जयपुर। विद्याधर नगर में चल रही शिवमहापुराण कथा के चौथे दिन रविवार को प्रसिद्ध कथावाचक प्रदीप मिश्रा ने मंच से लव जिहाद, पाकिस्तान, शिक्षा और सामाजिक मुद्दों पर बेबाक बात रखी। उन्होंने युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि बेटियों को ऐसे लड़कों से बचाना चाहिए जो थोड़े से खर्च और स्टाइल से उन्हें बहकाने की कोशिश करते हैं। उन्होंने चाउमिन, पेट्रोल और मोबाइल बैलेंस जैसे उदाहरण देकर कहा- ‘ऐसे लड़कों से सावधान रहो जो 10 रुपये का चाउमिन खिला कर, 50 रुपये का पेट्रोल खर्च कर और 60 रुपये का बैलेंस डलवाकर तुम्हें फंसा लें।’ उन्होंने युवतियों से अपील की कि मां-बाप पर भरोसा रखें और उन्हें ही कन्यादान का मौका दें।
सीएम-केन्द्रीय मंत्री पहुंचे कथा में, आयोजकों का धन्यवाद
कथा के दौरान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा अपने परिवार के साथ पहुंचे और आरती में शामिल हुए। उनके साथ केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, हवामहल विधायक बालमुकुंदाचार्य और सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने कथा आयोजन के लिए आयोजकों का आभार जताते हुए कहा कि राजस्थान शक्ति और भक्ति की भूमि है। उन्होंने कहा- ‘शिवमहापुराण जीवन को सार्थक बनाने वाला ग्रंथ है, अब सनातन धर्म का पुनर्जागरण हो रहा है।’
पाकिस्तान पर बोले मिश्रा- बदला बुद्धि से लिया जाएगा।
प्रदीप मिश्रा ने पाकिस्तान के मुद्दे पर भी टिप्पणी करते हुए कहा- ‘लोग सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहे हैं कि 8 दिन निकल गए, 10 दिन निकल गए, लेकिन बदला जल्दबाजी में नहीं होगा। एक युद्ध बम और गोले से लड़ा जाता है, लेकिन दूसरा युद्ध बुद्धि से।’ उन्होंने युवाओं से संयम और समझदारी बनाए रखने की बात कही।
बेटियों को दो गुना पढ़ाओ, तब बनेगा समाज मजबूत
प्रदीप मिश्रा ने कहा कि बेटियों के लिए सबसे बड़ा धन शिक्षा है। उन्होंने कहा- ‘बेटों को जितना पढ़ाओ, बेटियों को उससे दोगुना पढ़ाओ। उन्हें ऐसा बनाओ कि कन्यादान की जरूरत ही न पड़े। अगर बेटियों को अच्छे संस्कार और शिक्षा दी जाए तो वह झांसी की रानी, अहिल्याबाई या जीजाबाई जैसी बन सकती हैं।’
शिवमहापुराण जीवन का इलाज है, शरीर की एक्सपायरी डेट नहीं होती
कथा में मिश्रा ने मानव जीवन की महत्ता पर बोलते हुए कहा कि शरीर पर कोई एक्सपायरी डेट नहीं लिखी होती। इसलिए जब तक शरीर में सांस है, शिव का नाम लेना जरूरी है। उन्होंने कहा- ‘शिवमहापुराण वो टैबलेट है जिससे जीवन के दुख कट जाते हैं।’
शंका से जीवन नष्ट होता है, 4 पर कभी शक न करें
कथावाचक ने कहा कि परमात्मा, मां, पिता और अर्धांगिनी पर कभी शंका नहीं करनी चाहिए। शंका जीवन को नष्ट कर देती है। उन्होंने कहा कि जीवन को मस्त जीने के लिए बचपन में कोई बात दिल में और पचपन में कोई बात दिमाग में नहीं रखनी चाहिए।
‘जयपुरवासियों के आंसू चुभे शिव को, इसीलिए फिर शुरू हुई कथा’
प्रदीप मिश्रा ने कहा कि जयपुरवासियों के आंसुओं ने भगवान शिव को छू लिया, इसलिए यह कथा दोबारा शुरू हुई। उन्होंने कहा- ‘यह कथा किसी व्यक्ति के वश की बात नहीं, इसे जयपुर नरेश गोविंद देव जी स्वयं करवा रहे हैं।’ उन्होंने आयोजन स्थल पर भारी संख्या में उमड़े भक्तों को देख भावुक होते हुए कहा कि जयपुर की धरती पर कथा को लेकर जो श्रद्धा दिखी है, वह अद्भुत है। मुख्यमंत्री ने कहा- राजस्थान शक्ति और भक्ति की धरती, शिवमहापुराण जीवन को सार्थक बनाता है।
जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में चल रही शिवमहापुराण कथा के चौथे दिन रविवार को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सपरिवार, केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत हवामहल विधायक बालमुकुंदाचार्य, सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा शामिल हुए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा- राजस्थान शक्ति और भक्ति की धरती है। यहां पन्ना धाय, मीरा बाई, अमृता देवी जैसे उदाहरण हैं।
शिवमहापुराण जीवन को सार्थक बनाने वाला ग्रंथ है। प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में 60 करोड़ लोग शामिल हुए, यह हमारी संस्कृति और विरासत का प्रमाण है। विद्याधर नगर आयोजन समिति के संयोजक राजन शर्मा और सचिव अनिल संत ने बताया- कथा दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक हुई। पुलिस प्रशासन का सहयोग भी सकारात्मक रहा। मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री के आने से आयोजन समिति का हौसला बढ़ा है।
मुख्यमंत्री निवास पहुंचे कथा वाचक प्रदीप मिश्रा
शिव महापुराण कथा के तीसरे दिन कथा वाचक प्रदीप मिश्रा ने मंच से जयपुर में कथा को तीसरे दिन ही पूर्ण करने की बात कही थी। इसके बाद जिला कलेक्टर, पुलिस कमिश्नर और आयोजकों के बीच वार्ता चली और फिर कथा 7 मई तक जारी रखने को लेकर प्रदीप मिश्रा ने सोशल मीडिया पर बयान जारी किया था। कथा वाचक प्रदीप मिश्रा ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से उनके निवास स्थान पर पहुंच कर मुलाकात की थी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने उन्हे दुपट्टा ओढ़ाकर सम्मान किया।