाले श्रद्धालुओं की आने वाली भीड़ ओर बढ़ती गर्मी को देखते हुए तापमान नियंत्रित करने के लिए तीन डोम बनाए गए है। जिसमें पुरुष और महिलाओं के लिए अलग-अलग सुरक्षा टीम तैयार कि गई है। तापमान को नियंत्रित करने के लिए तीनों डोमों में ड्रिप सिस्टम भी इंस्टॉल किया गया है। बढ़ती भीड़ को नियंत्रण करने के लिए बैरिकेडिंग कि भी व्यवस्था की गई है। बीते दिनों चूरू में प्रदीप मिश्रा की कथा में आंधी से पंडाल उखड़ने की घटना को देखते हुए इस बार अतिरिक्त एहतियात बरती जा रही है।