जयपुर। चैत्र के वासंतिक नवरात्र छह अप्रेल को पूरे हो जाएंगे। मां दुर्गा और भगवान राम के मंदिरों में हवन के साथ अनुष्ठान की पूर्णाहुति की जाएगी। गायत्री परिवार के सभी प्रज्ञा केन्द्रों पर पंच कुंडीय और नौ कुंडीय गायत्री महायज्ञ तथा संस्कार महोत्सव के कार्यक्रम होंगे। गायत्री शक्तिपीठ ब्रह्मपुरी, गायत्री शक्तिपीठ वाटिका, गायत्री शक्तिपीठ कालवाड़ और किरण पथ मानसरोवर स्थित गायत्री वेदना निवारण केन्द्र में नवरात्रीय अनुष्ठान की पूर्णाहुति के कार्यक्रमों का आयोजन बड़े स्तर पर किया जाएगा।
वेदना निवारण केन्द्र में पांच अप्रेल को शाम पांच बजे दीपयज्ञ होगा। सैंकड़ों दीपक प्रज्जवलित कर अक्षत से आहुतियां प्रदान की जाएंगी। छह अप्रेल को सुबह साढ़े आठ बजे से नौ कुंडीय गायत्री महायज्ञ किया जाएगा। इस मौके पर दीक्षा, पुंसवन, यज्ञोपवीत, अन्नप्राशन, नामकरण सहित अन्य संस्कार भी कराए जाएंगे। उल्लेखनीय है कि यहां नवरात्र में प्रतिदिन गायत्री महामंत्र जप का अनुष्ठान किया जा रहा है। रोजाना करीब दो लाख गायत्री मंत्र का जाप किया जा रहा है।